देहरादून :
- देवभूमि उत्तराखण्ड खेल रत्न पुरस्कार महिला अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी एकता बिष्ट को
- द्रोणाचार्य पुरस्कार कोच लियाकल अली को
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गुरूवार को सूचना भवन में आयोजित समारोह में सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग की विकास पुस्तिका ‘‘संकल्प से सिद्धि तक...........’’ का विमोचन किया।
राज्य स्थापना दिवस की 17वीं वर्षगांठ पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सहकारिता विभाग द्वारा संचालित ‘दीन दयाल उपाध्याय किसान कल्याण योजना’ का देहरादून में शुभारम्भ करते हुए किसानों को स्वीकृत ऋण के चेक भी वितरित किये।
मुख्यमंत्री ने वर्ष 2016-17 हेतु देवभूमि उत्तराखण्ड खेल रत्न पुरस्कार और देवभूमि उत्तराखण्ड द्रोणाचार्य पुरस्कार भी प्रदान किये। खेल रत्न पुरस्कार प्रसिद्ध महिला अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी एकता बिष्ट तथा द्रोणाचार्य पुरस्कार उनके कोच लियाकल अली को प्रदान किया गया। सुश्री एकता बिष्ट की अनुपस्थिति में उनके माता-पिता ने यह पुरस्कार ग्रहण किया।
इसी कार्यक्रम में ईको टास्क फार्स के शहीदों की पत्नियों, श्रीमती चन्द्रकला नेगी पत्नी स्व.राइफलमैन बिक्रम सिंह नेगी तथा श्रीमती राजेश्वरी देवी पत्नी स्व.राइफलमैन धर्मसिंह रावत को भी मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में उत्तराखण्ड जल संस्थान के अधिशासी अभियंता श्री विनोद चन्द रमोला को उनके दायित्वों के कुशल निर्वहन हेतु उनके विभाग द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
प्रदेशवासियों को राज्य स्थापना की 17वीं वर्षगाठ की बधाई देते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य के किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सरकार प्रयासरत् है।
उन्होंने कहा कि राज्य के किसान भाईयों से हमने वादा किया था कि उनको सरकार द्वारा सस्ती ब्याज दर में ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। इसलिये दीन दयाल उपाध्याय किसान कल्याण योजना प्रारंभ की गई है।
मुख्यमंत्री ने राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि सरकार आंदोलनकारियों के सपनों के अनुरूप राज्य का विकास करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा पिछले 7 माह में किए गए कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वर्ष 2022 तक देश के प्रत्येक नागरिक को आवास और भोजन उपलब्ध कराने का फैसला किया है। राज्य सरकार भी इसके लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए उज्जवला योजना से वंचित लोगों को, जिनकी वार्षिक आय 2 लाख 50 हजार से कम है और जिन्हें गैस कनेक्शन नहीं मिल पाया, उनको राज्य सरकार की ओर से निशुल्क गैस कनेक्शन दिया जाएगा, इसका आदेश जारी किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड देश को स्वच्छ हवा और स्वच्छ पानी देता है। उत्तराखण्ड की नदियाँ सूखती जा रही हैं। इसके लिए सरकार राज्य की 2 नदियों देहरादून में रिस्पना और अल्मोड़ा में कोसी नदी को पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए जन सहयोग की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘‘जल पुरूष श्री राजेन्द्र सिंह जी से बात करके मुझे एहसास हुआ कि नदियों को पुनर्जीवित करना इतना कठिन भी नहीं जितना मुझे लग रहा था।’’
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि किसानों को उर्वरक में डी.बी.टी. की शुरूवात की जा चुकी है। पहले 5 राज्यों में इसकी शुरूवात की गयी है, जिसमें उत्तराखण्ड भी शामिल है। इस पारदर्शी व्यवस्था के तहत किसानों को रेट और सब्सिडी की जानकारी मिल जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राज्य की जीडीपी में कृषि का योगदान घटा है। हम नई तकनीकों का इस्तेमाल करके, सिर्फ परम्परागत खेती को न, करके नई चीजों को इसमें शामिल करके अपनी खेती को बढ़ा सकते हैं। हमें जीडीपी में कृषि के योगदान को बढ़ाना होगा।