हरिद्वार:'
शहरी विकास मंत्री .मदन कौशिक ने जनपद में
जलभराव की समस्या के निराकरण एवं ग्रीष्म काल में पेयजल समस्या के निराकरण
हेतु एक समीक्षा बैठक सीसीआर सभागार में ली। जिलाधिकारी दीपक रावत, मुख्य
नगर आयुक्त . नितिन भदौरिया सहित सम्बंधित विभागों के अधिकारी बैठक में
मौजूद रहे।
श्री
कौशिक ने मुख्य नगर आयुक्त हरिद्वार व मुख्य नगर अधिकारी रूड़की से पिछली
बैठक के निर्देशों में कार्य प्रगति की जानकारी ली। दोनों अधिकारियों ने
अवगत कराते हुए बताया कि बरसाती पानी की सप्लाई बाधित न हो तथा पानी सड़कों
पर न फैले इसके लिए अधिकांश नालों की सफाई हेतु टेण्डर किये जा चुके हैं।
उन्होंने
भेल नालों से आने वाले को रानीपुर मोड़ न आने देने के लिए किये गये उपायों
की जानकारी भी ली। जिस पर भेल प्रबंधन की ओर से आये अधिकारियों ने बताया
कि वर्षा जल नालों से शहर न पहुंचंे इसके लिए भेल भूमि पर बनाये गये सात
ताबालों की सफाई व खुदाई बोर्ड से अनुमति मिलते ही प्रशासन के सहयोग से
शुरू कर दी जायेगी, व नये तालाब भी बनाये जायेंगे। इसके लिए जिला प्रशासन
को भेल टाउनशिप मैनेजर से वार्ता करनी होगी।
दूसरी ओर बड़ी संख्या
में शहर में पेयजल किल्लत की शिकायत लेकर बैठक में पहुंचे नागरिकों की
समस्याओं को गम्भीरता से लेते हुए श्री कौशिक ने जल संस्थान व पेयजल निगम
के अधिकारियों को चेतावनी दी कि जिन भी यदि शहर में खपत से अधिक पानी
उपलब्ध है तो इसका मतलब आपकी वितरण प्रणाली या लीकेज सिस्टम में खामियां इन
सभी को अगले तीन दिन में सुधार करते हुए समस्या का समाधान कर लिया जाये।
अगले तीन दिन बाद इन सभी क्षेत्रो ंका भौतिक निरीक्षण कैबिनेट मंत्री स्वयं
जिलाधिकारी को साथ लेकर करेंगे। जिस क्षेत्र में व्यवस्था सुधार नहीं पाया
गया वहां के जेई, एई कार्रवाई के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि अधिशासी
अभियंता स्वंय करेंगे इन कार्याे की माॅनिटरिंग।
बैठक में पूर्व मेयर मनोज गर्ग, एडीएम वित्त ललित नारायण मिश्र, सिटी मजिस्ट्रेट मनीष सिंह आदि उपस्थित थे।
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