Halloween party ideas 2015


*कैबिनेट मंत्री डॉ रावत ने की अपने विभागों के आय-व्यय की समीक्षा*


*कहा, सभी विभाग आगामी बजट  के लिए दें नई योजनाओं के प्रस्ताव*


देहरादून:



 प्रदेश के कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने आज शासकीय आवास पर अपने से सम्बंधित विभागों स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, उच्च शिक्षा, विद्यालयी शिक्षा, संस्कृत शिक्षा एवं सहकारिता विभाग के बजट के आय-व्यय की उच्च स्तरीय समीक्षा की। जिसमे उन्होंने अधिकारियों को शतप्रतिशत बजट खर्च करने के दिशा निर्देश दिये। साथ ही कम बजट खर्च करने वाले विभागों के अधिकारियों को लताड़ भी लगाई।


डॉ रावत ने वर्तमान वित्तीय वर्ष के आय-व्यय के साथ ही आगामी वित्तीय वर्ष के लिए सभी विभागों को जन सामान्य से जुड़े नई योजना के तीन-तीन प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। समीक्षा बैठक में राज्य सेक्टर से प्राप्त बजट के साथ ही केंद्रीय वित्त पोषित योजनाओं की समीक्षा की। जिसमें स्वास्थ्य विभाग के तहत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं अन्य केंद्र पोषित योजना शामिल रही। इसी प्रकार उच्च शिक्षा में पीएम उषा के तहत प्राप्त बजट की समीक्षा की गई जबकि विद्यालयी शिक्षा में समग्र शिक्षा, पीएम श्री स्कूल एवं आवासीय विद्यालयों की भी समीक्षा की गई।  इसके अलावा बैठक में डॉ रावत ने आगामी बजट को लेकर अधिकारियों को योजनाओं की प्राथमिकताओं और बजट प्रावधान के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।


समीक्षा बैठक में सचिव विद्यालयी शिक्षा रविनाथ रमन, सचिव उच्च शिक्षा रणजीत सिन्हा, सचिव संस्कृत शिक्षा दीपक गैरोला, निबंधक सहकारिता सोनिका, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा झरना कमठान, अपर सचिव वित्त अमित जोशी, अपर सचिव शिक्षा एम एम सेमवाल, निदेशक उच्च शिक्षा डॉ अंजू अग्रवाल, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ आशुतोष सयाना, प्रभारी स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ सुनीता टम्टा, निदेशक संस्कृत शिक्षा आनंद भारद्वाज सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। 



MP and services on the top in rowing


38वें राष्ट्रीय खेल के तहत आयोजित रोइंग प्रतियोगिता का आज शानदार समापन हुआ। यह प्रतियोगिता 3 से 5 फरवरी तक उत्तराखंड के कोटी कॉलोनी, टिहरी स्थित वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खेली गई। इस रोमांचक मुकाबले में मध्य प्रदेश और सर्विसेज की टीमों का दबदबा देखने को मिला, जिन्होंने कई स्वर्ण पदक अपने नाम किए।  

ग्रुप A फाइनल में मध्य प्रदेश का जलवा  

मध्य प्रदेश की टीम ने ग्रुप A फाइनल में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए सबसे अधिक स्वर्ण पदक जीते। लाइटवेट महिलाओं की डबल स्कल्स स्पर्धा में मध्य प्रदेश की पूनम और रुक्मणि की जोड़ी ने 07:51.96 के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता। वहीं, महिला सिंगल स्कल्स में खुशप्रीत कौर ने 08:40.35 के समय के साथ स्वर्ण अपने नाम किया।  

पुरुषों की कोक्सलेस पेयर स्कल्स स्पर्धा में मध्य प्रदेश के मनमोहन और भीम सिंह की जोड़ी ने 07:11.40 मिनट के समय के साथ स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।  

महिला कोक्सलेस फोर स्कल्स में केरल की रोज़ मरिया जोशी, वर्षा, अश्वती और मीनाक्षी की टीम ने 07:33.18 मिनट में रेस पूरी कर स्वर्ण पदक जीता। 

