श्यामपुर :
जहां एक ओर गाँव को राजमार्ग से जोडने की मुहिम चल रही वहीं आशा प्लाट व चकजोगीवाला के ग्रामीण वर्षों से कच्ची एवं पथरीली सडक पर चलने को मजबूर है । दशकों से चकजोगीवाला एवं आशा प्लाट के ग्रामीण पक्की सडक की सुविधा से वंचित है ।
देहरादून वन डिवीजन के बड़कोट रेंज से सटे आशा प्लाट व चकजोगीवाला गांव की जनसंख्या पाँच हजार से अधिक है। इन गांवों को हरिद्वार- देहरादून हाईवे से जोड़ने वाला मुख्य सम्पर्क मार्ग आज तक पक्का नहीं बन सका । वहीं ग्रामीणो को कच्ची एवं पथरीले सड़क पर चलने को मजबूर होना पड रहा हैं। सड़क के एक तरफ आबादी तो दूसरी तरफ जंगल है। जंगल से सटे होने की वजह से सड़क निर्माण में वन विभाग आड़े आ रहा है। यही वजह है कि अब तक सड़क को पक्का नहीं कराया जा सका है। वहीं कच्ची सड़क की वजह से लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ता है। बारिश से सड़क पर कई जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन गए है। जिससे बरसात के समय सडक पर चलना जोखिम भरा हो जाता है ।ग्रामीण प्रमोद रावत,रविन्द्र, सुनील, मनवर रावत ,राकेश चमोली, आदि का कहना है कि कही वर्षों से ग्रामीण पक्की सडक की माँग कर रहे । लेकिन सरकार के नुमाइंदे हो या जनप्रतिनिधि कोई भी इस समस्या के निराकरण को संवेदशील नहीं है।वहीं जिम्मेदार अधिकारियों का रटा रटाया जवाब होता है कि वन अधिनियम की वजह से सड़क बनने में अड़चन आ रही है। वहीं सड़क बनने से चकजोगीवाला, जोगीवाला माफी, साहबनगर व छिद्दवावाला के ग्रामीणो को भी फायदा मिलेगा ।
उत्तम सिंह
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