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि पलायन विकास के लिए भी हुआ है, लेकिन जो पलायन मजबूरी के कारण हुआ है, उसके लिए पलायन आयोग का गठन किया गया है। राज्य सरकार ने राज्य की 670 न्याय पंचायतों को ग्रोथ सेंटर के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिरूल से बायोफ्यूल बनाने की योजना है। पिरूल से तारपीन का तेल और इंडस्ट्रीयल डीजल बनाया जाएगा। स्थानीय लोगों को 5 से 7 रूपये प्रति किलो पिरूल का मूल्य दिया जाएगा जिससे लोगों को आमदनी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में खुले में शौच से मुक्त होकर उत्तराखण्ड देश का चैथा राज्य बन गया है। सरकार राज्य के शहरी क्षेत्र को भी मार्च 2018 तक खुले में शौच से मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य में 5 करोड़ तक के कार्य राज्य के स्थायी निवासियों हेतु आरक्षित दिये गये हैं। साथ ही 5 मेगावाट तक के सौर विद्युत प्रोजेक्ट्स को भी राज्य के स्थायी निवासियों के लिए आरक्षित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में चिकित्सा व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए सेना के डाॅक्टर्स और अन्य राज्यों से भी डाॅक्टर्स का आवेदन मांगा गया है। राज्य में टेलीरेडियोलाॅजी की भी शुरूवात की जा रही है। राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों में संचार व्यवस्थाओं को पहुंचाने के लिए बैलून टैक्नोलाॅजी का इस्तेमाल किया जाएगा। चमोली के सीमांत गाँव से इसकी शुरूवात की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देवभूमि उत्तराखण्ड को चारधाम आल वेदर रोड का तोहफा दिया गया है। 12 हजार करोड़ के इस प्रोजेक्ट को 4 हजार करोड़ रूपए जारी किया जा चुका है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल प्रोजेक्ट का कार्य भी प्रारम्भ हो गया है।
सूचना महानिदेशक डाॅ.पंकज कुमार पाण्डेय ने बताया कि संकल्प से सिद्धि तक....... न रूकेंगे न थकेंगे, बस आगे ही बढ़ेंगे, विकास पुस्तिका का मुख्य उद्देश्य राज्य सरकार द्वारा संचालित प्रमुख योजनाओं एवं नीतियों की जानकारी आम जनमानस तक पहुंचाना है। विकास पुस्तिका की मुख्य थीम गुड गवर्नेंस और जीरो टालरेंस आॅन करप्शन पर फोकस की गई है। कार्यक्रम का मंच संचालन अपर निदेशक सूचना डाॅ.अनिल चंदोला ने किया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, अरविंद पाण्डेय, राज्य मंत्री(स्व.प्रभा.) डाॅ.धन सिंह रावत, सचिव सूचना चन्द्रशेखर भट्ट, सचिव खेल डाॅ.भूपिन्दर कौर औलख सहित विभिन्न गणमान्य अतिथि, जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी भी उपस्थित थे।
रूद्रप्रयागः
राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर मन्दाकिनी शरदोत्सव में आज विभिन्न कार्यक्रम हुएं जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल के नेतृत्व में अगस्त्यमुनि खेल मैदान में हुए विभिन्न कार्यक्रमों में प्रतिभाग करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि हमें राज्य के विकास के लिए एकजुट होकर प्रयास करने की आवश्यकता है।
जो भी योजनायें बने उनके क्रियान्वयन में हमें पर्यावरण का विशेष ध्यान रखना होगा। बड़ी शहादतो से हमें यह राज्य मिला है। अतः हम सबका प्रयास होना चाहिए कि जिस तरह हम अपने अधिकारो के लिए सजग हैं उसी प्रकार हमें अपने कर्तव्यो के प्रति भी ईमानदार रहना होगा।
राज्य स्थापना दिवस पर मुख्य कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने उत्तराखण्ड शहीद यशोधर बेंजवाल एवं अशोक केशिव के परिजनों को शाॅल औढ़ाकर सम्मानित किया ।
इस अवसर पर उन्होंने ओएनजीसी द्वारा वित्त पोषित रू0 8.46 लाख की स्पर्श योजना जिसके अन्तर्गत स्कूली छात्राओ के लिए सस्ती दरों पर सेनेटरी नेपकिन स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाई जायेगी, हंस फाउण्डेशन के दो लाख रू0 की वित्तीय सहायता से प्रोजेक्ट लक्ष्य के अन्तर्गत राजकीय प्राथमिक विद्यालयो में अध्ययनरत कक्षा पांच के छात्र छात्राओं को राजीव /जवाहर नवोदय/सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा की तैयारी के प्रश्न पत्रों के मुद्रण कार्यों एवं अभ्यास परीक्षा कार्यक्रम की नींव एवं राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। राज्य स्थापना दिवस पर जिलाधिकारी की प्रेरणा से स्कूली छात्रों की उत्तराखण्ड से सम्बन्धित एक क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। जिसमें शिक्षा विभाग की ओर से विजेताओं को पुरस्कार दिए गये।
