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सबसे पहले मुख्यमंत्री आवास स्थित गौशाला पहुंचे


 मुख्यमंत्री  त्रिवेंद्र सिंह रावत अपने व्यस्त दो दिन के दिल्ली दौरे के पश्चात् मंगलवार सायं 6.00 बजे न्यू कैन्ट रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास पहुंचे तो , सबसे पहले मुख्यमंत्री आवास स्थित गौशाला पहुंचे तथा कुछ समय प्रसन्नतापूर्वक गौशाला की गायों के साथ बिताया। उन्होंने कहा कि गाय को रखने से आध्यात्मिक शांति व आनंद की अनुभूति होती है। ज्ञात है कि माह जून, 2017 में मुख्यमंत्री आवास में गौशाला का शुभारम्भ किया गया था।




देहरादून:


गंगा परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गयी


प्रमुख सचिव प्रधानमंत्री नृपेंद्र मिश्रा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गंगा स्वच्छता के प्रगति की समीक्षा की।


मुख्य सचिव श्री एस.रामास्वामी ने बताया कि राज्य स्तरीय गंगा समिति और जिला स्तरीय गंगा स्वच्छता समिति बनाई गई है। उच्च स्तर से लगातार प्रगति का अनुश्रवण किया जा रहा है।


प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने के लिए अधिनियम बनाया गया है। इसके तहत प्लास्टिक के उपयोग पर दंड का प्रावधान रखा गया है। गंगा में प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों को बंद करने का नोटिस दिया गया है। कुछ फैक्ट्रियों को बंद कर दिया गया है।


मुख्य सचिव ने प्रमुख सचिव प्रधानमंत्री को बताया कि नेशनल गंगा रिवर बेसिन अथॉरिटी की 13 परियोजनाओं को पूर्ण कर दिया गया है।


गंगोत्री सीवरेज की पूर्ण परियोजना को 15 अक्टूबर, 2017 तक बिजली कनेक्शन मिल जाएगा।


इसी तरह से नमामि गंगे परियोजनाओं में 216.31 करोड रुपए की 11 परियोजनाएं अक्टूबर, 2017 तक पूर्ण हो जाएगी। 238.46 करोड़ रुपए की दो परियोजनाएं नवंबर, 2017 तक पूरी हो जाएगी। 396 करोड़ रुपए की 6 परियोजनाएं और 24.23 करोड़ रुपए की दो परियोजनाएं सितंबर, 2017 में पूर्ण हो जाएगी।


उन्होंने बताया कि रिवर फ्रंट डेवलपमेंट परियोजना के अंतर्गत चंडी घाट का विकास, 26 घाटों का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही सिंचाई विभाग द्वारा भी 35 घाटों का निर्माण किया जाएगा।


बैठक में सचिव पेयजल श्री अरविंद सिंह ह्यांकी, नमामि गंगे परियोजना के निदेशक डाॅ.राघव लंगर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।




नई दिल्ली/देहरादून:


अगले वर्ष से पाठ्यक्रमों का संचालन प्रारंभ किया जायेगा सुमाड़ी में



एन.आई.टी. सुमाडी, श्रीनगर अपने पूर्व निर्धारित स्थल पर ही बनाया जाएगा। इसके साथ ही उत्तराखण्ड में सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी द्वारा अगले वर्ष से पाठ्यक्रमों का संचालन प्रारंभ किया जाएगा।


यह जानकारी मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को नई दिल्ली में संबंधित केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात के उपरांत दी।


मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को नई दिल्ली में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री  प्रकाश जावड़ेकर से मुलाकात कर श्रीनगर एनआईटी और नए केंद्रीय विद्यालयों के विषय में चर्चा की। मुलाकात के उपरांत मीडिया से अनौपचारिक वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तराखण्ड में एनआईटी श्रीनगर पूर्व निर्धारित स्थल पर ही बनाया जाएगा।


