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विकासखंड डोईवाला  के दूरस्थ इठारना में सरकार जनता के द्वार; डीएम ने सुनी जन समस्याएं; अधिकतर समस्याओं का निस्तारण

दूस्थ क्षेत्र के अंतिम  छोर पर निवासरत बुजुर्ग महिला बच्चे; सरकार, जिला प्रशासन के लिए प्रथम: डीएम

35 से अधिक विभागों ने स्टॉल लगाकर जनमानस की समस्या का किया निस्तारण; लाभार्थियों से मौके पर ही भरवाये योजनाओ के फॉर्म

multipurpose camp in doiwala DM DDun


ग्राम पंचायत रानीपोखरी को कूड़ा निस्तारण हेतु वाहन की मौके पर ही स्वीकृत; मृत पशु के शव निस्तारण हेतु भूमि चिन्हित करने को राजस्व विभाग  को निर्देश


ग्राम पंचायत गदुल में लगेगा आधार एवं श्रम कार्ड बनाने हेतु  कैंप; डीएम ने दिए निर्देश


50 आधार कार्ड; 64 छात्र-छात्राओं  की रोजगार हेतु काउंसलिंग; 2 जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र; 2 दिव्यांग प्रमाण पत्र; 33 आयुष्मान कार्ड; 180 से अधिक लोगों की स्वास्थ्य जांच;  नई गैस कनेक्शन है तो 11 आवेदन फार्म; राशन कार्ड हेतु 6 आवेदन; 2 महालक्ष्मी 10 किशोरी किट वितरित; 3 लाभार्थियों को कृषि उपकरण 1.65 लाख अनुदान राशि  वितरित; 3 लाभार्थियों को मौके पर ही पेंशन; वृद्ध जनों को समाज कल्याण विभाग द्वारा 46 लाभार्थियों को 132 सहायक उपकरण वितरित; 30 लाभार्थियों को पशु औषधि वितरित


बहुउद्देशीय शिविर में 200 से अधिक शिकायत प्राप्त; अधिकतर शिकायतों का मौके पर निस्तारण



देहरादून दिनांक 01 दिसंबर 2025(सूवि) जिलाधिकारी सविन बंसल की अध्यक्षता में आज विकासखंड डोईवाला के ग्राम इठारना में बहुउद्देशीय शिविर का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। शिविर का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत आमजन को विभिन्न शासन की कल्याणकारी योजनाओं, सेवाओं एवं सुविधाओं का लाभ एक ही स्थान पर उपलब्ध कराना था। जिलाधिकारी नहीं कहा कि दूरस्थ क्षेत्र के अंतिम छोर में निवासरत प्रत्येक बुजुर्ग, व्यक्ति,  महिला बच्चा सरकार और जिला प्रशासन के लिए प्रथम व्यक्ति है। जिला अधिकारी ने कहा कि हमारा यही प्रयास है कि बहुउद्देशीय शिविर में प्राप्त हुए प्रत्येक आवेदन का समयबद्ध  निस्तारण किया जाए।


जिलाधिकारी ने शिविर में उपस्थित ग्रामीणों से संवाद स्थापित करते हुए उनकी समस्याओं, मांगों एवं अपेक्षाओं को विस्तार से सुना। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि प्राप्त शिकायतों एवं मांगों का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाए तथा योजनाओं से वंचित पात्र व्यक्तियों को तुरंत लाभान्वित किया जाए। बहुउद्देशीय शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल लगाए गए वहीं शिक्षा विभाग द्वारा लगाए गए स्टॉल में जीआईसी इठरना के बच्चों ने अपने बने प्रोडक्ट की जानकारी जिलाधिकारी को दी, जिसमें अवनीश रावत ने मिश्रित खेती तथा कनिष्का पुंडीर ने देवी आपदा के दौरान बचाव संबंधी बनाए गए प्रोडक्ट की प्रस्तुति दी।


विकासखंड डोईवाला  के दूरस्थ इठारना में सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम के तहत डीएम ने  जन समस्याएं सुनी अधिकतर समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण किया गया जिलाधिकारी ने कहा  कि दूरस्थ क्षेत्र के अंतिम  छोर पर निवासरत बुजुर्ग महिला बच्चे; सरकार, जिला प्रशासन के लिए प्रथम व्यक्ति हैं जिन्हें जिन्हें सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित करना हमारी प्राथमिकता है।


