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 मुख्यमंत्री ने काशीपुर में राज्य स्तरीय शहरी विकास सम्मेलन का किया शुभारम्भ*

*उत्तराखण्ड के नगरों में स्वच्छता और बुनियादी ढाँचे को मिला नया आयाम*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड की रजत जयंती वर्ष समारोह की श्रृंखला में काशीपुर में मंगलवार को राज्य स्तरीय शहरी विकास सम्मेलन का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने 46 करोड़ 24 लाख के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया तथा दिव्यांग सशक्तिकरण कौशल विकास वाहन व नगर निगम काशीपुर के 14 कूड़ा एकत्रित करने वाले वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य निर्माण के प्रारंभिक वर्षों में, जब हमारे शहर अपने स्वरूप में ढल रहे थे, तब हमारे निकायों के सामने बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ आवश्यक संसाधनों का भी अभाव हुआ करता था। राज्य की भौगोलिक परिस्थितियों और बार-बार आने वाली प्राकृतिक आपदाओं ने भी विकास कार्यों की गति को अत्यधिक प्रभावित किया। परंतु इन 25 वर्षों की इस गौरवमयी यात्रा में हमारे राज्य ने अनेकों चुनौतियों का सामना करते हुए विकास, समृद्धि और सुशासन के नए-नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी राज्य की आत्मा उसके गाँवों में बसती है तो शहरों में हमारे नागरिकों के सपने और आकांक्षाएँ आकार लेते हैं। इसी सोच के साथ हमने शहरी विकास को अपनी प्राथमिकताओं के केंद्र में रखा है। आज हमारे नगर स्वच्छता, सड़क व्यवस्था, पेयजल आपूर्ति और जनकल्याण जैसे क्षेत्रों में निरंतर प्रगति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 25 वर्षों में उत्तराखण्ड का नगरीय स्वरूप तेजी से बदला है। वर्ष 2001 में जहाँ राज्य की शहरी जनसंख्या लगभग 16 प्रतिशत थी, वहीं आज यह बढ़कर 36 प्रतिशत से अधिक हो चुकी है। यही नहीं, राज्य गठन के समय राज्य में केवल 63 स्थानीय निकाय थे और देहरादून एकमात्र नगर निगम हुआ करता था, लेकिन आज राज्य में 107 नगरीय निकाय और 11 नगर निगम शहरों के विकास और नागरिकों को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं।



मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य निर्माण के समय शहरी विकास विभाग का बजट जहाँ केवल 55 करोड़ रुपये था, वहीं आज यह बढ़कर 13 सौ करोड़ रुपये से भी अधिक हो गया है। बीते 25 वर्षों में हमारे शहरों ने न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को नई गति प्रदान की है, बल्कि रोजगार और स्वरोजगार के अनेक अवसर भी सृजित किए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के सिद्धांत पर चलते हुए भारत को विकास और समृद्धि की नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया है। स्वच्छ भारत मिशन के माध्यम से आज देश के लाखों शहरों, कस्बों और नगरों में साफ-सफाई की एक नई संस्कृति विकसित हुई है। अमृत योजना के द्वारा शहरी बुनियादी ढाँचे जैसे जल आपूर्ति, सीवरेज और हरित स्थानों को सशक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी मिशन के माध्यम से शहरी विकास को तकनीक और नागरिक सुविधा के साथ जोड़ते हुए एक आदर्श नगर विकास का मॉडल प्रस्तुत करने का प्रयास किया जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत लाखों गरीब परिवारों को अपने खुद के पक्के घर प्राप्त हुए हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार उत्तराखण्ड के विकास को एक नई दिशा देने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। जहाँ एक ओर स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत प्रत्येक नगर में ठोस कचरा प्रबंधन और सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा रहा है, वहीं स्मार्ट सिटी मिशन, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, अमृत मिशन, खुले में शौच मुक्त अभियान और लीगेसी वेस्ट प्रबंधन जैसी विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उत्तराखण्ड के प्रत्येक नागरिक को देने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों के गरीब परिवारों को सुलभ स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रदेश में पहली बार साढ़े 82 करोड़ रुपये की लागत से 52 स्थानीय निकायों में 115 अर्बन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं।