वहीं, हरियाणा की टीम ने महिलाओं की डबल स्कल्स स्पर्धा में सुमन देवी और किरण की जोड़ी के दम पर 07:52.9 मिनट के समय के साथ पहला स्थान हासिल किया।  

 ग्रुप B फाइनल में सर्विसेज टीम का दबदबा  

ग्रुप B फाइनल में सर्विसेज की टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। लाइटवेट पुरुषों की डबल स्कल्स स्पर्धा में सर्विसेज के उज्ज्वल कुमार और अजय त्यागी ने 06:43.80 के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता।  

पुरुषों की सिंगल स्कल्स स्पर्धा में सर्विसेज के बलराज पंवार ने 07:26.68 मिनट के समय के साथ स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।  

पुरुषों की कोक्सलेस फोर स्कल्स में सर्विसेज की टीम (सन्नी कुमार, इकबाल सिंह, बाबूलाल यादव और योगेश कुमार) ने 06:25.08 मिनट के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता।  

महिलाओं की क्वाड्रुपल स्कल्स स्पर्धा में मध्य प्रदेश की संतोष यादव, पूनम, खुशप्रीत कौर और रुक्मणि की टीम ने 07:08.40 के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता।  

तीन दिनों तक चली इस प्रतियोगिता में देशभर की 20 से अधिक टीमों ने हिस्सा लिया। शानदार लोकेशन और बेहतरीन प्रतिस्पर्धा के चलते यह इवेंट बेहद सफल रहा।


विजेताओं की पूरी सूची  

ग्रुप A फाइनल:  

1. लाइटवेट महिला डबल स्कल्स:  

    स्वर्ण: मध्य प्रदेश (पूनम & रुक्मणि) – 07:51.96  

    रजत: हरियाणा (सविता & दीक्षा) – 07:58.10  

कांस्य: मेघालय (बी. अनाधी & किरण देवी) – 08:01.52  


2. महिला सिंगल स्कल्स:  

    स्वर्ण: मध्य प्रदेश (खुशप्रीत कौर) – 08:40.35  

    रजत: महाराष्ट्र (मृण्मयी निलेश) – 08:47.66  

    कांस्य: अंडमान निकोबार (अमृता मिंज) – 08:48.18  


3. पुरुष कोक्सलेस पेयर स्कल्स:  

    स्वर्ण: मध्य प्रदेश (मनमोहन & भीम सिंह) – 07:11.40  

    रजत: उत्तर प्रदेश (पुनीत कुमार & मोहम्मद आदिल) – 07:15.52  

    कांस्य: उत्तराखंड (जसवीर सिंह & हरिंदर सिंह) – 07:24.23  


4. महिला कोक्सलेस फोर स्कल्स:  

    स्वर्ण: केरल (रोज़ मरिया जोशी, वर्षा, अश्वती, मीनाक्षी) – 07:33.18  

    रजत: ओडिशा (सोनाली स्वैन, निकिता ध्यानेश्वर, अविनाश कौर, झरना हस्ती) – 07:38.66  

    कांस्य: तमिलनाडु (भगवती, मधुमिता, अकिलंदेश्वरी, रोज मस्टिका) – 07:46.37  


5. पुरुष क्वाड्रुपल स्कल्स:  

    स्वर्ण: सर्विसेज (करमजीत सिंह, सलमान खान, जाकर खान, अरविंद सिंह) – 06:11.05  

    रजत: हरियाणा (लक्ष्य, अजय, रवि, मनजीत कुमार) – 06:16.22  

    कांस्य: मध्य प्रदेश (सुशील, कौशलेश प्रताप सिंह, राहुल, नितिन देओल) – 06:20.72  


6. महिला डबल स्कल्स:  

    स्वर्ण: हरियाणा (सुमन देवी & किरण) – 07:52.9  

    रजत: केरल (गौरी नंदक & सानिया जे कृष्णा) – 07:59.80  

    कांस्य: मणिपुर (थंगजम प्रिया देवी & हाओबिजम) – 08:01.18  


ग्रुप B फाइनल:  

