रुद्रप्रयाग:
भूपेंद्र भंडारी
केदारघाटी की लाइफ लाइन कही जाने वाली रुद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड सडक आॅल वेदर निमार्ण के चलते अब नासूर बनती जा रही है। बेतरतीब तरीके से चल रहे पहाड कटान के चलते पूरे मार्ग पर पांच बडे सक्रिय स्लाइडिंग जोन तैयार हो चुके हैं। राहगीर जान को हथेली पर रखकर इन स्थानों पर आवागमन को मजबूर बने हैं तो इन स्थानों पर बार-बार भारी मलबा आने से राजमार्ग घण्टों बाधित भी हो रहा है। वहीं प्रशासन अब इन स्थानों पर यातायात डायवर्जन करने जा रहा है और स्लाइड जोनों का भूगर्भीय सर्वेक्षण करवाकर उसके ट्रीटमेंट की कार्ययोजना बना रहा है।
भूपेंद्र भंडारी
केदारघाटी की लाइफ लाइन कही जाने वाली रुद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड सडक आॅल वेदर निमार्ण के चलते अब नासूर बनती जा रही है। बेतरतीब तरीके से चल रहे पहाड कटान के चलते पूरे मार्ग पर पांच बडे सक्रिय स्लाइडिंग जोन तैयार हो चुके हैं। राहगीर जान को हथेली पर रखकर इन स्थानों पर आवागमन को मजबूर बने हैं तो इन स्थानों पर बार-बार भारी मलबा आने से राजमार्ग घण्टों बाधित भी हो रहा है। वहीं प्रशासन अब इन स्थानों पर यातायात डायवर्जन करने जा रहा है और स्लाइड जोनों का भूगर्भीय सर्वेक्षण करवाकर उसके ट्रीटमेंट की कार्ययोजना बना रहा है।
रुद्रप्रयाग जनपद के अधिकाश हिस्से
व श्री केदारनाथ धाम की यात्रा को सडक मार्ग से जोडने वाले एकमात्र हाईवे
पर इन दिनों आॅल वेदर सडक निर्माण का कार्य चल रहा है। जिसके चलते तिलवाडा
लीसा फैक्ट्ी, बांसवाडा, भीरी, काकडागाढ व फाटा के डोलिया देवी मंदिर के
पास मार्ग बार-बार बाधित हो रहा है।
स्थानीय जनप्रतिनिधि विनोद चन्द पूर्व प्रमुख अगस्त्यमुनि का आरोप है कि
निर्माण कार्य मानकों से हट कर हो रहा है और बेतरतीब तरीके से पहाडियों को
खोदा जा रहा है जिसके चलते मार्ग पर कई जगहों सक्रिय स्लाइडिंग जोन पैदा हो
गये हैं। यही नहीं निर्माण कार्य इतना घटिया है कि बरसात से पहले ही
करोडों रुपये लागत के पुस्ते ढह चुके हैं।
वहीं मंगेश घिल्डियाल जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग भी स्वीकार रहे हैं कि सडक निर्माण के चलते नये स्लाइंिडग
जोन तैयार हो गये हैं और प्रशासन लगातार मार्ग को खुलवाने में भी जुटा हुआ
है। डीएम का कहना है कि अगर इन स्थानों पर मलबा गिरने का यही क्रम जारी
रहता है तो मार्ग पर यातायात रुट डाइवर्ट किया जायेगा साथ ही एनएच को
निर्देशित किया गया है कि ऐसे स्थानों की जियोलाॅजिस्ट से सर्वे करवाकर
उनके ट्रीटमेंट की कार्ययोजना तैयार करवायी जाय जिससे लम्बे समय तक जनता को
परेशानी न झेलनी पडे।
सडक कटिंग से तैयार हुए नये स्लाइडिंग जोनों के ट्रीटमेंट की दिशा में
जल्दी ही व्यापक कार्ययोजना बनकर कार्य शुरु नहीं होता है तो आने वाले
दिनों में जनता के लिए सडक परेशानी का बडा सबब बन जायेगी और आम लोगों को
रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय पहुंचने के लिए कई किमी दूर घूम कर आने के लिए
मजबूर होना पडेगा।
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