माननीय मुख्यमंत्री ने कहा कि काशीपुर में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण के साथ ही ठोस कचरा प्रबंधन परियोजना के अंतर्गत आधुनिक ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण भी किया जा रहा है। इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर सृजित करने एवं स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के उद्देश्य से 1100 करोड़ रुपये की लागत से औद्योगिक हब परियोजना एवं 100 करोड़ रुपये की लागत से अरोमा पार्क परियोजना भी संचालित की जा रही है।


इस अवसर पर राज्यसभा सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट, विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, मेयर काशीपुर दीपक बाली, अन्य जनप्रतिनिधि, सचिव शहरी विकास नितेश कुमार झा, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा उपस्थित थे।


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को श्रीनगर, पौड़ी में आयोजित बैकुण्ठ चतुर्दशी मेले के शुभारंभ अवसर पर जनता को वर्चुअल संबोधित किया। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीनगर गढ़वाल में स्थित माँ धारी देवी और भगवान कमलेश्वर महादेव के पौराणिक मंदिर सम्पूर्ण उत्तराखंड की अनमोल धरोहर है। प्रत्येक वर्ष बैकुंठ चतुर्दशी के अवसर पर आयोजित होने वाला यह मेला आस्था एवं समृद्ध सांस्कृतिक लोक परंपराओं का प्रतीक है। उन्होंने कहा इस प्रकार के पारंपरिक मेले हमें हमारी जड़ों से जोड़ने का कार्य करते हैं। 


मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य सरकार प्रदेश के सर्वांगीण विकास को आगे बढ़ा रही है। राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल और कनेक्टिविटी सहित अनेकों क्षेत्रों में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जा रहा है। प्रदेश के विकास के साथ सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को भी संरक्षित किया जा रहा है। केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत पुनर्निमाण कार्य चल रहे हैं। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का कार्य तेजी के साथ चल रहा है।


मुख्यमंत्री ने कहा ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन के पूर्ण होने पर श्रीनगर के साथ पूरे गढ़वाल क्षेत्र में रेल कनेक्टिविटी को मजबूती मिलेगी। राज्य सरकार द्वारा श्रीनगर क्षेत्र में अनेकों विकास कार्य भी करवाए जा रहे हैं। 4 करोड़ 88 लाख की लागत से रोडवेज बस स्टेशन एवं पार्किंग का निर्माण किया गया है।  अलकनन्दा नदी के किनारे गंगा संस्कृति केंद्र का निर्माण कार्य, श्रीनगर नगर पालिका को नगर निगम बनाया गया है। 37 करोड़ से अधिक की लागत से मढ़ी-चौरास-जाखड़ी पंपिंग पेयजल योजना का निर्माण भी किया जा रहा है


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा श्रीनगर के बेलकेदार और बेलकंडी मार्ग से लगे क्षेत्र में एक नई टाउनशिप स्थापित करने, श्रीनगर नगर निगम के दायरे में आने वाले सभी मोहल्लों तक सीवरेज की व्यवस्था पहुंचानें, ट्राइडेंट पार्क निर्माण, पुराने कलैक्ट्रेट भवन को हैरिटेज भवन के रूप में विकसित करने, धारी देवी मंदिर पैदल मार्ग का निर्माण, गोला पार्क का सौंदर्गीकरण कार्य जैसी विभिन्न विकास योजनाओं पर भी कार्य किया गया है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि मंदिरों का ये शहर धार्मिक, ऐतिहासिक और शैक्षणिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। श्रीनगर , प्रदेश में शिक्षा के हब के रूप में भी उभर रहा है, इसे देखते हुए राज्य सरकार यहां एक पैरामेडिकल कॉलेज और नर्सिंग कॉलेज का निर्माण भी करा रही है, जिसके लिए भूमि अधिग्रहण कार्य अंतिम चरण में हैं। बेस अस्पताल में 25 करोड़ रुपए की लागत से क्रिटिकल केयर ब्लॉक का निर्माण किया जा रहा है, जिसका लाभ पौड़ी के साथ ही चमोली, टिहरी और रूद्रप्रयाग जिले के हजारों मरीजों को मिलेगा।