1. लाइटवेट पुरुष डबल स्कल्स:  

    स्वर्ण: सर्विसेज (उज्ज्वल कुमार & अजय त्यागी) – 06:43.80  

    रजत: हरियाणा (लक्ष्य & रोहित) – 06:45.15  

    कांस्य: मध्य प्रदेश (नितिन देओल & सुशील) – 07:02.66  


2. पुरुष सिंगल स्कल्स:  

    स्वर्ण: सर्विसेज (बलराज पंवार) – 07:26.68  

    रजत: उत्तराखंड (नवदीप सिंह) – 07:41.17  

    कांस्य: महाराष्ट्र (गुरु प्रताप सिंह) – 08:04.01  


3. महिला कोक्सलेस पेयर स्कल्स:  

    स्वर्ण: मध्य प्रदेश (गुरुबानी कौर & दिलजोत कौर) – 08:09.45  

    रजत: केरल (विजिना मोल & एलीना एंटो) – 08:18.53  

    कांस्य: पंजाब (जैस्मीन कौर & जशनप्रीत कौर) – 08:23.71  


4. पुरुष कोक्सलेस फोर स्कल्स:  

    स्वर्ण: सर्विसेज (सन्नी कुमार, इकबाल सिंह, बाबूलाल यादव, योगेश कुमार) – 06:25.08  

    रजत: उत्तराखंड (आशीष गोलियां, सौरव कुमार, नीरज, रवि) – 06:34.43  

    कांस्य: मध्य प्रदेश (अनिल कुमार, अंकुश, संकित, भानुप्रताप सिंह) – 06:44.39  


5. महिला क्वाड्रुपल स्कल्स:  

    स्वर्ण: मध्य प्रदेश (संतोष यादव, पूनम, खुशप्रीत कौर, रुक्मणि) – 07:08.40  

    रजत: हरियाणा (सुमन देवी, किरण, पवित्रा, दीक्षा) – 07:14.45  

    कांस्य: केरल (अन्ना हेलेन जोसेफ, गौरी नंदक, सानिया जे कृष्णा, अश्विनी कुमारन) – 07:18.06  


6. पुरुष डबल स्कल्स:  

    स्वर्ण: सर्विसेज (कुलविंदर सिंह & जसपिंदर सिंह) – 06:44.67  

    रजत: ओडिशा (सतनाम सिंह & परमिंदर सिंह) – 06:47.93  

    कांस्य: मध्य प्रदेश (प्रभाकर सिंह & रोबिन) – 06:59.50

 

Uttarakhand won gold in lawn ball


38वें राष्ट्रीय खेल के लॉन बॉल इवेंट में उत्तराखंड के खिलाड़ी उत्कृष्ट द्विवेदी ने अंडर-25 पुरुष वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। उन्होंने तीन बार के राष्ट्रीय स्वर्ण पदक विजेता असम के बिट्टू दास को हराकर यह बड़ी उपलब्धि हासिल की। उत्कृष्ट की यह जीत उत्तराखंड के लिए गर्व का क्षण है, क्योंकि राज्य ने पहली बार राष्ट्रीय खेल में लॉन बॉल स्पर्धा में भाग लिया था और पहली ही बार में पदक जीतकर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई।  


जीत के बाद उत्कृष्ट ने कहा, "मैच काफी टक्कर का था और आखिरकार मैं तीन बार के गोल्ड मेडलिस्ट से जितना मेरे लिए बहुत खुशी का पल है।" उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने कोच, सचिव-जनरल और फेडरेशन अध्यक्ष को दिया। साथ ही उन्होंने उत्तराखंड की माननीय खेल मंत्री श्रीमती रेखा आर्या का विशेष धन्यवाद किया, जिन्होंने 38वें राष्ट्रीय खेल से पहले खिलाड़ियों के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित कराया, जिससे उन्हें अपनी क्षमता को और निखारने का मौका मिला।  