बहुउद्देशीय शिविर में 35 से अधिक विभागों ने स्टॉल लगाकर जनमानस की समस्या  निस्तारण किया तथा योजनाओं से लाभान्वित करने हेतु आवेदन प्राप्त किये  तथा लाभार्थियों से मौके पर ही  योजनाओ के फॉर्म भरवाये।


ग्राम पंचायत रानीपोखरी को कूड़ा निस्तारण हेतु वाहन की मौके पर ही स्वीकृत; मृत पशु के शव निस्तारण हेतु भूमि चिन्हित करने को राजस्व विभाग  को निर्देश


ग्राम पंचायत गदुल में लगेगा आधार एवं श्रम कार्ड बनाने हेतु  कैंप; डीएम ने दिए निर्देश


50 आधार कार्ड; 64 छात्र-छात्राओं  की रोजगार हेतु काउंसलिंग; 2 जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र; 2 दिव्यांग प्रमाण पत्र; 33 आयुष्मान कार्ड; 180 से अधिक लोगों की स्वास्थ्य जांच;  नई गैस कनेक्शन है तो 11 आवेदन फार्म; राशन कार्ड हेतु 6 आवेदन; 2 महालक्ष्मी 10 किशोरी किट वितरित; 3 लाभार्थियों को कृषि उपकरण 1.65 लाख अनुदान राशि  वितरित; 3 लाभार्थियों को मौके पर ही पेंशन; वृद्ध जनों को समाज कल्याण विभाग द्वारा 46 लाभार्थियों को 132 सहायक उपकरण वितरित; 30 लाभार्थियों को पशु औषधि वितरित की गई। वही उद्यान विभाग द्वारा 12 लाभार्थियों को 50% अनुदान दिया गया। चिकित्सा विभाग द्वारा 102 सामान्य ओपीडी, 15 गायनी ओपीडी, तथा 30 से अधिक रक्त जांच, 16 की टीवी जांच तथा 2 लोगों के एक्स-रे भी कराए गए।



शिविर में स्वास्थ्य, शिक्षा, राजस्व, पशुपालन, महिला सशक्तिकरण, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, समाज कल्याण, उद्यान, कृषि, रोजगार, पंचायतीराज, जल संस्थान व जल निगम सहित विभिन्न विभागों के स्टॉल स्थापित किए गए थे, जहां विभागीय अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को सेवाएं प्रदान की गईं तथा योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई।


जिलाधिकारी ने कहा कि बहुउद्देशीय शिविरों के माध्यम से शासन की योजनाओं को अंतिम पंक्ति तक बैठे लाभार्थियों तक पहुँचाना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि शिविरों में अधिकतम समस्याओं का समाधान स्थान पर ही किया जाए और शेष मामलों के निस्तारण में देरी न हो। ग्रामवासियों ने इस प्रकार के शिविरों को अत्यंत उपयोगी बताते हुए जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया।


बहुउद्देशीय शिविर में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, उप जिलाधिकारी ऋषिकेश योगेश मेहर, निदेशक ग्रामीण विकास अभिकरण विक्रम सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार ढोंडियाल, सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।


 देहरादून:


मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण द्वारा अवैध निर्माण और प्लॉटिंग के खिलाफ अभियान लगातार जारी है। प्राधिकरण क्षेत्रान्तर्गत देहरादून, ऋषिकेश, विकासनगर, शिमला बाईपास सहित कई इलाकों में बीते दिनों महत्वपूर्ण कार्रवाइयाँ की गईं, जिनमें बड़े पैमाने पर ध्वस्तीकरण और सीलिंग शामिल रहे। 


एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने स्पष्ट संदेश दिया कि राजधानी देहरादून के सुनियोजित विकास और मास्टर प्लान के पालन में किसी भी प्रकार की ढील नहीं बरती जाएगी।