इस अवसर पर मेयर श्रीमती आरती भण्डारी , जिलाधिकारी श्रीमती स्वाति भदौरिया एवं अन्य गणमान्य मौजूद रहे।


देहरादून :



 (सूवि), राज्य स्थापना दिवस के रजत जयंती समारोह के अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री जी के प्रस्तावित आगमन एवं कार्यक्रम की दृष्टिगत तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी सविन बंसल ने ऋषिपर्णा सभागार कलेक्ट्रेट सभागार में संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इससे पूर्व जिलाधिकारी ने कार्यक्रम स्थल एफआरआई परिसर का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया। 


देहरादून :


जिलाधिकारी सविन बंसल एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने राज्य स्थापना के रजत जयंती समारोह की श्रृंखला में पुलिस लाइन रेसकोर्स में आयोजित होने वाली पुलिस रैतिक परेड तथा 8 नवम्बर को आयोजित होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों एवं व्यवस्था का निरीक्षण करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। 

जिलाधिकारी सविन बंसल ने कार्यक्रम स्थल पर मंच, बैठक व्यवस्था, साउंड सिस्टम, सुरक्षा व्यवस्था, यातायात नियंत्रण, पार्किंग स्थल एवं आमंत्रित अतिथियों के स्वागत आदि की तैयारियों की विस्तृत जानकारी संबंधित अधिकारियों से प्राप्त की। जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम को भव्य एवं सफल बनाने हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थाएं समय से पूर्ण कर ली जाएं। उन्होंने कहा कि आयोजन में स्वच्छता, प्रकाश व्यवस्था तथा शांति व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाए।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने पुलिस बल की ड्यूटी, परेड रिहर्सल एवं सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन में आकर्षक परेड का आयोजन किया जाएगा, जिसमें राज्य पुलिस की विभिन्न इकाइयों के पुलिस बल भाग लेंगे।

निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण जया बलूनी, उप जिलाधिकारी सदर हरी गिरी, उप जिलाधिकारी अपूर्वा सिंह सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि यह आयोजन जनपद के लिए अत्यंत गौरव का विषय है, हम अपने राज्य निर्माण का रजत जयंती वर्ष मना रहे हैं।  सभी विभाग अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन पूर्ण समर्पण एवं तालमेल के साथ करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के आगमन पर कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा, सिटिंग व्यवस्था,  यातायात, स्वच्छता, जलपान, पार्किंग, अतिथि सत्कार, चिकित्सा सुविधा, मीडिया व्यवस्था सहित अन्य सभी तैयारियों को समयबद्ध ढंग से पूर्ण किया जाए।

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्यक्रम स्थल एवं आसपास के क्षेत्रों में स्वच्छता व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। साथ ही सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय बनाकर आगंतुकों की सुगम आवाजाही की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें तथा किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाए।

बैठक में  मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह,मुख्य नगर आयुक्त नमामि बंसल, नगर मजिस्ट्रेट प्रत्युष सिंह,उप जिलाधिकारी मसूरी  राहुल कुमार, सदर हरी गिरी, कुमकुम जोशी, निदेशक ग्रामीण विकास अभिकरण विक्रम सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार ढोंडियाल, स्वास्थ्य विभाग, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग ओमपाल सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी केके अग्रवाल, विद्युत, पेयजल, जलसंस्थान, वन विभाग सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।


  विशेष आयुक्त राज्य कर, आई.एस. बृजवाल ने बताया है कि राज्य कर विभाग द्वारा संचालित बिल लाओ ईनाम पाओ (BLIP) योजना के अन्तर्गत मेगा ड्रॉ में दिये जाने वाले पुरस्कार विजेताओं के नामों की घोषणा  मुख्यमत्री द्वारा दिनाक-31 अक्टूबर, 2025 को की गई है।




