लखनऊ:
ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी क्षेत्र में जो छह मंजिला इमारत गिरी
है उसमें अभी भी अनगिनत लोग दबे हुए हैं उनके परिवार के लोग विक्षिप्त
अवस्था में वहां विलाप कर रहे हैं लेकिन सरकार दबे हुए सभी लोगों को अभी तक
निकालने में नाकामयाब रही है। इस सम्बन्ध में प्रशासन ने कुछ लोगों के
खिलाफ एफआईआर लिखकर लीपापोती करने का सिर्फ काम किया है। यह बहुत बड़ा
स्कैण्डल है जिसमें ग्रेटर नोएडा अथारिटी के अधिकारी, पुलिस और जिला
प्रशासन मिला हुआ है। कांग्रेस प्रवक्ता मुकेश सिंह चौैान ने कहा कि इन
इमारतों के बनने से उनके घरों से पानी निकलने का कोई मार्ग, कोई नाली नहीं
है। सरकार ने अभी तक इस सम्बन्ध में किसी भी वरिष्ठ अधिकारी को इंगित नहीं
किया है और वरिष्ठ अधिकारी के संज्ञान के इतनी संख्या में गैर कानूनी
इमारतें नहीं बन सकती हैं। नोएडा के सांसद एवं भारत सरकार के मंत्री डा.
महेश शर्मा ने घटनास्थल का मुआयना करते हुए यह कहा कि दोषी लोगों को बख्शा
नहीं जायेगा। डा. शर्मा वहां के सांसद हैं जब इतनी संख्या में अवैध
कालोनियां बन रही थीं जिनका नक्शा भी नहीं पास है उसको रोकने की व्यवस्था
इन्होने क्यों नहीं की। प्रवक्ता ने कहा कि यह स्थिति खाली नोएडा और ग्रेटर
नोएडा में नहीं है पूरे उत्तर प्रदेश में ग्रामीण इलाकों में ग्राम प्रधान
के जरिये जिलाधिकारी से अनुमति लेकर मकान बनाने का काम बिल्डरों द्वारा
किया जा रहा है। सरकार को इस पर गंभीरतापूर्वक कठोर एक्शन लेना चाहिए तथा
ग्रेटर नोएडा के उन अधिकारियों पर जिनकी संलिप्तता पायी गयी है एवं जिला
प्रशासन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया जाय जिससे भविष्य में अवैध
कालोनियों का निर्माण रोका जा सके जिससे कि ऐसी गंभीर घटना न हो सके।
.png)
एक टिप्पणी भेजें