एस०जे०वी०एन० के संयोजन में रीच द्वारा आयोजित पांच दिवसीय थिएटर फेस्ट में आज पांचवे दिन दर्शकों ने ए०एन०एम०घोष ऑडिटोरियम में कोरस रेपेट्री ग्रुप द्वारा प्रस्तुत शेक्सपियर के प्रसिद्ध नाटक 'मैकबेथ' का आनंद लिया ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि. अरविन्द पाण्डेय शिक्षा मंत्री उत्तराखंड ,.प्रमोद कुमार गुप्ता (चीफ कमिश्नर इनकम टैक्स) एवं . आर०एन० मिश्रा जी रहे।
मैकबेथ एक बहुत ही खतरनाक महामारी का नाम है ।जिसके प्रमुख लक्षण घमंड , असंख्य इच्छाऍ, झगड़ालू प्रवृत्ति आदि है। इस बीमारी का निदान बहुत मुश्किल है क्योंकि यह बीमारी दिखाई नहीं देती बल्कि किसी के अंदर घर कर लेती है और उस व्यक्ति को दूषित कर देती है। यह बीमारी किसी के अंदर धीरे धीरे पनपती है फिर उसे घृणा और साजिश के लिए उकसाती है।जिस दिन यह बीमारी सबके अंदर घर कर लेगी उस दिन सम्पूर्ण मानव जाति को बर्बाद कर देगी। इस बीमारी के उन्मूलन का तरीका साहित्य , कला , विज्ञान एवं ईश्वर को प्रत्येक व्यक्ति के अंदर पहुंचाना है ।
मैकबेथ ईश्वर की विशेष रचना मनुष्य के कुरुप रूप को दर्शाता है।
रतन थियम जी ने इसमें ज्यादा से ज्यादा वास्तविक शब्दों का प्रयोग किया यहाँ तक जो मैनपुरी भाषा नहीं जानते वो भी शेक्सपियर को जान सकते हैं।
मैकबेथ किसी एक कि कहानी नहीं है बल्कि उस बिमारी का नाम है जो समकालीन दुनिया में तेजी से फैल रही है।
इसके चरित्र मौखिक बात नही करते बल्कि इशारों का प्रयोग करते हैं। यह कहानी मैकबेथ के जिंदगी से बढ़कर छवि के निराकरण के साथ समाप्त होता है। वह उस संक्रमित बूढ़े की तरह है जो मुस्कुराते हुए सर्जिकल मास्क पहन कर खुद को झाड़ू से साफ करता है ।
इसी के साथ पांच दिवसीय थिएटर फेस्ट आज समाप्त हो गया।
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