उत्तराखंड के लिए यह ऐतिहासिक क्षण है, क्योंकि राज्य ने पहली बार लॉन बॉल स्पर्धा में भाग लिया और सीधे स्वर्ण पदक जीतकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। इस जीत से राज्य में लॉन बॉल खेल को और अधिक प्रोत्साहन मिलेगा और आने वाले वर्षों में उत्तराखंड के खिलाड़ी इस खेल में नई ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रेरित होंगे।


*कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने तीरंदाजी विजेताओं को पुरस्कृत कर खिलाड़ियों का किया उत्साहवर्धन।*


देहरादन:

Shooters awarded by  minister ganesh joshi

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने आज देहरादून स्थित महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों के अंतर्गत तीरंदाजी प्रतियोगिता के विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने खिलाड़ियों को पुरस्कृत करते हुए उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना की और खेल के प्रति उनके समर्पण की सराहना की और खिलाड़ियों के उज्वल भविष्य की कामना भी की। 

    मंत्री गणेश जोशी ने विभिन्न राज्यों से आए खिलाड़ियों से संवाद किया और उनका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खेलों का आयोजन युवा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा निखारने और देश के लिए उत्कृष्ट प्रदर्शन करने का अवसर प्रदान करता है। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और खेल मंत्री का भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अथक प्रयासों से उत्तराखंड को राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी का अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने खेलों के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि खेल न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक हैं। उन्होंने कहा खेल से जहां शरीर स्वस्थ रहता है, वहीं मस्तिष्क भी स्वस्थ रहता है। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने युवाओं से खेलों को अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने का आग्रह भी किया। उन्होंने कहा कि खेलों से अनुशासन, टीम वर्क और आत्मविश्वास विकसित होता है, जो व्यक्ति के संपूर्ण विकास में सहायक होता है। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने राज्य सरकार की ओर से खेलों को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों को बेहतरीन सुविधाएँ उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता दोहराई। इस दौरान विजेता खिलाड़ियों ने इस सम्मान के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि यह उन्हें आगे और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करेगा।

    इस अवसर पर अध्यक्ष तीरंदाजी एसोसिएशन राजेंद्र तोमर, उपाध्यक्ष कैलाश मोनारका, चेतन कावलेकर, डॉ.केबी गुरुंग, चेरीकुरी सत्यनारायण, सुमंता, जोशिश पोलसे, जीवन जोत सिंह सहित विभिन्न प्रदेशों के प्रतिभागी खिलाड़ी उपस्थित रहे।


*शीर्ष एथलीट रहीं अश्विनी नपच्चा काॅन्क्लेव में हुईं शामिल*


*राष्ट्रीय खेलों से खेल प्रतिभाओं को भविष्य में बहुत लाभ*

Ashwini Napaccha athlete in national gam


एक जमाने में देश की शीर्ष एथलीट रहीं अश्विनी नपच्चा कर्नाटक के जिस कुर्ग हिल स्टेशन की रहने वाली हैं, उसे दक्षिण का स्काटलैंड कहा जाता है। राष्ट्रीय खेलों के सिलसिले में उत्तराखंड आईं अश्विनी नपच्चा को अपने घर का सा अहसास दून-मसूरी में महसूस हुआ है। पहली बार उत्तराखंड आई हैं। वह कहती हैं-मेरे कुर्ग जैसे घर का माहौल है यहां। उसी तरह का प्राकृतिक सौंदर्य। उसी तरह की शांति। राष्ट्रीय खेलों के आयोजन पर वह कहती हैं-छोटे राज्य में यह बहुत बड़ा काम हो रहा है। निश्चित तौर पर इससे खेल प्रतिभाओं को आगे आने का मौका मिलेगा।