आज मंगलवार को प्राधिकरण ने छरबा इंटर कॉलेज रोड स्थित मधुकर जोशी द्वारा लगभग 50 से 60 बीघा भूमि में की जा रही अवैध प्लॉटिंग पर बड़ी ध्वस्तीकरण कार्रवाई अमल में लाई। मौके पर अवैध रूप से काटी गई सड़कों और गैर-कानूनी रूप से विकसित हो रहे प्लॉटों को ध्वस्त कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान अवर अभियंता सिद्धार्थ सेमवाल, अमन पाल, सुपरवाइजर टीम तथा पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहा। प्राधिकरण टीम ने स्पष्ट कर दिया कि बिना स्वीकृत नक्शे, बिना लेआउट अनुमोदन और नियमों के विपरीत होने वाली किसी भी प्रकार की प्लॉटिंग या निर्माण को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


इसी क्रम में एमडीडीए ने शिमला बाईपास रोड स्थित बालाजी एन्क्लेव में दो अलग-अलग अवैध निर्माणों को सील किया। शौकीन द्वारा किए जा रहे अवैध निर्माण पर प्राधिकरण की टीम ने सीलिंग की कार्रवाई पूरी की। वहीं जुल्फी एवं अन्य द्वारा किए गए अवैध निर्माणों पर भी कार्रवाई करते हुए भवनों को सील किया गया। यह कार्रवाई संयुक्त सचिव गौरव चटवाल के निर्देशों पर सहायक अभियंता विजय रावत, अवर अभियंता जितेंद्र सिंह एवं सुपरवाइजरों की टीम द्वारा संपन्न की गई।


*प्राधिकरण के साथ जनता की सजगता से रुकेगा अवैध निर्माण— बंशीधर तिवारी*

एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने कहा कि प्राधिकरण शहर के नियोजित विकास के लिए पूर्ण कड़ाई से कार्य कर रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अवैध कॉलोनाइज़र, अनधिकृत निर्माणकर्ता और बिना अनुमति भूमि काटने वालों पर निरंतर और सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने अपील की कि जनता किसी भी प्रकार की प्लॉटिंग या निर्माण शुरू करने से पूर्व प्राधिकरण से आवश्यक अनुमति अवश्य प्राप्त करे, जिससे उन्हें भविष्य में किसी प्रकार की जटिलता का सामना न करना पड़े। तिवारी ने कहा कि भूखंड या प्लॉट खरीदने से पहले नागरिक प्राधिकरण की वेबसाइट या कार्यालय से उसकी वैधता अवश्य जांच लें। साथ ही यदि कहीं भी अवैध प्लॉटिंग या बिना स्वीकृति निर्माण दिखाई दे तो इसकी सूचना तुरंत एमडीडीए को दें।


*मास्टर प्लान के अनुरूप शहर के विकास का लक्ष्य — मोहन सिंह बर्निया*

सचिव एमडीडीए मोहन सिंह बर्निया ने कहा कि प्राधिकरण की प्राथमिकता देहरादून में नियम-सम्मत निर्माण को प्रोत्साहित करना और अवैध गतिविधियों पर पूर्ण रोक लगाना है। उन्होंने बताया कि मास्टर प्लान को ध्यान में रखते हुए सभी निर्माण गतिविधियों की सतत निगरानी की जा रही है। सचिव ने चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार के अनधिकृत निर्माण, अवैध प्लॉटिंग या नियम-विरुद्ध गतिविधि में शामिल व्यक्तियों पर ध्वस्तीकरण, सीलिंग सहित नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि एमडीडीए की टीमें प्रतिदिन क्षेत्रीय निरीक्षण कर रही हैं और नियमों के उल्लंघन की स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा रही है, जो लगातार जारी रहेगी।


 *संस्कृत उत्थान के लिए उच्च स्तरीय आयोग के गठन की घोषणा* 

 *दो दिवसीय सम्मेलन में विभिन्न देशों के विद्वानों द्वारा भारतीय ज्ञान परंपरा पर मंथन* 

 *उत्तराखंड में संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु कई छात्रवृत्ति व प्रोत्साहन योजनाएँ संचालित*

 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी आज हरिद्वार में आयोजित अंतरराष्ट्रीय संस्कृत सम्मेलन में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर उन्होंने संस्कृत भाषा के उत्थान एवं विकास हेतु एक उच्च स्तरीय आयोग के गठन की घोषणा की।



