ऋषिकेश;
हरिद्वार के बाद अब ऋषिकेश में भी गंगा में गिर रहे गंदे नालों को लेकर गंगा प्रेमियों का मन आहत हो रहा है। इसी संदर्भ में चंद्रेश्वर नगर में सीवर सहित तमाम गंदगी को सीधे तौर पर गंगा में गिराए जाने और गंगा की पवित्रता को नष्ट करने के सवाल पर समाज सेवी जय प्रकाश द्विवेदी सात जून से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं।
श्रो प्रकाश द्विवेदी का कहना है कि गंगा हमारी मां है,इसे दूषित नही होने देंगे।
जब तक इस इस गंदे नाले की व्यवस्था कर इसे गंगा में जाने से नही रोक जाएगा, तब तक अनशन जारी रहेगा। उन्होंने गंगा के भक्तों का भी आह्वान किया है कि गंगा को प्रदूषण रहित बनाने और सीवर टेप किये जाने हेतु लोग उनके साथ आकर अपना समर्थन दें।
हरिद्वार में भी 04 जून,2018 से समाजसेवी और पत्रकार रामेश्वर गौड़ ने विभिन्न नालों के गंगा में गिराए जाने के विरोध में 04 दिन तक अपना अनशन जारी रखा था और आश्वासन के बाद ही 07 जून को अनशान तोड़ा जबकि उनकी मांगे मानी गयी।
कमोबेश गंगा की पवित्रता को अक्षुण्ण बनाये रखने को पर्यटक नही वरन यहीं के स्थानीय गंगा पुत्र आगे आएंगे तभी गंगा का उद्धार सम्भव है। नही तक संस्थाएं और सरकारें आएंगी ,चली जायेगी। गंगा के उद्धार की बातें कागजों में रह जाएंगी।
एक टिप्पणी भेजें