नरेंद्र नगर:
वाचस्पति रयाल
इन दिनों नरेंद्र नगर के आसपास के गांवों में गुलदार अंधेरा होते ही मवेशियों को अपना निवाला बना रहा है, जिससे ग्रामीण गुलदार के आतंक से खौफजदा हैं, क्षेत्र के ग्रामीणों ने गुलदार से निजात दिलाने के लिए वन विभाग से मांग की है कि ऐसे दुर्दांत गुलदार को पिंजरा लगाकर पकड़ा जाए, ताकि ग्रामीणों के कीमती पशुओं की जान बच सके और और क्षेत्र के ग्रामीण राहत की सांस ले सकें।
क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने गुलदार द्वारा मारे गए मवेशियों के मालिकों को मुआवजा दिलाए जाने की मांग वन विभाग से की है।
उल्लेखनीय है कि 10 जून रात्रि को गुलदार ने ग्राम पंचायत सोनी के अंतर्गत सरोली कटरियान तोंक में निवास कर रहे बचन सिंह पुत्र शेर सिंह के बैल पर शाम के अंधेरा होते ही इतना शक्तिशाली प्रहार किया कि गुलदार ने एक ही झटके में बैल को चौक में गिरा कर चित्त कर दिया, बैल के चौक में गिरने व रंभाने की आवाज सुन कर जैसे ही बचन सिंह व परिवार के लोग चौक में पहुंचे गुलदार बैल का खून गटक रहा था शोर करने पर भी वह भागा नहीं। क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व क्षेत्र पंचायत सदस्य सुरेंद्र सिंह पुंडीर ने घटना की सूचना पशुपालन विभाग व वन विभाग को दी सूचना मिलते ही डॉक्टर पंकज उपाध्याय प्रातः काल बैल का उपचार करने गांव पहुंचे मगर उपचार के बावजूद भी बैल ने दम तोड़ दिया। इसके तुरंत बाद ही वन विभाग के फॉरेस्ट गार्ड राजेंद्र सिंह राणा भी गांव पहुंचे उन्होंने भी मृतक बैल की शिनाख्त की।
बचन सिंह का कहना है कि उसकी बैलों की जोड़ी 20 हजार कीमत की थी, अगर बैलों की जोड़ी का मुआवजा नहीं मिलता तो उसकी खेती का सारा कारोबार ठप पड़ गया है
हाल ही में इसी गांव के जगत सिंह पुंडीर की बछिया को गुलदार ने घायल कर दिया तू सुरेंद्र सिंह पुंडीर के पालतू कुत्ते को बाघ ने अपना निवाला बना दिया। क्षेत्र पंचायत सदस्य सुरेंद्र सिंह पुंडीर ने वन विभाग व सरकार से मांग की है कि बचन सिंह को उसकी बैलों की जोड़ी की कीमत 20 हजार रुपए का मुआवजा दिया जाए। और गुलदार को पकड़ा जाए।
उधर सोनी ग्राम पंचायत से 5 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत चमोल गांव में भी इन दिनों गुलदार का आतंक बना हुआ है, गुलदार ने 18 दिनों के अंदर एक दर्जन कुत्तों को अपना निवाला बनाया है, और कई मवेशियों को घायल कर दिया है। क्षेत्र के जनप्रतिनिधि रमेश चमोली ने बताया कि अभी हाल ही में गांव के सुदामा, प्रताप सिंह व वीर सिंह के कुत्तों को गुलदार ने निवाला बना दिया वहीं सुरजीत का बछड़ा और रमेश की कटड़ी को गुलदार ने घायल कर दिया, रमेश ने बताया कि भिंगार्की के जबर सिंह का बछड़ा गुलदार ने निवाला बना दिया इसी गांव के बेताल सिंह व चमन लाल के कुत्तों को गुलदार ने निवाला बना दिया। जिससे पूरे क्षेत्र में गुलदार के भय से ग्रामीण खौफजदा हैं। क्षेत्र पंचायत सदस्य सुरेंद्र सिंह पुंडीर ने गुलदार द्वारा मारे गए व घायल किए गए पशुओं का मुआवजा संबंधितों को दिलाए जाने की मांग वन विभाग व सरकार से की है।
अरविंद कुमार मैठानी वन दरोगा, आगर खाल ने बताया कि घटना की सत्यापन के लिए पशु डॉक्टर की मेडिकल रिपोर्ट, फोटोग्राफ्स, व जिसका पशु गुलदार ने मारा है उस व्यक्ति का मुआवजे का प्रार्थना पत्र आदि औपचारिकताएं पूर्ण करने पर नियमों के मुताबिक विभाग मुआवजे का भुगतान करता है।