CM sanskrit sammelen





कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों और विद्वानों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि “भारतीय ज्ञान परंपरा: वैश्विक ज्ञान के विकास में संस्कृत का योगदान” जैसे महत्वपूर्ण विषय पर आयोजित यह सम्मेलन भारतीय सभ्यता की गौरवमयी जड़ों को विश्व पटल पर मजबूती से प्रस्तुत करता है। उन्होंने विश्वविद्यालय परिवार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस दो दिवसीय सम्मेलन में भारत सहित विभिन्न देशों के विद्वानों द्वारा संस्कृत की समृद्ध ज्ञान-परंपरा पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा, जो एक प्रेरणादायी पहल है।


मुख्यमंत्री ने बताया कि उनके लिए संस्कृत भाषा हमेशा से प्रेरणा का विषय रही है। उन्होंने विद्यालयी शिक्षा के दौरान कक्षा 9 तक संस्कृत का अध्ययन किया और उस दौरान सीखे गए श्लोक, व्याकरण एवं भाषा की मधुरता आज भी स्मरण में है। उन्होंने कहा कि संस्कृत केवल भाषा नहीं बल्कि संस्कृति, परंपरा, ज्ञान और विज्ञान का आधार है, जिसने प्राचीन मानव सभ्यताओं के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।


मुख्यमंत्री ने उल्लेख किया कि विश्व की अनेकों भाषाओं की जड़ें संस्कृत से जुड़ी हुई हैं। वेद, पुराण, उपनिषद, आयुर्वेद, योग, दर्शन, गणित, साहित्य, विज्ञान और खगोलशास्त्र जैसे सभी प्राचीन ग्रंथ संस्कृत में रचे गए, जिसने भारत की वैचारिक धरोहर को समृद्ध किया।


मुख्यमंत्री ने 18वीं और 19वीं शताब्दी में यूरोपीय विद्वानों द्वारा संस्कृत साहित्य में बढ़ती रुचि का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि तक्षशिला, नालंदा, विक्रमशिला और वल्लभी जैसे विश्वविद्यालयों ने संस्कृत आधारित ज्ञान को विश्व में प्रसारित किया, जहाँ से चरक, सुश्रुत, आर्यभट्ट, भास्कराचार्य, चाणक्य, ब्रह्मगुप्त और पाणिनि जैसे महान विद्वानों ने जन्म लिया। संस्कृत केवल विज्ञान की भाषा नहीं, बल्कि नीति, मानवीय मूल्यों और वैश्विक बंधुत्व का संदेश देने वाली भाषा है।


मुख्यमंत्री ने बताया कि  प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार हेतु कई सार्थक प्रयास जारी हैं। नई शिक्षा नीति में संस्कृत को आधुनिक और व्यवहारिक भाषा के रूप में स्थापित करने पर विशेष बल दिया गया है। ई-संस्कृत शिक्षण प्लेटफॉर्म, मोबाइल एप्स, ऑनलाइन साहित्य उपलब्धता जैसी पहलों से संस्कृत को नई पीढ़ी तक सरल रूप में पहुंचाया जा रहा है। कर्नाटक के मट्टूर गाँव का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि संस्कृत आज भी दैनिक जीवन की भाषा बन सकती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में लोकसभा की कार्यवाही के संस्कृत अनुवाद की पहल भी इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।


मुख्यमंत्री ने बताया कि देवभूमि उत्तराखंड सदियों से संस्कृत का केंद्र रहा है। राज्य में संस्कृत को द्वितीय राजभाषा का दर्जा प्रदान करना इसी विरासत का सम्मान है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विद्यालयों में संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सतत प्रयासरत है।


मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की प्रमुख योजनाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि गार्गी संस्कृत बालिका छात्रवृत्ति योजना के माध्यम से संस्कृत विद्यालयों में अध्ययनरत छात्राओं को प्रति माह 251 रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है।डॉ. भीमराव अंबेडकर एससी/एसटी छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत संस्कृत विषय के एससी/एसटी विद्यार्थियों को समान आर्थिक सहायता दी जा रही है। संस्कृत छात्र प्रतिभा सम्मान योजना के तहत हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को 5100, 4100 और 3100 रुपए की पुरस्कार राशि दी जा रही है। इसके साथ ही उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय और श्री रघुनाथकीर्ति केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के स्नातक व स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को भी सम्मानित किया जा रहा है।



मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तराखंड संस्कृत अकादमी द्वारा अखिल भारतीय शोध सम्मेलन, वेद सम्मेलन, ज्योतिष सम्मेलन, संस्कृत शिक्षक कौशल विकास कार्यशालाएँ एवं छात्र प्रतियोगिताओं जैसे विभिन्न कार्यक्रमों का लगातार आयोजन किया जा रहा है।


उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने प्रत्येक जनपद में आदर्श संस्कृत ग्राम स्थापित करने का संकल्प लिया है, जिससे देववाणी संस्कृत को जन-जन तक पहुंचाने के प्रयास और मजबूत होंगे। साथ ही संस्कृत विद्यार्थियों के लिए सरकारी सहायता, शोध कार्यों में सहयोग और रोजगार के अवसर बढ़ाने पर भी कार्य किया जा रहा है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की पावन भूमि, जिसने वेदों और ऋषि-मुनियों के ज्ञान को जन्म दिया, वहाँ संस्कृत को समृद्ध करना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि एक दिन संस्कृत केवल पूजा-पाठ की भाषा न रहकर आम बोलचाल की भाषा के रूप में भी स्थापित होगी।



कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री श्री रमेश पोखरियाल, विधायक श्री आदेश चौहान, श्री प्रदीप बत्रा, प्रदेश उपाध्यक्ष स्वामी यतीश्वरानंद, विदेश सचिव (भारत सरकार) मीना मल्होत्रा, सचिव संस्कृत उत्तराखंड दीपक गैरोला, संस्कृत विश्वविद्यालय कुलपति दिनेश चंद्र शास्त्री, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोभाल सहित विभिन्न देशों से आए वक्ता एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे




CM Dhami sanskrit sammelen haridwar


 

CS champawat player honored

चम्पावत :


मुख्य सचिव, उत्तराखण्ड शासन श्री आनन्द बर्द्धन ने आज चम्पावत जनपद की उभरती खेल प्रतिभाओं को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु सम्मानित किया।


इस अवसर पर विभिन्न राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट उपलब्धि प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों एवं कोच को मेडल एवं शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।


मुख्य सचिव ने चम्पावत की उभरती (नेशनल) प्रतिभाओं को सम्मानित करते हुए प्रिंस खोलिया ( ब्रॉन्ज मेडल), दीपांशु जोशी (सिल्वर मेडल), अक्षत बोहरा (ब्रॉन्ज मेडल), अंशिका धामी (नॉर्थ इंडिया गोल्ड मेडल) और हर्षित थापा (जूनियर नेशनल ब्रॉन्ज मेडल) को एक साथ सम्मानित किया।


इसके साथ ही अर्जुन सिंह एवं तुषार भट्ट को विद्यालय स्तर से नेशनल प्रतियोगिताओं हेतु चयनित होने पर सम्मानित किया गया।


मुख्य सचिव ने खिलाड़ियों के व्यक्तिगत कोच श्री ललित कुंवर एवं कराटे कोच श्री विजय रावत को भी खेल क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान हेतु शॉल एवं मेडल प्रदान कर सम्मानित किया।


उन्होंने जिला क्रीड़ा अधिकारी श्री चंदन सिंह बिष्ट को भी खिलाड़ियों की प्रतिभा निखारने के लिए शुभकामनाएँ दीं।


पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने हेतु मुख्य सचिव ने बूम फॉरेस्ट गेस्ट हाउस परिसर में "एक पेड़ माँ के नाम" अभियान के तहत हरसिंगार (पारिजात) का पौधा रोपा।


कुमाऊँ कमिश्नर श्री दीपक रावत ने भी इस अवसर पर रुद्राक्ष का पौधा रोपित किया।


मुख्य सचिव ने कहा कि खेल और पर्यावरण—दोनों ही क्षेत्र समाज को नई दिशा देते हैं, इसलिए युवाओं को स्वस्थ वातावरण और बेहतर अवसर उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है।


इस दौरान जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री अजय गणपति, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जी.एस. खाती, अपर जिलाधिकारी श्री कृष्णनाथ गोस्वामी, सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित रहे।

 *मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का हरिद्वार आगमन — गन्ने का भाव ऐतिहासिक रूप से बढ़ाने पर किसानों ने किया भव्य स्वागत* 


