रुद्रप्रयाग:
भूपेंद्र भंडारी
राजकीय विद्यालयों में बीते 6 सालों से रात्रि चैकीदारों के तौर पर सेवाएं दे रहे बेरोजगारों के सामने अब आर्थिक संकट पैदा हो गया है। बिना मानदेय के ड्यूटी दे रहे ,इन चैकीदारों ने अब मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सामने अनिश्चित कालीन धरना शुरु कर दिया है। चैकीदारों ने साफ ऐलान कर दिया है कि सरकार ने उन्हें नव सृजित परिचारक चैकीदार पदों पर नियुक्ति नहीं दी तो वो घरना स्थल पर ही अपने प्राण त्याग देंगे। वर्ष 2012 में जिले के राजकीय उच्चतर माद्यमिक विद्यालयों व इण्टर कालेजों में रात्रि चैकीदारों के तौर पर स्थानीय स्तर पर बेरोजगारों को रखा गया था ।मगर तब से आज तक भी इन्हें कोई भी मानदेय नहीं मिला है। जिसके चलते अब इन बेरोजगारों के सामने आर्थिक संकट आ गये हैं और परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके हैं ।आ
भूपेंद्र भंडारी
राजकीय विद्यालयों में बीते 6 सालों से रात्रि चैकीदारों के तौर पर सेवाएं दे रहे बेरोजगारों के सामने अब आर्थिक संकट पैदा हो गया है। बिना मानदेय के ड्यूटी दे रहे ,इन चैकीदारों ने अब मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सामने अनिश्चित कालीन धरना शुरु कर दिया है। चैकीदारों ने साफ ऐलान कर दिया है कि सरकार ने उन्हें नव सृजित परिचारक चैकीदार पदों पर नियुक्ति नहीं दी तो वो घरना स्थल पर ही अपने प्राण त्याग देंगे। वर्ष 2012 में जिले के राजकीय उच्चतर माद्यमिक विद्यालयों व इण्टर कालेजों में रात्रि चैकीदारों के तौर पर स्थानीय स्तर पर बेरोजगारों को रखा गया था ।मगर तब से आज तक भी इन्हें कोई भी मानदेय नहीं मिला है। जिसके चलते अब इन बेरोजगारों के सामने आर्थिक संकट आ गये हैं और परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके हैं ।आ
यही कारण है कि अब चैकीदारों को आन्दोलन के लिए विवश होना
पड रहा है।
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