उन्होंने बताया पूर्व में बिल लाओ इनाम पाओं के मासिक पुरस्कारों की सूचना BLIP App के माध्यम से दी जाती रही है, जो वर्तमान में अस्तित्व में नहीं है। उन्होंने बताया सम्बन्धित पुरस्कार विजेताओं की सूची www.uk.gst.gov.in पर अपलोड कर दी गई है, जिसका अवलोकन किया जा सकता है। उन्होंने बताया विजेताओं को पुरस्कार वितरण की सूचना पृथक से प्रकाशित की जाएगी।

*चौखुटिया को मिली बड़ी स्वास्थ्य सौगात — 30 बेड से बढ़कर 50 बेड का अस्पताल बनेगा* 


 *सीएम धामी ने की घोषणा — डिजिटल एक्स-रे मशीन भी की जाएगी उपलब्ध* 



 *उप जिला चिकित्सालय चौखुटिया के निर्माण कार्यों में आएगी तेजी — कृषक विपणन परिषद को सौंपी जिम्मेदारी* 



 *चौखुटिया के अस्पताल का विस्तार — स्वास्थ्य सुविधाओं में होगा बड़ा सुधार : मुख्यमंत्री धामी* 



मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अल्मोड़ा जनपद के चौखुटिया में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की क्षमता को बढ़ाते हुए इसे 30 बेड से विस्तारित कर 50 बेड का अस्पताल बनाया जाएगा। इसके साथ ही अस्पताल में अत्याधुनिक डिजिटल एक्स-रे मशीन भी उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे स्थानीय नागरिकों को बेहतर और त्वरित स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि पहाड़ के लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाओं के लिए बड़े शहरों पर निर्भर न रहना पड़े। इसी उद्देश्य से चौखुटिया में उप जिला चिकित्सालय के निर्माण से संबंधित कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए उत्तराखंड कृषि उत्पादन विपणन परिषद को कार्यदायी संस्था नियुक्त किया गया है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है और प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं को मजबूत बनाने की दिशा में लगातार व्यापक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल के विस्तार से चौखुटिया और आसपास के क्षेत्रों के हजारों लोगों को लाभ मिलेगा तथा स्वास्थ्य उपचार में होने वाली देरी को रोका जा सकेगा।

 लापता सूचना



नाम – सुमन

आज सुबह 9:00 बजे ढलवाला से लापता हैं।

जो भी व्यक्ति इनको देखे या इनके बारे में कोई जानकारी दे सके, कृपया नीचे दिए गए नंबर पर तुरंत संपर्क करें –


📞 7505037953, 9458962040


कृपया इस सूचना को ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करें ताकि सुमन जल्दी से मिल सकें।

 *जनपद नैनीताल- ज्योलिकोट, आम पड़ाव के पास एसडीआरएफ उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा देर रात्रि वाहन दुर्घटना में रेस्क्यू ऑपरेशन*


दिनांक 01 नवम्बर 2025 की रात्रि को SDRF पोस्ट नैनीताल को आपदा प्रबंधन नैनीताल द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि ज्योलीकोट आमपड़ाव के पास एक टेम्पो ट्रैवलर वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया है।


उक्त सूचना पर एसडीआरएफ पोस्ट नैनीताल से सब-इंस्पेक्टर मनीष भाकुनी के नेतृत्व में रेस्क्यू टीम तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुई।


मौके पर पहुंचने पर पाया गया कि वाहन अनियंत्रित होकर सड़क से लगभग 15 मीटर नीचे गिरा हुआ था, जिसमें कुल 18 व्यक्ति सवार थे। टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए 15 घायलों को सुरक्षित निकालकर उपचार हेतु हल्द्वानी अस्पताल भिजवाया गया।


दुर्भाग्यवश, 2 व्यक्तियों की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गयी थी जिनके शवों को स्थानीय पुलिस के सुपुर्द किया गया जबकि 1 व्यक्ति लापता पाया गया, जिसकी खोज के प्रयास जारी हैं।