 *किसानों ने गुरुकुल कांगड़ी हेलिपैड पर मुख्यमंत्री का फूलों की माला व पुष्पवर्षा के साथ भव्य स्वागत किया।* 

 *किसानों ने मुख्यमंत्री को गन्ना भेंट कर “किसान पुत्र” की उपाधि से सम्मानित किया।* 

 *सरकार समय पर भुगतान और किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य हेतु प्रतिबद्ध।* 




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हरिद्वार में गुरुकुल कांगड़ी हेलिपैड पर आज किसानों ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी का उत्साहजनक स्वागत किया। किसानों, जनप्रतिनिधियों तथा स्थानीय अधिकारियों ने फूलों की माला पहनाकर, पुष्पवर्षा कर और गन्ना भेंट कर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया। उपस्थित किसानों ने सम्मान स्वरूप उन्हें “किसान पुत्र” की उपाधि से सम्मानित भी किया।


मुख्यमंत्री ने स्वागत और सम्मान प्रकट किए जाने पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों व किसानों का आभार व्यक्त किया। उन्होने कहा कि सरकार किसानों के हित में समर्पित है और किसानों की आय बढ़ाने व उनकी फसलों का उचित मूल्य सुनिश्चित करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। किसानों की मांगों व भावना के अनुरूप गन्ने का समर्थन मूल्य ऐतिहासिक रूप से ₹405 प्रति क्विंटल तय किया गया है — जो पूर्व की तुलना में ₹30 अधिक है।


मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि प्रदेश की प्राथमिकता है कि चीनी मिलों द्वारा किसानों को उनकी उपज का समय पर भुगतान सुनिश्चित हो। जहाँ कहीं भी भुगतान या क्रय में कमी प्रतीत होती है, उसे तुरंत ठीक करने का निर्देश दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार व राज्य सरकार मिलकर किसान हितकारी नीतियों — जैसे किसान सम्मान निधि, समर्थन मूल्य निर्धारण और समय पर भुगतान — के माध्यम से किसान की आय बढ़ाने पर कार्य कर रही हैं।


उन्होंने लक्सर क्षेत्र के गंगदासपुर की सड़क ऊँची करने की घोषणा भी की। साथ ही उन्होंने कहा कि इकबालपुर एवं सितारगंज के बंद चीनी मिलों के कारण हुई समस्याओं के निराकरण के लिए राज्य सरकार कदम उठा रही है और प्रभावित किसानों को शीघ्र राहत उपलब्ध कराई जाएगी।


प्रदेश उपाध्यक्ष स्वामी यतीश्वरानंद के नेतृत्व में भारी संख्या में आए जनपद के किसानों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इस अवसर पर स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि मुख्यमंत्री के कार्यकाल में किसान हित के संवर्धन हेतु अनेक सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं और गन्ने के भाव में यह ऐतिहासिक वृद्धि किसानों के हित में एक महत्वपूर्ण निर्णय है।



कार्यक्रम में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक मदन कौशिक,  विधायक आदेश चौहान, विधायक प्रदीप बत्रा, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, मेयर रूड़की अनिता अग्रवाल,  उपाध्यक्ष/मैलाधिकारी सोनिका, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित सहित अनेक जनप्रतिनिधि व भारी संख्या में किसान उपस्थित रहे।

 

मसूरी–देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी का डोईवाला से ऋषिकेश तक औचक निरीक्षण,  एमडीडीए की परियोजनाओं में गुणवत्ता और समयबद्धता पर सख्त निर्देश*


*जनसुविधाओं से जुड़े प्रोजेक्टों की प्रगति का किया सत्यापन,  गुणवत्ता–समयबद्धता व आधुनिक जनसुविधाओं पर विशेष जोर*


*डोईवाला पार्क में पहाड़ी संस्कृति के संरक्षण और सौंदर्य विकास पर विशेष जोर, उपाध्यक्ष ने नगर पालिका द्वारा निर्मित मोक्ष धाम का भी किया निरीक्षण* 