वाचस्पति रयाल
इन दिनों नरेंद्र नगर के आसपास के गांवों में गुलदार अंधेरा होते ही मवेशियों को अपना निवाला बना रहा है, जिससे ग्रामीण गुलदार के आतंक से खौफजदा हैं, क्षेत्र के ग्रामीणों ने गुलदार से निजात दिलाने के लिए वन विभाग से मांग की है कि ऐसे दुर्दांत गुलदार को पिंजरा लगाकर पकड़ा जाए, ताकि ग्रामीणों के कीमती पशुओं की जान बच सके और और क्षेत्र के ग्रामीण राहत की सांस ले सकें।
क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने गुलदार द्वारा मारे गए मवेशियों के मालिकों को मुआवजा दिलाए जाने की मांग वन विभाग से की है।
उल्लेखनीय है कि 10 जून रात्रि को गुलदार ने ग्राम पंचायत सोनी के अंतर्गत सरोली कटरियान तोंक में निवास कर रहे बचन सिंह पुत्र शेर सिंह के बैल पर शाम के अंधेरा होते ही इतना शक्तिशाली प्रहार किया कि गुलदार ने एक ही झटके में बैल को चौक में गिरा कर चित्त कर दिया, बैल के चौक में गिरने व रंभाने की आवाज सुन कर जैसे ही बचन सिंह व परिवार के लोग चौक में पहुंचे गुलदार बैल का खून गटक रहा था शोर करने पर भी वह भागा नहीं। क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व क्षेत्र पंचायत सदस्य सुरेंद्र सिंह पुंडीर ने घटना की सूचना पशुपालन विभाग व वन विभाग को दी सूचना मिलते ही डॉक्टर पंकज उपाध्याय प्रातः काल बैल का उपचार करने गांव पहुंचे मगर उपचार के बावजूद भी बैल ने दम तोड़ दिया। इसके तुरंत बाद ही वन विभाग के फॉरेस्ट गार्ड राजेंद्र सिंह राणा भी गांव पहुंचे उन्होंने भी मृतक बैल की शिनाख्त की।
बचन सिंह का कहना है कि उसकी बैलों की जोड़ी 20 हजार कीमत की थी, अगर बैलों की जोड़ी का मुआवजा नहीं मिलता तो उसकी खेती का सारा कारोबार ठप पड़ गया है
हाल ही में इसी गांव के जगत सिंह पुंडीर की बछिया को गुलदार ने घायल कर दिया तू सुरेंद्र सिंह पुंडीर के पालतू कुत्ते को बाघ ने अपना निवाला बना दिया। क्षेत्र पंचायत सदस्य सुरेंद्र सिंह पुंडीर ने वन विभाग व सरकार से मांग की है कि बचन सिंह को उसकी बैलों की जोड़ी की कीमत 20 हजार रुपए का मुआवजा दिया जाए। और गुलदार को पकड़ा जाए।
उधर सोनी ग्राम पंचायत से 5 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत चमोल गांव में भी इन दिनों गुलदार का आतंक बना हुआ है, गुलदार ने 18 दिनों के अंदर एक दर्जन कुत्तों को अपना निवाला बनाया है, और कई मवेशियों को घायल कर दिया है। क्षेत्र के जनप्रतिनिधि रमेश चमोली ने बताया कि अभी हाल ही में गांव के सुदामा, प्रताप सिंह व वीर सिंह के कुत्तों को गुलदार ने निवाला बना दिया वहीं सुरजीत का बछड़ा और रमेश की कटड़ी को गुलदार ने घायल कर दिया, रमेश ने बताया कि भिंगार्की के जबर सिंह का बछड़ा गुलदार ने निवाला बना दिया इसी गांव के बेताल सिंह व चमन लाल के कुत्तों को गुलदार ने निवाला बना दिया। जिससे पूरे क्षेत्र में गुलदार के भय से ग्रामीण खौफजदा हैं। क्षेत्र पंचायत सदस्य सुरेंद्र सिंह पुंडीर ने गुलदार द्वारा मारे गए व घायल किए गए पशुओं का मुआवजा संबंधितों को दिलाए जाने की मांग वन विभाग व सरकार से की है।
अरविंद कुमार मैठानी वन दरोगा, आगर खाल ने बताया कि घटना की सत्यापन के लिए पशु डॉक्टर की मेडिकल रिपोर्ट, फोटोग्राफ्स, व जिसका पशु गुलदार ने मारा है उस व्यक्ति का मुआवजे का प्रार्थना पत्र आदि औपचारिकताएं पूर्ण करने पर नियमों के मुताबिक विभाग मुआवजे का भुगतान करता है।
एक टिप्पणी भेजें