अश्विनी नपच्चा 1990 में बीजिंग में आयोजित एशियाई खेलों में रजत पदक विजेता रहीं हैं। इसके अलावा तीन बार एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक उन्होंने जीता है। राष्ट्रीय खेलों के दौरान आयोजित होने वाले मौली संवाद काॅन्क्लेव के लिए उन्हें विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया था। एक बातचीत में अश्विनी नपच्चा ने बताया कि उन्होंने राष्ट्रीय खेलों के मुख्य आयोजन स्थल महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स काॅलेज का निरीक्षण किया है। एक जगह पर खेल विकास के दृष्टिकोण से जो इंतजाम किए गए हैं, वे उल्लेखनीय हैं। सरकार ने खेल विकास के लिए बहुत अच्छे कदम उठाए हैं, जिनका भविष्य में खिलाड़ि़यों को लाभ मिलेगा।


...तब जो खुशी मिली, वह अर्जुन अवार्ड से बड़ी

-अस्सी के दशक में अश्विनी नपच्चा के खेल कैरियर में दो मौके ऐसे आए, जबकि उन्होंने तब की शीर्षतम धाविका पीटी ऊषा को रेस की स्पर्धा में पीछे छोड़ दिया था। इससे अश्विनी नपच्चा को तब मीडिया में खूब सुर्खियां हासिल हुई थीं। अश्विनी ने एक सवाल के जवाब में कहा-उस वक्त मुझे इतनी खुशी मिली थी, जो मुझे मिले अर्जुन अवार्ड से बड़ी लगी। क्योंकि पीटी ऊषा महान धाविका रही हैं।


*फिल्मों की शूटिंग के लिए बढ़िया है उत्तराखंड*

-अश्विनी नपच्चा तेलगू फिल्मों की अभिनेत्री रह चुकी हैं। उनके खुद के जीवन पर अश्विनी नाम से फिल्म बन चुकी हैं, जिसमें उन्होंने स्वयं अभिनय किया है। अश्विनी का मानना है कि उत्तराखंड फिल्मों की शूटिंग के लिहाज से बेहतरीन जगह है।


क्रिकेटर करते हैं सबसे अच्छा वित्तीय प्रबंधन

-अश्विनी नपच्चा ने बुधवार को मौली संवाद काॅन्क्लेव में भाग लिया, जिसका विषय था-गेम प्लान फाॅर वेल्थ, फाइनेंसियल लिटरेसी फाॅर एथलीट। अश्विनी ने कहा कि वर्तमान समय में क्रिकेटर ही सबसे अच्छा वित्तीय प्रबंधन कर रहे हैं, जबकि ऐसा सभी खिलाड़ियों को करना चाहिए। उन्होंने बताया-जब उनका खेल कैरियर शुरू हुआ, तो उस वक्त खेलों में वित्तीय पहलु पर बहुत ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता था। स्वर्ण जीतने के साथ एक हजार रूपये मिला करते थे, जो कि बहुत ज्यादा लगते थे। स्कूल की 65 रूपये फीस भरना भी भारी पड़ता था। आज खिलाड़ी प्रभावशाली तरीके से वित्तीय प्रबंधन कर रहे हैं। उनके साथ चर्चा में राहुल शुक्ला और राजा रमन ने भाग लिया।

देहरादून ;



सूबे के नौनिहालों को रोजगार से जोड़ने के लिये प्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थानों में उद्योगों की आवश्यकता के अनुरूप पाठ्यक्रम तैयार किये जायेंगे।

 जिसके निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं। इसके अलावा कौशल विकास से संबंधित पाठ्यक्रमों को क्रेडिट फ्रेमवर्क से जोड़ने को भी अधिकारियों को कहा गया है। साथ ही विभागीय योजनाओं के व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश उच्च शिक्षा परिषद की बैठक में अधिकारियों को दिये गये।


