भूपेंद्र भंडारी
"शराब नहीं रोजगार दो" का नारा शुक्रबार को जिला कलेक्ट्रेट में गूंजा। चन्द्रनगर में खुलने जा रही अंग्रेजी शराब की दुकान के विरोध में आयी महिलाओं को केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने भी सर्मथन दे दिया है। महिलाओं का साफ कहना है चाहे उनकी सांसें चली जाय पर पूरी क्यूजा धाटी में शराब की दुकान को नहीं खुलने देंगे।
दरअसल में जिले में
पहले नो अंग्रेजी शराब की दुकानें संचालित थी इस बार सरकार ने चन्द्रनगर व
खेडाखाल में दुकान खोलने की नई स्वीकृति दे दी। ग्रामीणों का साफ कहना है
कि जो हम मांग रहे है वो तो सरकार दे नहीं रही मगर जिसे हम नहीं चाह रहे
सरकार जबरदस्ती हम पर थोप रही है।
केदारनाथ के विधायक मनोज रावत ने क्या तन्ज कसे सरकार पर, वो भी आप को सुनाते हैं
धर्म और आस्था की बात करने वाली सरकार जहां एक और सत्ता में आते ही
देवभूमि से शराब को हटाने की बात कर रही थी मगर नये सत्र में जिस तरह से
रुद्रप्रयाग जनपद में पहले से संचालित नौ दुकानों के बाद अब दो दुकानें और
बडा दी गयी हैं ऐसे साफ पता लगता है कि सरकार के पास आबकारी के अतिरिक्त
कोई ऐसा विकल्प है ही नहीं कि जिससे राजकोश को बडाया जा सके। यही तो कारण
है कि अधिकारियों पर पूरा दबाव है चाहे कुछ भी हो दुकानें खुलेंगी, तब वो
कहा भी हों।
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