सुरक्षा, परंपरा और हिमालयी वास्तुकला के संगम से समृद्ध हुआ राष्ट्रपति निकेतन परिसर

देहरादून:

president Draupadi murmu CM Dhami
उपराष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उत्तराखंड में 


माननीय राष्ट्रपति ने आज देहरादून स्थित राष्ट्रपति निकेतन में दो नई आगंतुक- केंद्रित सुविधाओं- पैदल पार पुल (फुट ओवर ब्रिज) और घुड़सवारी क्षेत्र का लोकार्पण किया। इन दोनों परियोजनाओं ने राष्ट्रपति निकेतन परिसर को आधुनिकता, सुरक्षा और विरासत के अद्भुत संगम के रूप में स्थापित कर दिया है।



राजपुरा रोड पर बने 105 फीट लंबे पैदल पार पुल ने अब राष्ट्रपति निकेतन और आगामी राष्ट्रपति उद्यान (132 एकड़ परिसर) के बीच निर्बाध संपर्क स्थापित कर दिया है। उत्तराखंड लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा ₹9 करोड़ की लागत से निर्मित यह पुल स्थानीय हिमालयी वास्तुकला का सुंदर उदाहरण है। रैंप और रेलिंग के साथ यह पूरी तरह सुगम पहुँच (universal access) प्रदान करता है। यह पुल अब व्यस्त राजपुरा रोड पर पैदल यात्रियों की सुरक्षा के लिए एक सुरक्षित विकल्प बन गया है।


वहीं, परिसर में विकसित 0.7 एकड़ का घुड़सवारी क्षेत्र, राष्ट्रपति के अंगरक्षकों (PBG) की ऐतिहासिक परंपरा का प्रतीक है। सीपीडब्ल्यूडी द्वारा निर्मित इस अत्याधुनिक क्षेत्र में 8 घोड़ों की क्षमता वाला अस्तबल, उपचार कक्ष, स्नान व चारा कक्ष, और आगंतुकों के लिए देखने का विशेष गलियारा तैयार किया गया है।


यह नई सुविधा अब आम आगंतुकों के लिए सोमवार को छोड़कर प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुली रहेगी। यहाँ आगंतुकों को राष्ट्रपति सर्किट का समृद्ध अनुभव देने के लिए निर्देशित भ्रमण (Guided Tours) की भी व्यवस्था की गई है।


राष्ट्रपति निकेतन में इन दो नई परियोजनाओं के लोकार्पण के साथ, यह परिसर अब न केवल सुरक्षा और संरचना के दृष्टिकोण से उन्नत हुआ है, बल्कि हिमालयी विरासत और राष्ट्रीय गौरव का भी नया प्रतीक बन गया है।


 

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second convocation of patanjali

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने पतंजलि विश्वविद्यालय हरिद्वार के द्वितीय दीक्षांत समारोह में स्वर्ण पदक प्राप्त विद्यार्थियों को सम्मानित किया। रविवार को आयोजित इस कार्यक्रम में कुल 1454 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की गई। 62 शोधार्थियों को विद्या वारिधि और 3 शोधार्थियों को विद्या वाचस्पति की उपाधि प्रदान की गई, जबकि 615 विद्यार्थियों को परास्नातक और 774 विद्यार्थियों को स्नातक की उपाधि प्रदान की गई। इस अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि.) ने राष्ट्रपति को राष्ट्रपति भवन की विविध वनस्पतियों पर आधारित दो पुस्तकें ‘फ्लोरा ऑफ राष्ट्रपति भवन’ एवं ‘मेडिसिनल प्लांट्स ऑफ राष्ट्रपति भवन’ की प्रतिलिपियाँ भी भेंट कीं।


राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को बधाई एवं आशीर्वाद प्रदान किया। उन्होंने पदक प्राप्त विद्यार्थियों की सराहना करते हुए कहा कि विद्यार्थियों के जीवन-निर्माण में योगदान देने वाले अध्यापकों और अभिभावकों का भी विशेष अभिनंदन किया जाना चाहिए। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि इस वर्ष उपाधि प्राप्त विद्यार्थियों में 64 प्रतिशत बेटियाँ हैं तथा पदक प्राप्त करने वाली छात्राओं की संख्या छात्रों की तुलना में चार गुना अधिक है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि विकसित भारत के उस स्वरूप का परिचायक है जिसमें महिलाएँ नेतृत्व की भूमिका निभा रही हैं।


राष्ट्रपति ने कहा कि पतंजलि विश्वविद्यालय महर्षि पतंजलि की तप, साधना और ज्ञान परंपरा को आधुनिक समाज के लिए सुलभ बना रहा है। विश्वविद्यालय योग, आयुर्वेद एवं प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में शिक्षा और अनुसंधान के माध्यम से स्वस्थ भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। उन्होंने विश्वविद्यालय की भारत-केन्द्रित शिक्षा-दृष्टि की सराहना करते हुए कहा कि इसमें विश्व बंधुत्व की भावना, वैदिक ज्ञान एवं आधुनिक वैज्ञानिक दृष्टिकोण का समन्वय और वैश्विक चुनौतियों के समाधान जैसी विशेषताएँ निहित हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से वसुधैव कुटुंबकम् की भावना पर आधारित जीवन-मूल्यों को अपनाने का आह्वान किया।


राष्ट्रपति ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान-प्राप्ति नहीं है, बल्कि सदाचार, तपस्या, सरलता और कर्तव्यनिष्ठा जैसे जीवन-मूल्यों को आत्मसात करना भी है। उन्होंने विद्यार्थियों को न केवल आत्म-विकास बल्कि राष्ट्र-निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया। गंगा तट पर स्थित हरिद्वार की सांस्कृतिक महत्ता पर प्रकाश डालते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि ये पवित्र स्थल ज्ञान और अध्यात्म का संगम है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि पतंजलि विश्वविद्यालय के विद्यार्थी स्वाध्याय और तपस्या जैसे आदर्शों का पालन करते हुए स्वस्थ, संस्कारित और समरस समाज के निर्माण में योगदान देंगे।


राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि.) ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए उनके देवभूमि आगमन को गर्व का क्षण बताया। राज्यपाल ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड केवल एक राज्य नहीं, बल्कि योग, आयुर्वेद और अध्यात्म का प्राण-केंद्र है। इस पवित्र धरती से प्रचलित योग और आयुर्वेद की परंपरा ने न केवल भारत को, बल्कि समूचे विश्व को स्वास्थ्य, संतुलन और सद्भाव का संदेश दिया है। उत्तराखंड की यह ऋषि-परंपरा आज भी हमें यह प्रेरणा देती है कि ज्ञान का सर्वोच्च उद्देश्य केवल आत्म-विकास नहीं, बल्कि विश्व-कल्याण है।


राज्यपाल ने उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को हार्दिक शुभकामनाएँ दीं और आशा व्यक्त की कि वे दीक्षांत समारोह के पश्चात आने वाली चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करेंगे। उन्होंने कहा कि आज उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थी अपने राष्ट्र, प्रदेश और समाज की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे तथा अपनी शिक्षा, प्रतिभा एवं प्रशिक्षण का उपयोग मानव-कल्याण के लिए करेंगे।


राज्यपाल ने कहा कि हमारे ऋषि-मुनियों ने जो ज्ञान अर्जित किया, वह केवल हमारे लिए नहीं, बल्कि संपूर्ण ब्रह्मांड के कल्याण के लिए था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र संघ में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को स्वीकृति दिलाकर योग के विज्ञान पर किए गए हजारों वर्षों के कार्य को वैश्विक मंच प्रदान किया। विगत कुछ वर्षों में योग और आयुर्वेद के माध्यम से स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक बड़ी क्रांति आई है, और आज करोड़ों लोग इनके माध्यम से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं।