राज्य उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष एवं उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत की अध्यक्षता में आयोजित उच्च शिक्षा परिषद की 12वीं बैठक में कई अहम निर्णय लिये गये हैं। सचिवालय स्थित मुख्य सचिव सभागार में आयोजित परिषद की बैठक में प्रदेश के नौजवानों को शोध व रोजगारपरक उच्च शिक्षा उपलब्ध कराने के लिये विस्तृत चर्चा की गई। डॉ. रावत ने बताया कि नौजवानों को रोजगार से जोड़ने के लिये विश्वविद्यालय उद्यमिता विकास को पाठ्यक्रम का अनिवार्य हिस्सा बनायेंगे और उद्योग जगत की आवश्यकता के अनुरूप पाठ्यक्रम तैयार करेंगे। साथ ही एकेडमी-इंडस्ट्री लिंकेज को भी सुदृढ़ किया जायेगा, जिसके लिये विभागीय अधिकारी उद्योगों के साथ सहयोग हेतु नियमित बैठक करेंगे। इसके अलावा एनईपी-2020 के अनुरूप कौशल विकास से संबंधित पाठ्यक्रमों को भी क्रेडिट फ्रेमवर्क से जोडा जायेगा। डा. रावत ने बताया कि वन स्टेट वन सब्सक्रिप्शन योजना के तहत प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थानों में ई-बुक की सुविधाएं उपलब्ध की जायेगी, जिसका लाभ प्रत्येक छात्र-छात्राओं, शोद्यार्थियों और शिक्षकों को मिलेगा। वर्ष 2047 तक विकसित भारत की संकल्पना को लेकर प्रत्येक महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में सेमिनार आयोजित किये जायेंगे, जिसमें छात्र-छात्राओं की भागीदारी अनिवार्य रूप से रहेगी। इसके अलावा विश्वविद्यालय परिसरों एवं महाविद्यालयों में अनिवार्य रूप से 180 दिन शैक्षणिक सत्र संचालित करने, उपस्थिति मानक पूरा न करने वाले छात्रों को परीक्षा से वंचित करने, वर्ष 2025 तक ड्रग फ्री कैम्पस के लक्ष्य को पूरा करने व छात्र-छात्राओं को इसका ब्रांड एम्बेसडर बनाने, विद्या समीक्षा केन्द्र की स्थापना करने, उच्च शिक्षण संस्थानों में ओपन जिम खोलने का निर्णय बैठक में लिया गया। इसके अलावा बैठक में विभागीय मंत्री ने उच्च शिक्षण संस्थानों में पैकेज्ड फूड, प्रोसेस्ड फूड और रिफाइंड शुगर को प्रतिबंधित करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये।


बैठक में उच्च शिक्षा सचिव डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा ने पाठ्यक्रम के सुधार पर बल दिया। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम में एप्लाइड पार्ट को जोड़कर इंटर्नशिप को बढ़ावा दिया जायेगा और नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क के अनुरूप पाठ्यक्रम अलाइन किये जायेंगे।


परिषद की बैठक में पद्मभूषण व पद्मश्री डॉ. अनील प्रकाश जोशी, प्रमुख सचिव न्याय प्रदीप पंत, सचिव कौशल विकास सी० रवि शंकर, अपर सचिव आयुष विजय जोगदंडे, रूसा सलाहकार प्रो. एम.एस.एम. रावत, प्रो. के.डी. पुरोहित, उप सचिव उच्च शिक्षा ब्योमकेश दुबे, निदेशक उच्च शिक्षा प्रो. अंजू अग्रवाल, प्रो. राजेन्द्र डोभाल, राकेश ओबरॉय, डॉ. ममता सिंह, एस.एन. बन्ना, संयुक्त निदेशक प्रो. ए.एस. उनियाल, डी.एस. नेगी, उप निदेशक ममता ड्यूडी, सहायक निदेशक प्रो. दीपक कुमार पाण्डेय, प्रो. गोविंद पाठक सहित विभिन्न क्षेत्र के विषय विशेषज्ञ, शिक्षाविद् तथा विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।


*बॉक्स-01*


*प्रदेश में बनेंगे तीन नये महाविद्यालय*

उच्च शिक्षा परिषद की बैठक में डॉ. रावत ने केन्द्र पोषित योजना पीएम-उषा की समीक्षा की। डॉ. रावत ने कहा कि पिथौरागढ़, श्रीनगर और देहरादून के बालावाला में एक-एक महाविद्यालय स्थापित किया जायेगा। इसके लिये उन्होंने विभागीय अधिकारियों को तीन महाविद्यालय खोलने का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजने के निर्देश दिये।