इसके साथ ही राइका अगस्त्यमुनि में इन्जीनियरिंग एवं मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए निःशुल्क कोचिंग करवाने वाले शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर जिलधिकारी एवं अन्य अतिथियों ने सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग द्वारा प्रकाशित संकल्प से सिद्धि तक - न रूकेंगे, न थकेंगे, बस आगे ही बढ़ेंगे पुस्तक का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर स्वजल एवं सुचना विभाग के सौजन्य से गढ़कला मंच द्वारा स्वच्छता एवं सरकार की विभिन्न योजनाओं के सम्बन्ध में नुक्कड़ नाटक के जरिये जनमानस को संदेश भी दिया।
इससे पूर्व जिलाधिकारी ने खेल मैदान में आयोजित विभिन्न विद्यालयों द्वारा निकाले गये मार्चमास्ट की सलामी ली एवं राष्ट्रध्वज फहराया। इस अवसर पर सीडीओ डीआर जोशी, सीएमओ डाॅ सरोज नैथानी, पीडी एनएस रावत, बीडीओ धनेश्वरी नेगी, नगर पंचायत अध्यक्ष अशोक खत्री, मेला कमेटी के संयोजक विक्रम नेगी, महासचिव हर्षवर्धन बेंजवाल सहित बड़ी संख्या में जनता उपस्थित थी।।
देहरादून:
कचहरी स्थित शहीद स्मारक श्रद्धासुमन अर्पित करने पंहुचे मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गुरूवार को कचहरी स्थित शहीद स्मारक पहुंचकर शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
मुख्यमंत्री ने सचिवालय में आयोजित कार्यक्रम में भी राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर शहीद राज्य आंदोलनकारियों के चित्रों पर माल्यार्पण किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सचिवालय कार्मिकों को कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी से राज्य की सेवा करने की शपथ भी दिलाई।
राज्य स्थापना दिवस की बधाई देते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि जिन लोगों के त्याग, बलिदान और संघर्ष के परिणामस्वरूप राज्य हमको मिला है, उन्हें हम श्रद्धांजलि देते हैं। राज्य सरकार आंदोलनकारियों के सपनों के अनुरूप राज्य का विकास करने को प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जहाँ सकारात्मक सोच होगी, वहाँ कोई समस्या ही नहीं होगी। हम सबको एकात्म भाव को अपनाना होगा। किसी भी अधिकारी या कर्मचारी में कोई अंतर नहीं है।
राज्य के विकास के लिए छोटे से लेकर बड़े तक प्रत्येक अधिकारी-कर्मचारी की समान जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि हमारे आई.ए.एस. अधिकारी जब विद्यालयों में गए, उन्होंने विद्यार्थियों से संवाद किया तो अधिकारियों वस्तुस्थिति का ज्ञान हुआ होगा।
इससे आगे की योजनाएं बनाने में सहायता मिलेगी, साथ ही इससे बच्चों में भी आत्मविश्वास जागेगा कि एक दिन हम भी बड़े अधिकारी बन सकते हैं।
उन्होंने सचिवालय कर्मियों को पूर्ण ईमानदारी से कार्य करने और भ्रष्टाचार का समूल नाश करने हेतु आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार को समाप्त कर दिया जाए तो विकास स्वयं ही हो जाएगा। सचिवालय, राज्यरूपी शरीर का हृदय है, राज्य के विकास के लिए हमें लगातार धड़कते रहना है।
इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय भट्ट भी उपस्थित थे।
उत्तराखण्ड विधान सभा अध्यक्ष प्रेम चन्द अग्रवाल ने राज्य स्थापना की 17 वीं वर्षगांठ के अवसर पर उत्तराखण्ड वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई दी है।

राज्य स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में विधान सभा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मैं इस अवसर पर आप सब की ओर से, राज्य आन्दोलन के अमर शहीदों को भी शत-शत् नमन करता हूँ। मैं अपने स्वतंत्रता संग्राम के नायकों, देश की सीमाओं व देश की आन्तरिक सुरक्षा में शहीद हुये भाईयों की स्मृति को भी
प्रणाम करता हूँ।’’
विधान सभा अध्यक्ष ने अपने संदेश में कहा है कि प्रदेश के नागरिकों ने उत्तराखण्ड का नव-निर्माण करने में अथक परिश्रम किया है। चाहे वे किसान
हों, व्यापारी हों, शासकीय अधिकारी-कर्मचारी हों या इंजीनियर, चिकित्सक,
वकील हों, युवा हों, माताएं-बहनें हों या मजदूर, सभी वर्गो का उत्तराखण्ड के विकास में अविस्मरणीय योगदान है।
विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि राज्य निर्माण से लेकर उत्तराखण्ड दृढ़ता पूर्वक विकास के रास्ते पर कदम आगे बढ़ा रहा है। यह उत्तराखण्डवासियों के दृढ़ संकल्प का ही परिणाम है जल्दी ही हमारा प्रदेश विकास के नए-नए सोपान तय करेगा।
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