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का देवभूमि उत्तराखंड की सवा करोड़ देवतुल्य जनता की ओर से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने सदैव अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के कल्याण को प्राथमिकता देते हुए समाज के वंचित, शोषित एवं पिछड़े वर्गों के सशक्तिकरण के लिए कार्य किया है। हाल ही में जब उन्होंने लड़ाकू विमान ‘राफेल’ में उड़ान भरी, तो पूरे देश ने उनके अदम्य साहस, राष्ट्रभक्ति और दृढ़ संकल्प का प्रेरक उदाहरण देखा। उनके व्यक्तित्व में मातृत्व की ममता, सेवा का संकल्प और राष्ट्र के प्रति अटूट समर्पण का अद्भुत संगम निहित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हम सभी उत्तराखंडवासियों का सौभाग्य है कि राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के इस ऐतिहासिक अवसर पर हमें राष्ट्रपति का सान्निध्य और मार्गदर्शन प्राप्त हुआ है।


मुख्यमंत्री ने दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों से अपेक्षा की कि वे अपने ज्ञान और कौशल का उपयोग करके अपने बेहतर भविष्य के साथ ही अपने परिवार की सुख-समृद्धि और समाज के कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगे। उन्होंने कहा कि स्वामी रामदेव के मार्गदर्शन में पतंजलि विश्वविद्यालय आधुनिक शिक्षा को भारतीय संस्कारों और परंपराओं से जोड़ने का अतुलनीय कार्य कर रहा है। यहाँ विज्ञान और अध्यात्म का अद्भुत संगम देखने को मिलता है, जहाँ विद्यार्थी केवल ज्ञान ही नहीं, बल्कि भारतीय जीवन-मूल्यों की भी शिक्षा प्राप्त करते हैं। पतंजलि विश्वविद्यालय ने आधुनिक विज्ञान और भारतीय ज्ञान परंपरा के समन्वय से ऐसी शिक्षा पद्धति विकसित की है, जो योग, आयुर्वेद, विज्ञान और प्रौद्योगिकी को एक सूत्र में पिरोने का कार्य कर रही है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार अनेक नवाचार कर रही है। राज्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू करने के साथ ही प्रदेश के विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और बिग डेटा जैसे कोर्स संचालित करने की पहल की गई है। भारतीय संस्कृति, दर्शन और इतिहास के गहन अध्ययन के लिए दून विश्वविद्यालय में ‘सेंटर फॉर हिंदू स्टडीज’ की स्थापना भी की गई है। देहरादून में साइंस सिटी, हल्द्वानी में एस्ट्रो पार्क और अल्मोड़ा में साइंस सेंटर के निर्माण के माध्यम से राज्य में वैज्ञानिक अनुसंधान को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।


कार्यक्रम में पतंजलि विश्वविद्यालय हरिद्वार के कुलाधिपति स्वामी रामदेव, कुलपति आचार्य बालकृष्ण, सांसद श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, डॉ. कल्पना सैनी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने किया आपदा प्रभावित क्षेत्र भौंर का स्थलीय निरीक्षण*

मुख्यमंत्री ने प्रभावितों के साथ किया भोजन, कहा—राज्य सरकार हर संकट की घड़ी में जनता के साथ खड़ी है

प्रभावित परिवारों से की भेंटवार्ता, दी पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता


*प्रमुख घोषणाएं:

CM with disaster  affected people at igaas


*-पुनर्निर्माण कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र पूरा किया जाए*

*-क्षेत्र में बनाया जाएगा स्थाई हेलीपैड*

*-ग्राम भौंर में आंगनवाड़ी केंद्र का निर्माण किया जाएगा*

*-गांव तक दोपहिया वाहन आवाजाही हेतु मोटर सड़क निर्माण के लिए धनराशि प्रदान की जाएगी*

*-छेनागाड़ बाजार को पुनर्जीवित करने के लिए बनाई जाएगी विस्तृत कार्ययोजना* 


 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी लोकपर्व इगास के अवसर पर आज जनपद रुद्रप्रयाग के तहसील वसुकेदार क्षेत्रान्तर्गत ग्राम भौंर पहुंचे, जहां उन्होंने हाल ही में आई आपदा से प्रभावित परिवारों से भेंटवार्ता की तथा राहत एवं पुनर्निर्माण कार्यों की स्थलीय समीक्षा की।


