हरिद्वार:
उत्तराखण्ड सरकार के पंचायती राज विभाग की ओर से 16 नवम्बर 2017 को त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों की एक कार्याशाला (महाकुम्भ) का आयोजन हरिद्वार जनपद में किया जाना सुनिश्चित किया गया है।
इस महाकुम्भ में त्रिस्तरीय पंचायत जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रदेश के विकास और स्वास्थ्य के लिए स्वच्छता का संकल्प लिया जायेगा। विशाल आयोजन के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों हेतु बनायी गयी ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नीति 2017 की जानकारी के अतिरिक्त पंचायत राज व्यवस्था, जीपीडीपी की जानकारी जनप्रतिनिधियों को दी जायेगी।
साथ सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा केंद्र एवं राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी व्यापक रूप में दी जायेगी।
उक्त कार्यशाला (महाकुम्भ) में सात हजार नौ सौ पचपन ग्राम प्रधानों, 095 क्षेत्र पंचायत प्रमुख 432 जिला पंचायत सदस्यों, तेरह जिला पंचायत अध्यक्षों सहित ग्राम पंचायत की महिला समितियों में महिला अध्यक्षों, विभागीय कर्मचारियों सहित लगभग दस हजार प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा।
इस आयोजन की तैयारियों के मुख्य विकास अधिकारी के नेतृत्व में तैयारियां शुरू कर दी गयी हंै।
सीडीओ द्वारा जिला पंचायत राज अधिकारी व सभी विभागीय आधिकारियों को कार्यक्रम आयोजन स्थल चिन्हित किये जाने, आगन्तुकों के ठहराने, सुरक्षा, यातायात सहित अन्य दायित्वों की रूपरेखा तैयार कर अगले माह की प्रथम सप्ताह तक सभी व्यवस्थायें सुनिश्चि कर लिये जाने के निर्देश दिये गये हैं।
हरिद्वार:
हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से खानपुर वन रेंज मे हुई हाथी की मौत के कारणो की स्पष्ट जाॅच हेतु जिलाधिकारी दीपक रावत द्वारा एक जांच कमेटी का गठन किया गया है।
जाॅच उपजिलाधिकारी भगवानपुर की अध्यक्षता मंे की जायेगी। हाथी की मृत्यु जिस व्यक्ति अथवा कार्मिक द्वारा लापरवाही बरते जाने के कारण हुई इसका स्पष्ट उल्लेख जाॅच में किये जाने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिये। जाँच अधिकारी द्वारा अपनी रिर्पाट 15 दिन के अन्दर प्रस्तुत करनी होगी।
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