*बाक्स-02*

*विभागीय योजनाओं का हो व्यापक प्रचार-प्रसार*

डॉ. रावत ने कहा कि सरकार ने उच्च शिक्षा विभाग में कई महत्वपूर्ण काम किये हैं लेकिन जनसामान्य व छात्र-छात्राओं के बीच में इसकी कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि आम लोगों तक विभागीय योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराने के लिये व्यापक स्तर पर योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाय। जिसके निर्देश उन्होंने बैठक में विभागीय अधिकारियों को दिये।



 देहरादून;


*अन्तर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष की वार्षिक कार्यशाला कैलेंडर का सहकारिता मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने किया शुभारंभ* 




*अन्तर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के उपलक्ष में वर्ष भर आयोजित होंगे सहकारिता कार्यक्रम सहकारिता मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत* 


*उत्तराखंड में सहकारिता ने किसानों को दी नई दिशाएं 1 लाख बनी लखपति दीदी* 


संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित अन्तर्राष्ट्रीय

 सहकारिता वर्ष के उपलक्ष्य में उत्तराखंडराज्य सहकारी संघ सभागार में आयोजित कार्यशाला *कोऑपरेटिव बिल्ड ए बेटर वर्ल्ड* थीम पर सहकारिता मंत्री डॉ धन सिंह रावत, अपर सचिव/निबंधक सहकारिता श्रीमती सोनिका ,  नाबार्ड के जीएम श्री सुमन कुमार, आईसीएम निर्देशक श्री अनिल तिवारी द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया  साथी वार्षिक कार्य योजना एवं गतिविधियों के कैलेंडर कार्यशाला का  शुभारंभ किया गया


अपने संबोधन में सहकारिता मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि पूरा देश इस वर्ष अन्तर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष मना रहा है जिसको लेकर उत्तराखंड राज्य में वर्ष भर कार्यशाला और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे

डॉ रावत बताया कि इस वर्ष मार्च महीने में वह इस विभाग के मंत्री के रूप में 8 साल पूरा कर लेंगे 

किसान कल्याण दीनदयाल  ऋण योजना की सफलता पर उन्होंने बताया कि प्रदेश में अभी तक 10 लाख 22 हजार करोड़ ऋण वितरित किया जा चुका है,


इसके साथ ही प्रदेश में 2 लाख और 5 लाख ऋण देकर 100000 महिलाओं को हमारी सरकार द्वारा लखपति दीदी बनाया गया है, 

डॉ रावत ने बताया कि हमारे प्रदेश के लिए यह गर्व का विषय है कि समितियों के कंप्यूटरीकरण में जो मॉडल हमारे द्वारा अडॉप्ट किया गया था इस सॉफ्टवेयर से आज पूरे देश भर में समितियां को डिजिटाइजेशन किया जा रहा है 


मिलेट्स मिशन योजना की सफलता पर डॉ रावत ने बताया कि उनके द्वारा जब शुरुआत में मंडुवे और झंगोरा 18 रुपए की दर से खरीदा गया था आज प्रदेश में 42 रुपए की दर पर प्रति किलो इसकी खरीद की जा रही है जिसका प्रतिफल यह है कि आज प्रदेश में किसान मिलेट्स से अपनी आमदनी में इजाफा कर रहे हैं,


उत्तराखंड में सहकारिता के द्वारा किसानों को एक नई दिशा दी है  सरकार द्वारा विकास कार्यों का प्रतिफल है कि उत्तराखंड में आज तक एक भी किसान आंदोलन नहीं हुए,


सहकारिता मंत्री ने निर्देश दिए की 30 मार्च तक प्रदेश में 400 बहुउद्देशीय समितियां का ग्राम सभा स्तर पर गठन करना है यदि किसी जनपद में नवनिर्मित बहुउद्देशीय समितियों के गठन को लेकर लापरवाही बरती जाएगी वह कार्यवाही के लिए भी तैयार रहें,

