हाईवे देहरादून - हरिद्वार का काम रुके हुए बहुत समय बीत गया है । उससे पहले फ्लाईओवर बनने का जो कार्य यहां शुरू हुआ था उसका निर्माण भी बीच मझधार में है। ठूंठ से खड़े हुए पिल्लर इसके गवाह है, कि फ्लाईओवर के अति आवश्यक निर्माण को किस कदर गड्ढे में डाल दिया गया है। आपको बता दें , कभी के समय ये बेल्ट जंगल और जंगली जानवरों से भरपूर थी परंतु उत्तराखण्ड बनने के बाद विकासगत कार्यों के चलते उनका जान जीवन प्रभावित हुआ जिनका ये घर था।
यदि फ्लाई ओवर बन जाता तो मैं स्वतंत्रता से विचरण करता अपने घर में परंतु हाय ! मानव तुम बड़े स्वार्थी हो, न तो लेना जानते हो और ना देना, जानते हो सिर्फ छीनना, शायद यही कह रहा है ।
ये हाथी जो, आज शाम फ्लाईओवर लालतप्पड़ के समीप विचरण कर रहा है। आस पास के गांव में घूम कर बता रहा है। इन्हें यदा-कदा गांव बस्ती में भी घूमते हुए देखा जा सकता है।
साभार उत्तम सिंह
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