उत्तराखंड , राज्य से भारत के उदीयमान बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने जकार्ता में चल रही जूनियर एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक लेकर देश को गौरव प्रदान किया है। छठी वरीयता प्राप्त लक्ष्य सेन से पहले यह सम्मान भारत को पुरुष एकल वर्ग में गौतम ठक्कर ने 1965 में दिलाया था। जबकि नाहिला एकल में 2012 में पी वी संधू ने यह उपलब्धि हासिल की थी।
लक्ष्य ने चैंपियन के खिताबी मुकाबले के फाइनल में कुनलावुत वितिदसरन को सीधे गेमों में मात देकर खिताब अपनी झोली में डाल लिया. वह ऐसा करने वाले दूसरे पुरुष और तीसरे भारतीय खिलाड़ी हैं. 16 साल के लक्ष्य सेन अपने वर्ग में दुनिया के नबंर-9 खिलाड़ी हैं. और वह नंबर-1 खिलाड़ी रह चुके हैं.
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने एशियन जूनियर बैडमिंटन चैम्पियनशिप जीतने पर लक्ष्य सेन को बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लक्ष्य ने न केवल उत्तराखंड बल्कि भारत का नाम खेल की दुनिया में रोशन किया है। 53 वर्ष बाद एशियन जूनियर बैडमिंटन चैम्पियनशिप में पुरुष एकल स्पर्धा में भारत को यह स्वर्णिम गौरव प्राप्त हुआ है। मुख्यमंत्री ने लक्ष्य सेन के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए आशा व्यक्त की कि आगे भी इसी प्रकार अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से हम सभी को गौरान्वित करते रहेंगे।
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