देहरादून/डोईवाला :
प्रवेश तथा शुल्क नियामक समिति की प्रथम बैठक का कार्य आयुर्वेदिक छात्रों के हित में जारी हुआ:
डॉ रणवीर सिंह अध्यक्ष सदस्य सचिव प्रवेश एवं शुल्क नियामक समिति के अनुसार दिनांक 7/ 6/ 18 को हुई समिति की प्रथम बैठक में छात्र प्रतिनिधि मंडल असंवैधानिक शुल्क वृद्धि की मांग एव ंसाक्ष्य को लेकर समिति के सामने प्रस्तुत हुए एवं हिमालयीय आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के प्रतिनिधि ने भी समिति के समक्ष अपने साक्ष्य प्रस्तुत किए समिति ने दोनों पक्षों की बातों को सुनकर यह मत व्यक्त किया कि कॉलेज को अपना शुल्क निर्धारण प्रस्ताव आयुष विभाग के स्थान पर प्रवेश एवं शुल्क नियामक समिति को उपलब्ध कराया जाना चाहिए था। क्योंकि शुल्क निर्धारण का अधिकार केवल समिति के अधिकार क्षेत्र में निहित है, इस प्रकार संस्थान द्वारा बढाई गई फीस वस्तुतः इनका स्वयं का निर्णय माना जाएगा। क्योंकि शासन को उसकी फीस निर्धारित करने का अधिकार नहीं था। समिति द्वारा यह भी सहमति व्यक्त की गई कि संस्थान को अपनी विवरण पुस्तिका में उनकी स्वयं निर्धारित फीस को नहीं बढ़ाया जाना चाहिए था ।आगामी बैठक में सुनवाई जारी रखने का निर्णय लिया गया है।
अब हाईकोर्ट के आदेश अनुसार शुल्क नियामक समिति अपने कार्य का निर्वहन करने के लिए सक्षम नहीं है, अतः अब छात्र ललित,यश ,आशीष ,आलोक, अनुकृति,अनुज,मोहित,पंकज,कनिका आदि छात्र एवं छात्राएं आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज छात्रों ने उत्तराखंड सरकार से गुहार लगाई है कि वह जल्द से जल्द समिति का पुनर्गठन कर छात्रों के हितों में निर्णय ले।
अब हाईकोर्ट के आदेश अनुसार शुल्क नियामक समिति अपने कार्य का निर्वहन करने के लिए सक्षम नहीं है, अतः अब छात्र ललित,यश ,आशीष ,आलोक, अनुकृति,अनुज,मोहित,पंकज,कनिका आदि छात्र एवं छात्राएं आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज छात्रों ने उत्तराखंड सरकार से गुहार लगाई है कि वह जल्द से जल्द समिति का पुनर्गठन कर छात्रों के हितों में निर्णय ले।
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