डोईवाला/ लच्छीवाला;
ओमकार सिंह
पर्यटन स्थल लच्छीवाला में सैलानियों का हजूम उमड़ रहा है चिलचिलाती गर्मी में राहत पाने के लिए हजारों की संख्या में सैलानी लच्छीवाला पहुंच रहें है। देहरादून हरिद्वार राजमार्ग मार्ग पर डोईवाला स्थित लच्छीवाला रेंज में स्थित यह पर्यटन स्थल अपनी प्राकृतिक सुंदरता से तो सैलानियों को आकर्षित करता ही है साथ ही हिमालय से निकलने वाला शीतल जल चिलचिलाती गर्मी से सैलानियों को राहत भी पहुंचाता है जिसके चलते हर साल लाखों की संख्या में देश के विभिन्न राज्यों से पर्यटक यहां घूमने के लिए आते हैं
पर्यटक रेणुका राय ,गुरप्रीत कौर और कमल सिंह का कहना है कि वन विभाग द्वारा स्थापित यह पर्यटन स्थल प्राइवेट पर्यटन स्थलों की अपेक्षा काफी सस्ता पड़ता है पार्किंग से लेकर खाने पीने की वस्तुएं बच्चों के लिए झूले राइडिंग के लिए बोट कैंटीन आदि हर तरह की व्यवस्था यहां की गई है
संगीता ,हिमानी तिवारी और परमार्थ निकेतन से आये आचार्य संतोष भी इस बात कप लेकर संतुष्ट है कि दूरदराज से आने वाले सैलानियों के लिए यहां प्राइवेट पर्यटन स्थलों की अपेक्षा महंगाई से काफी राहत मिलती है लेकिन मार्केट रेट से दुगनी रेट पर यहां उपभोग संबंधी वस्तुएं बेची जाती हैं जिससे लोग काफी निराश भी दिखे ।साथ ही लोगों ने इस पर्यटन स्थल की स्वच्छता को लेकर सवाल भी उठाए और स्वच्छ रखने के लिए लोगों से अपील की जिससे कि अधिक से अधिक पर्यटक यहां पहुंचे और उत्तराखंड एक पर्यटन प्रदेश के रूप में विकसित हो सकें।
श्री घनानंद उनियाल , रेंज अधिकारी लच्छीवाला रेंज
ने यहां की व्यवस्थाओं को लेकर ने जानकारी दी कि पिछले साल की अपेक्षा ,इस साल इंफ्रास्ट्रक्चर में काफी बदलाव यहां किया गया नमामि गंगे के तहत यह प्रोजेक्ट है। जिसके चलते हैं नए लोन बनाए गए हैं । बच्चों के लिए झूलों की संख्या बढ़ाई गई है तथा फाउंटेन भी बनाए गए हैं।
लच्छीवाला कैसे पँहुचे;---
एयरपोर्ट जॉली ग्रांट से देहरादून रोड पर डोईवाला में लच्छीवाला फ्लाईओवर से पहले दांयीं और पर्यटन स्थल की और रास्ता जाता है। देहरादून से आनेवाले सैलानी सिटी बस डोईवाला से फलगवर से पहले बांयीं और रास्ते पर जाएं तो लच्छीवाला पंहुच सकतें है।
सैलानियों से अनुग्रह है कि जंगल मे पॉलिथीन आदि न छोड़ें, सुरक्षा की दृष्टि का ध्यान रखते हुए, जंगल में अनावश्यक अंदर न जाये। नहाने के लिए साबुन का प्रयोग न करे। बच्चों को अपने संरक्षण में नहलाये।। लच्छीवाला जानवर बाहुल्य क्षेत्र भी है अतः बिना अनुमति पर्यटन स्थल के अतिरिक्त अंदर न जाएं।
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