हरिद्वार:
मानसून की दस्तक होने से पहले ही जिलाधिकारी दीपक रावत हरिद्वार के ७२ नालों की सफाई को लेकर दिशा निर्देश देने में जुट गए है, क्योंकि पिछले वर्ष रानीपुर मोड़ पर जल तांडव तो हुआ ही था, साथ में जन प्रतिनिधियों जल भराव को लेकर लाठी डंडे भी चल गए थे.
आगामी मानसून तथा 29-30 जून को मौसम विभाग द्वारा जारी
पूर्वानुमान के दृष्टिगत जिलाधिकारी दीपक रावत द्वारा शहर के बीच
स्थित रानीपुर मोड़, भगत सिंह चौक नाले की सफाई व्यवस्था का स्थलीय निरीक्षण
किया। शहरी विकास मंत्री द्वारा भी मानूसन से पूर्व सभी नालों की सफाई कर
लिये जाने के निर्देश दिये गये थे। नगर निगम द्वारा शहर के 72 नालों की
सफाई कार्याे के लिए टेण्डर कर लिये जाने तथा सफाई कर्मियों की अस्थाई
भर्ती के माध्यम से नाला सफाई के कार्य कराये जा रहे हैं।
जिलाधिकारी
ने भगत सिंह चौक बीएचईएल नाले तथा की सफाई कार्याे का निरीक्षण किया। मौके
पर नाले के अंदर बड़ी घास से नाला बंद पाया गया। जिस पर बीएचईएल से आये
अधिकारियों को कल ही नाले की सफाई कराने तथा जल निकासी सुचारू कराये जाने
के निर्देश जिलाधिकारी ने दिये। वहीं नगर निगम क्षेत्र में नाले को गंदगी
से चैक देख डीएम ने एसएनए सजंय कुमार तथा अधिशासी अभियंता निर्माण विभाग
अनंत सैनी के वेतन पर नाला पूर्णतः साफ न होने तक रोक लगा दी है।
डीएम
ने रानीपुर मोड़ पर बरसात के पानी का भराव सम्बन्धी समस्या के लिए पेयजल
निगम के अधिशासी अभियंता को स्थाई तौर पर चैराहे पर लगाये गये मोटर पम्प के
जैसे ही सचल पम्प की व्यवस्था किये जाने के निर्देश दिये। जिसको जरूरत
पड़ने पर कहीं भी हो रहे जल भराव को दूर करने के लिए प्रयोग किया जा सके।
जिलाधिकारी
ने न्यू हरिद्वार से आवास विकास नाला तक निरीक्षण किया। जगह जगह नाले कूड़े
से जाम होने पर आयुक्त नगर निगम को भी इन नालों को समय से साफ करा लिये
जाने की बात कही।
निरीक्षण में सिटी मजिस्ट्रेट मनीष सिंह सहित पीडब्ल्यूडी, भेल, अमृत योजना, वन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
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