MDDA  VC inspects doiwala to rishikesh


मसूरी–देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) द्वारा संचालित विकास कार्यों में पारदर्शिता, गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के लिए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी लगातार निरीक्षण कर रहे हैं। इसी क्रम में आज दिनांक 01 दिसम्बर 2025 को उन्होंने डोईवाला, ऋषिकेश और आसपास के क्षेत्रों में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यों का औचक निरीक्षण किया। उपाध्यक्ष द्वारा किए गए इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य था प्राधिकरण की ओर से सम्पन्न हो रहे कार्यों की गुणवत्ता की समीक्षा, उपयोग की जा रही सामग्री का परीक्षण और जनसुविधाओं से जुड़े प्रोजेक्टों की प्रगति का सत्यापन।


*डोईवाला पार्क : पहाड़ी संस्कृति और सौंदर्य विकास पर विशेष ध्यान*

उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने डोईवाला में एमडीडीए द्वारा विकसित किए जा रहे आधुनिक पार्क का निरीक्षण किया, जहां पहाड़ी शैली में बनाए गए म्यूरल्स, सेल्फी प्वाइंट, घास पेंटिंग और देवी–देवताओं के चित्रों की गुणवत्ता की समीक्षा की गई। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी कलात्मक निर्माण उच्च मानकों के अनुरूप हों और स्थानीय सांस्कृतिक परंपरा का समुचित प्रतिनिधित्व करें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि पार्क में किए जा रहे सभी कार्यों की नियमित निगराणी की जाए और आवश्यक सुधार कार्य तुरंत प्रभाव से आरंभ किए जाएं, ताकि स्थानीय नागरिकों और आने वाले पर्यटकों को आकर्षक एवं स्वच्छ वातावरण उपलब्ध हो सके। इसके साथ ही, उपाध्यक्ष ने नगर पालिका द्वारा निर्मित मोक्ष धाम का भी निरीक्षण किया और वहां प्राधिकरण स्तर से होने वाले कार्यों की भूमिगत संरचना, सौंदर्यीकरण और उपयोगी सुविधाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि मोक्ष धाम एक संवेदनशील स्थान है, जहां सुविधाओं का उन्नयन सबसे उच्च स्तर की गुणवत्ता के साथ होना चाहिए।


*ऋषिकेश में निर्माणाधीन मल्टीलेवल पार्किंग*

उपाध्यक्ष तिवारी ने ऋषिकेश में निर्माणाधीन मल्टीलेवल पार्किंग व कार्यालय भवन का भी निरीक्षण किया। यह परियोजना स्थानीय निवासियों और प्रतिदिन बड़े पैमाने पर आने वाले पर्यटकों के लिए पार्किंग संकट को दूर करने में अत्यंत महत्वपूर्ण है। निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्माण सामग्री, संरचना की मजबूती, साइट प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था की बारीकी से जांच की। उन्होंने अधिकारियों, अभियंताओं और कार्यदायी संस्था को निर्देश दिए कि कार्य समयबद्ध पूरा किया जाए निर्माण में उच्च गुणवत्ता की सामग्री का उपयोग सुनिश्चित हो स्थल पर सुरक्षा मानकों का पूरी तत्परता से पालन किया जाए कार्य की प्रत्येक चरण की नियमित मॉनिटरिंग की जाए उन्होंने यह भी कहा कि यह परियोजना ऋषिकेश की यातायात व्यवस्था को नया आयाम देगी और आने वाले वर्षों में पर्यटन को और सुचारू बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।


*ऋषिकेश कैम्प कार्यालय का निरीक्षण* 

निरीक्षण कार्यक्रम के दौरान उपाध्यक्ष ने ऋषिकेश कैम्प कार्यालय का भी अवलोकन किया। यहां उन्होंने कार्यालय व्यवस्था, दस्तावेज प्रबंधन, परियोजनाओं की प्रगति रिपोर्ट और जनसुविधाओं से जुड़ी शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनसुनवाई एवं फील्ड विज़िट की गति बढ़ाई जाए और सभी निर्माण कार्यों की रिपोर्टिंग नियमित रूप से प्राधिकरण मुख्यालय को भेजी जाए।