एनआईटी के प्रदेश से बाहर स्थानांतरित होने की कोई वजह नहीं है और राज्य सरकार एनआईटी संचालन और निर्माण में पूर्ण सहयोग प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में नए केंद्रीय विद्यालय खोलने पर भी केंद्रीय मंत्री ने सकारात्मक रूख दिखाया है।


इसके साथ ही मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार को नई दिल्ली स्थित शास्त्री भवन में केन्द्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्री श्री अनंत कुमार से भेंट की। इस अवसर पर हुई चर्चा में बताया गया कि उत्तराखण्ड के 26 सरकारी अस्पतालों में शीघ्र जनौषधि केन्द्र खोले जायेंगे, जिसमें सस्ती दवाएं उपलब्ध करायी जायेगी। बताया गया कि उत्तराखंड में अगले वर्ष जनवरी में मकर संक्रान्ति से सेंट्रल इंस्टीट्यूट आॅफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नॉलजी को प्रारम्भ करने पर भी सहमति बनी। सीपेट के तहत 06-06 महीने के कौशल विकास कोर्स जल्द शुरू किये जायेंगे।


मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार को ही नई दिल्ली स्थित ट्रांसपोर्ट भवन में केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी से भी भेंट की।


इस अवसर पर मुख्यमंत्री की केन्द्रीय मंत्री से मुज़फ्फ़रनगर-देहरादून सड़क मार्ग के सम्बन्ध में चर्चा हुई। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि मुज़फ्फ़रनगर-देहरादून सड़क मार्ग पर जल्द ही कार्य शुरू किया जायेगा।


;प्रदेश में जिन राष्ट्रीय राजमार्गों के कार्य आवंटित कर दिये गये है, उनके शीघ्र निर्माण के लिए लगातार माॅनिटरिंग की जायेगी।


इस अवसर पर उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ धन सिंह रावत भी उपस्थित थे।




हरिद्वार:



मुख्यमंत्री ने लापता  कोठारी संत महंत  मोहनदास  के लापता होने के सम्बन्ध में संतों के साथ वार्ता की


मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार को हरिद्वार पहुँचकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता तथा बड़ा अखाड़ा उदासीन के कोठारी संत महंत श्री मोहनदास जी के लापता होने के सम्बन्ध में पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के संतों के साथ वार्ता की।


उल्लेखनीय है कि विगत 15 सितम्बर, 2017 की रात हरिद्वार-लोकमान्य तिलक एसी सुपरफास्ट ट्रेन से हरिद्वार से मुम्बई इलाज के लिए जा रहे संत महंत श्री मोहनदास जी लापता हो गए हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लगातार प्रयास है कि जल्द से जल्द कोठारी संत महंत मोहनदास जी का पता लगाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में उनकी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ से भी बातचीत हुई है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि संतों की सुरक्षा सरकार का नैतिक दायित्व भी है। उन्होंने कहा कि सरकार संतों के साथ है। इस संबंध में जांच के लिए एस.आई.टी. का गठन कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने संतों के साथ इस प्रकार की घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।


पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के श्रीमहंत महेश्वरादास ने कहा कि उन्हें सरकार और मुख्यमंत्री पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि वे अब तक की जांच से संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि संतों को पुलिस प्रशासन तथा सरकार पर पूर्णं विश्वास है।


इस अवसर पर महामण्डलेश्वर श्री हरिचेतनानंद, महंत श्री रघुमुनि, महंत श्री दुर्गादास, महंत श्री सुखदेवमुनि, महंत श्री कमलदास, महंत श्री राममुनि, बाबा श्री हठयोगी, श्री कैलाशानंद ब्रह्मचारी, श्री सतपाल ब्रह्मचारी, महंत श्री गंगादास, महंत श्री ऋषिश्वरानंद, श्री देवानंद सरस्वती, कैबिनेट मंत्री श्री मदन कौशिक, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डाॅ.धन सिंह रावत, मेयर श्री मनोज गर्ग, जिलाधिकारी श्री दीपक रावत, एसएसपी श्री कृष्ण कुमार वीके, संतगण आदि उपस्थित थे।





