ऋषिकेश;
परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष, गंगा एक्शन परिवार के प्रणेता और ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस के संस्थापक स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज एवं उत्तरप्रदेश के मुख्यंमत्री योगी आदित्यनाथ की प्रयाग कुम्भ को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने कहा कि उत्तरप्रदेश की जनता का सौभाग्य है कि एक निष्ठावान, कर्मयोगी मुख्यमंत्री का सान्निध्य प्राप्त है। उनके विचार, कार्य करने की शैली और राज्य के प्रति उनका सर्मपण अद्भुत है यह देखकर मन गद्-गद् हो उठा।
स्वामी जी ने कहा, हमारा प्रयास है कि वर्ष 2019 का प्रयाग कुम्भ पूरे विश्व में स्वच्छ और हरित कुम्भ के रूप में जाना जाये।
इस अवसर पर अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के विषय में भी विस्तृत चर्चा हुई। स्वामी जी महाराज ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव 29 वर्ष पूर्व उत्तरप्रदेश से शुरू हुआ था तत्पश्चात परमार्थ निकेतन और उत्तराखण्ड सरकार ने मिलकर इस महोत्सव को आगे बढ़ाया फिर उत्तराखण्ड बनने के बाद उत्तराखण्ड सरकार के साथ यह कार्यक्रम बड़ी तेजी और विशालता के साथ आगे बढ़ा।
स्वामी जी ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव की 30 वीं वर्षगाठ पर विश्व के लगभग 121 देशों के योग जिज्ञायुओं का आह्वान किया है हम योग महोत्सव की 30 वीं वर्षगांठ को प्रयाग में महाकुम्भ के अवसर पर मना कर इस कुम्भ को यादगार और ऐतिहासिक बना सकते है।
उन्होंने परमार्थ निकेतन में गंगा तट पर 1997 से अब तक हुई विशेष गंगा अनुष्ठानों के विषय में चर्चा भी की।
साथ ही वृक्षारोपण, नदियों में गिरते नालों, प्रदूषण, पालिथिन पर प्रतिबंध एवं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों को लेकर और आदित्यनाथ योगी की सकारात्मकता, स्वीकृति एवं अन्य संकल्पों को एक सराहनीय प्रयास बताया।
कुम्भ के अवसर पर होने वाले सर्वधर्म स्वच्छता, समरसता और सद्भाव के कार्यक्रम को लेकर चर्चा की। उन्होंने उम्मीद जताई कि कुम्भ के अवसर पर पूरे विश्व के लगभग 15 करोड़ लोग कुम्भ में सहभाग कर दर्शन करेगे तब हम उन तक सर्वधर्म स्वच्छता, समरसता एवं सद्भाव तथा स्वच्छ, स्वस्थ्य एवं समृद्ध भारत का संदेश पहुंचा सके ,ऐसी अभिलाषा है।
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