अपर मुख्य सचिव डाॅ.रणवीर सिंह ने बताया कि आबकारी विभागान्तर्गत
वित्तीय वर्ष 2018-19 में कुल 626 मदिरा की फुटकर दुकानों के व्यवस्थापन से
प्राप्त राजस्व का लक्ष्य 1642.00 करोड़ रूपये निर्धारित है। वर्तमान तक
513 मदिरा की दुकानों का व्यवस्थापन टैण्डर के माध्यम से हो गया है, जिससे
1593.28 करोड़ रूपये राजस्व प्राप्ति का अनुमान है। यह अप्रैल 2018 में दुकानों से प्राप्त राजस्व 103.90 करोड़ रूपये है।
1593.28 करोड़ रूपये राजस्व प्राप्ति का अनुमान है। यह अप्रैल 2018 में दुकानों से प्राप्त राजस्व 103.90 करोड़ रूपये है।
डाॅ.रणवीर सिंह
ने बताया कि अव्यवस्थापित मदिरा की 111 दुकानों में से ऐसी 89 दुकानों
हेतु जिलाधिकारी के माध्यम से 50 प्रतिशत या उससे अधिक के आॅफर प्राप्त हुए
है को जिन्हें व्यवस्थापन हेतु निर्देश निर्गत कर दिये गये है। उक्त
दुकानों से मूल मूल्य 269 करोड़ रूपये के सापेक्ष 194 करोड़ रूपये(72
प्रतिशत) राजस्व प्राप्ति सम्भावित है।
उन्होंने बताया कि
उक्तानुसार निर्धारित 1642.00 करोड़ रूपये के सापेक्ष वर्तमान तक अवशेष 24
दुकानों में अन्तर्निहित राजस्व को शून्य मानने पर भी 1891.44 करोड़ राजस्व
प्राप्ति संभावित है, जो कि कुल लक्ष्य के सापेक्ष 115 प्रतिशत है। उक्त के
अतिरिक्त अवशेष कुल 22 दुकानों हेतु निर्धारित राजस्व के सापेक्ष 50
प्रतिशत से कम आॅफर प्राप्त हुये है या आॅफर ही प्राप्त नही हुये है, जिनका
राजस्व रूपये 24.80 करोड़ रूपये है तथा 02 मदिरा की दुकानें जनपद चमोली में
थराली उप निर्वाचन के कारण अव्यवस्थापित है। 22 दुकानें(चमोली की दो को
छोड़कर) का पुनः टैण्डर सरकारी कीमत 50 प्रतिशत कम करके निकालने के आदेश दे
दिये गये है। यदि इनका उपयुक्त मूल्य प्राप्त नही होता, तो इन्हें बंद किये
जाने पर विचार किया जायेगा।
एक टिप्पणी भेजें