*निरीक्षण के दौरान उपस्थित अधिकारी एवं कर्मचारी*

निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता सुनील कुमार, अवर अभियंता, सहायक अभियंता शशांक सक्सेना, अवर अभियंता सुनील उप्रेती, प्रा० उद्यान अधीक्षक भानुप्रिया, उसमान अली, तथा कार्यदायी संस्था के अनेक कर्मचारी उपस्थित रहे। उपाध्यक्ष तिवारी ने सभी को स्पष्ट निर्देश दिए कि एमडीडीए की सभी परियोजनाओं में गुणवत्ता और नागरिक सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण का लक्ष्य है जनहित में गुणवत्तापूर्ण विकास कार्यों को समय पर पूरा करना। एमडीडीए द्वारा किए जा रहे निरीक्षणों और निर्देशों का उद्देश्य है कि विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या देरी की गुंजाइश न रहे। प्राधिकरण निरंतर इस दिशा में प्रयासरत है कि देहरादून, डोईवाला और ऋषिकेश क्षेत्र में सार्वजनिक सुविधाओं का विस्तार उच्च मानकों के अनुरूप किया जाए और नागरिकों को बेहतर शहरी अवसंरचना उपलब्ध हो।

 

मुख्य सचिव उत्तराखण्ड शासन श्री आनन्द बर्द्धन दो दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के तहत एन०एच०पी०सी० बनबसा हेलीपैड पहुँचे, जहाँ कुमाऊं आयुक्त श्री दीपक रावत, जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री अजय गणपति, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जी.एस. खाती, अपर जिलाधिकारी श्री कृष्णनाथ गोस्वामी, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री गोविंद सामंत सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों ने उनका स्वागत किया।



एन०एच०पी०सी० सभागार बनबसा में आयोजित समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव ने चम्पावत जिले में संचालित महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं की प्रगति का व्यापक आकलन किया।


बैठक में शारदा कॉरिडोर, इनलैण्ड पोर्ट अथॉरिटी, टनकपुर–बागेश्वर रेलवे लाइन, बाढ़ प्रबंधन कार्य, टनकपुर/बनबसा वाटर सप्लाई स्कीम, आई०एस०बी०टी टनकपुर निर्माण, तथा ब्रिडकुल द्वारा बनाए जा रहे पुलों सहित विभिन्न आधारभूत परियोजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गई।


मुख्य सचिव ने शारदा रिवर फ्रंट एवं एडजॉइनिंग प्रोजेक्ट की समीक्षा करते हुए इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को और सुदृढ़ बनाने, पूर्णागिरि रोपवे को शारदा कॉरिडोर के साथ समन्वय स्थापित कर निर्धारित समयसीमा में पूरा करने तथा रोपवे निर्माण कंपनी को प्रत्येक सप्ताह प्रगति रिपोर्ट जिलाधिकारी को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। 


उन्होंने टनकपुर–बागेश्वर रेलवे लाइन के संदर्भ में चम्पावत और लोहाघाट के साथ-साथ अल्मोड़ा को जोड़ने हेतु विस्तृत एलाइमेंट तैयार करने के भी निर्देश दिए।


बाढ़ सुरक्षा कार्यों की समीक्षा के दौरान मुख्य सचिव ने सिंचाई विभाग को पारंपरिक तरीकों से हटकर कम लागत में प्रभावी प्रोटेक्शन मॉडल अपनाने के निर्देश दिए। साथ ही 5 करोड़ से कम लागत वाले कार्यों को मुख्यमंत्री घोषणा के माध्यम से अनुमोदित करवाकर त्वरित गति से आगे बढ़ाने पर जोर दिया। 


उन्होंने डिप्टेश्वर और कुर्मू झील परियोजनाओं की प्रगति के साथ साथ टनकपुर और बनबसा वाटर सप्लाई योजनाओं, आईएसबीटी टनकपुर तथा ब्रिडकुल के पुलों की प्रगति में और तेजी लाने को भी कहा।


इस दौरान कुमाऊं आयुक्त श्री दीपक रावत, जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री अजय गणपति, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जी.एस. खाती, अपर जिलाधिकारी श्री कृष्णनाथ गोस्वामी, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री गोविंद सामंत, एन०एच०पी०सी० पावर स्टेशन प्रमुख श्री ऋषि रंजन आर्य, शारदा कॉरिडोर से श्री सत्यजीत राय एवं श्री राजीव रंजन, एनएचएआई के पीडी श्री जोगेंद्र शर्मा, नगर पालिका अध्यक्ष टनकपुर श्री विपिन कुमार, बनबसा अध्यक्ष श्रीमती रेखा देवी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित रहे।

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