देहरादून:



प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया संस्थानो के साथ नियमित कार्यशालाओं और संगोष्ठियो का आयोजन किया



मीडिया के साथ बेहतर संवाद बनाने के लिए सूचना विभाग के अधिकारियों की प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया संस्थानो के साथ नियमित कार्यशालाओं और संगोष्ठियो का आयोजन किया जाएगा।



इसका प्रारम्भ करते हुए मंगलवार को रिंग रोड स्थित सूचना भवन में सूचना अधिकारियों और दैनिक जागरण समाचार पत्र के वरिष्ठ प्रतिनिधियों के साथ एक संगोष्ठी की गई।


संगोष्ठी के मुख्य वक्ता दैनिक जागरण के सम्पादक श्री कुशल कोठियाल ने कहा कि जिस गति से मीडिया आगे बढ़ रहा है, उतनी ही तीव्र गति से चुनौतियों का सामना करना होगा। मीडिया को सरकारी योजनाओं एवं महत्वपूर्ण गतिविधियों की जानकारी समय पर मिल सके इसके लिए सिस्टम में तेजी लाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि समाचार सरल एवं सुगम होना चाहिए तथा इसमें यह ध्यान देना भी आवश्यक समाचार रूचिपूर्ण हो जो पाठक को पढ़ने के लिए आकर्षित कर सके।


श्री कोटियाल ने कहा कि सूचनाओं के आदान-प्रदान में तेजी के साथ ही कन्टेन्ट की सम्पूर्ण जानकारी एवं क्विक रिस्पाॅस देना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि सूचना तंत्र को और बेहतर करने के लिए समय-समय पर मीडिया के साथ इस तरह के इन्टरेक्टिव सेशन होना जरूरी है।


महानिदेशक सूचना डाॅ.पंकज पाण्डेय ने कहा कि सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान एवं सरकारी योजनाओं के प्रचार के लिए सभी विभागों के साथ ही मीडिया के साथ बेहतर समन्वय भी जरूरी है।


श्री पाण्डेय ने कहा कि सूचना तंत्र को और मजबूत बनाने के लिए विभागीय वेबसाइट को अपग्रेड किया जा रहा है। जिससे सरकारी योजनाओं एवं क्रिया कलापों की सम्पूर्ण जानकारी मिल सके।


उन्होंने कहा कि जिलों की महत्वपूर्ण खबरों को सूचना निदेशालय के स्तर से भी मीडिया को उपलब्ध कराई जाए ताकि महत्वपूर्ण खबरों का प्राथमिकता के आधार पर व्यापक स्तर पर प्रचार हो सके।


महानिदेशक ने कहा कि आधुनिक दौर में मीडिया को समय पर सही सूचना देने के लिए यह भी आवश्यक है कि सूचना विभाग के लोग मीडिया संस्थानो के काम करने के तरीको और उनकी आवश्यकताओं से भली भाँति परिचित हों। उन्होंने जिला सूचना अधिकारियों की कार्यशाला हेतु समय देने के लिए दैनिक जागरण के सम्पादक और उनकी टीम का आभार भी व्यक्त किया।


बैठक के उपरांत सभी जिला सूचना अधिकारियों द्वारा दैनिक जागरण के कार्यालय में भ्रमण कर समाचार पत्रों की कार्य प्रकृति का अध्ययन भी किया गया।


इस अवसर पर दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ श्री विकास धूलिया, दैनिक जागरण के वरिष्ठ संवाददाता श्री देवेन्द्र सती, अपर निदेशक सूचना डाॅ.अनिल चंदोला, संयुक्त निदेशक श्री राजेश कुमार, उप निदेशक श्री योगेश मिश्रा, उप निदेशक श्री के.एस. चैहान, उप निदेशक श्री नितिन उपाध्याय, सहायक निदेशक श्री मनोज श्रीवास्तव एवं समस्त जिला सूचना अधिकारी उपस्थित थे।




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