हरिद्वार:
डी एम हरिद्वार द्वारा की गयी छापेमारी
उत्तर प्रदेश के बिजनौर का व्यक्ति करता था संचालन
लालढांग क्षेत्र की गैण्डीखाता पंचायत में आधार केंद्र संचालक द्वारा भारी संख्या में आवेदकों के कार्डो में एक ही जन्मतिथि दर्ज कर दिये का मामला संज्ञान में आने पर जिलाधिकारी दीपक रावत ने आज गैण्डीखाता पहुंच व चल रहे आधार कार्ड (जनसेवा केंद्र) पर छापामार कार्रवाई की।
कार्रवाई के दौरान केंद्र पर मौजूद आशीष कुमार से उसका केंद्र रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र दिखाने के लिए कहा जिस पर उसने खुद को केंद्र का स्वामी व संचालक होने से इंकार करते हुए कहा कि स्वामी संदीप कुमार बताया।
काफी छानबीन के बाद आशीष ने बताया कि संदीप हरिद्वार या उत्तरखण्ड का निवासी ही नहीं है। वह यूपी के जिला बिजनौर नजीबाबाद क्षेत्र का रहना वाला है और यहां आधार केंद्र संचालन का कार्य करता है। इस पर जिलाधिकारी दीपक रावत ने इसे नियम विरूद्ध बताते हुए उक्त आधार केंद्र को सीज करने की कार्रवाई की।
डीमए द्वारा संदीप कुमार के नाम का रजिस्ट्रेशन सम्बंधि प्रमाण पत्र आदि दस्तावेजों की जांच के लिए केंद्र में तलाशी ली, लेकिन किसी प्रकार का रजिस्ट्रेशन नहीं पाया गया।
सरकार नियमानुसार इन केंद्र में लोगों के लिए जाति, आय, आधार, स्थाई निवास आदि प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने की सुविधा दिये जाने का भी उलंघ्घन पाया गया।
यहां किसी भी नागरिक द्वारा किसी भी प्रकार का प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए न तो आवेदन किया पाया गया नहीं केंद्र से दिये जाने वाले इस प्रकार के अन्य प्रमाण पत्र। आधार केंद्र में अनेक प्रकार की अनियमितताओं के पाये जाने पर जिलाधिकारी ने केंद्र को सीज करने सम्बंधी कार्रवाई की।
इसके बाद डीएम ग्राम पंचायत लालढांग के मनरेगा कार्यों के निरीक्षण के लिए लालढांग पहुंचे। जहां बीडीओ, वीडीओ तथा ग्राम प्रधान से क्षेत्र में कराये गये मनरेगा कार्यों की सूची दिखाने को कहा।
इस पर दोनों अधिकारी केवल वर्तमान कार्यो की ही सूची दिखा पाये। डीएम ने पूरे कार्यो की सूची उपलब्ध नहीं कराने पर नाराजगी जताते हुए मनरेगा के समस्त कार्यो की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश बीडीओ को दिये। इसके बाद ग्राम पंचायत विकास कार्यालय पर पहुंचकर जिलाधिकारी ने परिसम्पत्ति तथा परिवार रजिस्टर दिखाने के लिए कहा कार्यालय में परिसम्पत्ति रजिस्टर भी नहीं पाये गये। वीडीओ रमेश पिंगल से पूछताछ करने पर बताया कि एक माह पहले ही वह यहां तैनात हुआ है उसको रजिस्टरों के बारे में जानकारी नहीं। ग्राम प्रधान प्रताप सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि पूर्व प्रधान द्वारा र्चाज देते समय किसी प्रकार के रजिस्टर या दस्तावेज उन्हें हस्तांतरित नहीं किये गये हैं। इस पर जिलाधिकारी ने परिसम्पत्ति रजिस्टर उपलब्ध कराये जाने तक बीडीओ बहादराबाद, वीडीओ लालढांग का वेतन रोकने के आदेश जिला विकास अधिकारी को दिये गये। साथ ही उन्होंने जिला पंचायत राज विकास अधिकारी रमेश त्रिपाठी को निर्देश दिये कि वह अपने स्तर से कार्रवाई कर डीएम को लिखित में अपनी रिपोर्ट से अवगत कराये कि उक्त रजिस्टर कहां हैं और क्यों उपलब्ध नहीं कराये गये।
यहंा से जिलाधिकारी ने लालढांग स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। जहां केंद्र के प्रभारी चिकित्सक ने जिलाधिकारी को आने वाले मरीजों की संख्या व दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी दी। यहां उन्होंने मरीजों के ओपीडी रजिस्टर तथा औषधी रजिस्टर का निरीक्षण किया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में औषधी स्टाॅक रिकार्ड रजिस्टर में दवाओं की आपूर्ति व खपत का पूर्ण विवरण दर्ज न किये जाने पर फार्मासिस्ट से स्पष्टीकरण मांगा।
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