वर्तमान में प्रदेश में 670 समितियां हैं 

 इन सभी समितियां में कार्यशालाएं और लाभार्थी कार्यक्रम ,जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे इन कार्यक्रमों के माध्यम से सीधा 10 लाख 50000 किसानों से जुड़ने की योजना है  इस वर्ष चार सहकारिता मेले  भी आयोजित किए जाएंगे वर्ष के अंत में पूरे वर्ष भर आयोजित कार्यक्रमों को लेकर मंथन और अगले वर्ष 2026 की कार्य योजना तैयार की जाएगी

सहकारिता मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने बताया पहाड़ी जनपदों के 42 ब्लॉकों में शत प्रतिशत ऑर्गेनिक फार्मिंग  का लक्ष्य है  उत्तराखंड राज्य पूर्णतः जैविक खेती  की दिशा में आगे बढ़े, समितियों के गठन को लेकर मंच से सहकारिता मंत्री द्वारा प्रत्येक जनपद के सहायक निबंधको से जनपदवार प्रगति रिपोर्ट भी जानी,


 अपर सचिव एवं रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां श्रीमती सोनिका  ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के उपलक्ष्य में वर्ष पर्यंत आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के माध्यम से जनमानस में सहकारिता विभाग और सहकारी संस्थाओं की अच्छी छवि का निर्माण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा की जा रही कवायद का लाभ किसानों, सहकारी संस्थाओं के सदस्यों और सहकारी संस्थाओं तक बेहतर रूप में पहुंचे, यह सुनिश्चित किया जाए।

अपर सचिव/निबंधक  श्रीमती सोनिक ने कहा कि  सभी पैक्स फंक्शनल हों, उनका सुचारू संचालन हो और उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो, यह हमारी प्राथमिकता है। वर्तमान में सहकारिता के माध्यम से बिजनेस को बढ़ाने की आवश्यकता है जिससे हम खेती, पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी, माल ,और फन पार्क के माध्यम से अपना बिजनेस बढ़ा सकते हैं अमूल इसका एक बेहतर उदाहरण है, 

अपने संबोधन में निबंधक सहकारिता श्रीमती सोनिका द्वारा बहुउद्देशीय समितियों को वर्टिकल एक्सपेंशन और होरिजेंटल एक्सपेंशन का एक सफल उदाहरण दिया कैसे इस दिशा में कार्य कर सफल होना है, इसके साथ ही हमें स्वामित्व और जिम्मेदारी का भी विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है ,


नाबार्ड के महाप्रबंधक श्री सुमन कुमार ने अपने संबोधन में सामाजिक समावेशन आर्थिक सशक्तिकरण और सतत विकास को बढ़ावा देने में सहकारी समितियां की भूमिका पर प्रकाश डाला और वर्तमान में उत्तराखंड में सहकारिता के क्षेत्र में कारों की प्रशंसा की 

कार्यक्रम में उत्तराखंड राज्य सहकारी बैक की पत्रिका का मा सहकारिता मंत्री , निबंधक सहकारिता एवं उपस्थित समस्त  महानुभावों द्वारा विमोचन किया गया,


कार्यक्रम का सफल संचालन संयुक्त निबंधक श्री मंगला त्रिपाठी द्वारा किया गया इस अवसर पर उनके द्वारा सहकारिता के क्षेत्र में 54 विशेष बिंदुओं पर प्रस्तुतीकरण  किया गया कार्यक्रम के अंत में अपर निबंधन श्री आनंद शुक्ल द्वारा धन्यवाद  ज्ञापित किया गया 


आयोजित कार्यशाला में अपर निबंधक श्रीमती ईरा उप्रेती श्री आनंद शुक्ल, संयुक्त निबंधक श्री नीरज बेलवाल श्री मंगला त्रिपाठी, प्रबंध निदेशक उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ रमिंद्री मंद्रवाल,समस्त जनपदों से सहायक निबंधक सहकारी बैंकों से शाखा प्रबंधक और  सहकारिता से जुड़े अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

www.satyawani.com @ All rights reserved

www.satyawani.com @All rights reserved
Blogger द्वारा संचालित.