मुख्यमंत्री ने आपदा के दौरान जान-माल की क्षति उठाने वाले परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए मृतक कुलदीप सिंह नेगी वन श्रमिक एवं सते सिंह के परिवार को आर्थिक सहायता के रूप में पांच-पांच लाख रुपये के चेक प्रदान किए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रभावित परिवारों के पुनर्वास एवं राहत कार्यों के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है तथा किसी भी पीड़ित को अकेला महसूस नहीं होने दिया जाएगा।


मुख्यमंत्री ने ग्राम भौंर में आपदा प्रभावितों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर उनके अनुभवों और समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी प्रभावित परिवारों को समयबद्ध राहत सहायता प्रदान की जाए और पुनर्निर्माण कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र पूरा किया जाए।


उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्र में सड़क, पेयजल, बिजली, आवास, तथा संचार व्यवस्था से जुड़ी सभी क्षतिग्रस्त संरचनाओं का त्वरित पुनर्निर्माण किया गया है ताकि लोगों को जल्द से जल्द सामान्य जीवन उपलब्ध हो सके।


मुख्यमंत्री श्री धामी ने आपदा प्रभावित परिवारों के साथ मध्यान्ह भोजन भी किया और उनके साथ समय व्यतीत करते हुए उन्हें आश्वस्त किया कि सरकार उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड एक आपदा-संवेदनशील राज्य है, और इसी कारण सरकार ने आपदा प्रबंधन को सशक्त और प्रभावी बनाने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि राहत कार्यों में पारदर्शिता, तत्परता एवं संवेदनशीलता बरती जाए।


मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावित इस क्षेत्र में आपातकालीन परिस्थितियों पर त्वरित कार्रवाई करने हेतु इस क्षेत्र में स्थाई हेलीपैड निर्माण की घोषणा की। इसके साथ ही ग्रामीणों की मांग पर ग्राम भौंर में आंगनवाड़ी केंद्र के निर्माण की घोषणा की। उन्होंने शीघ्र ही इस ग्राम तक मोटर सड़क निर्माण करने, जिससे क्षेत्र में दोपहिया वाहन की आवाजाही हो सके इस हेतु एक करोड़ रुपए की धनराशि देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने छेनागाड़ में आपदा के दौरान जिन लोगों ने अपने आवास खोए है उनके विस्थापन करने की योजना बनाने हेतु निर्देश दिए तथा जिन लोगों के वाहन आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त हुए है उनको भी मुआवजा देने की बात की।


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने आपदा प्रभावित परिवारों के पुनर्वास हेतु मुख्यमंत्री राहत कोष के अंतर्गत विशेष प्रावधान किए हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि कठिन समय में धैर्य बनाए रखें और सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।


मुख्यमंत्री के आगमन पर ग्रामीणों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे त्वरित राहत प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया।


इस अवसर पर विधायक रुद्रप्रयाग भरत चौधरी, जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग प्रतीक जैन, मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत, अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध घिल्डियाल, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार, तहसील प्रशासन, लोक निर्माण विभाग, पेयजल निगम सहित अन्य विभागों के अधिकारी एवं जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।



 मुख्यमंत्री आवास में इगास पर्व  हर्ष–उल्लास, पारंपरिक आस्था और सांस्कृतिक गौरव के साथ भव्य रूप से मनाया गया*

*इगास–बूढ़ी दीवाली पर मुख्यमंत्री धामी ने दी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएँ* 

 *पहाड़ के लोकपर्व हमारा गर्व, हमारी आत्मा — सीएम धामी* 

 *इगास पर लोकसंस्कृति के संरक्षण का संकल्प — मुख्यमंत्री धामी*



मुख्यमंत्री आवास में आज इगास पर्व बड़े हर्ष–उल्लास, पारंपरिक आस्था और सांस्कृतिक गौरव के साथ भव्य रूप से मनाया गया। देवभूमि की लोक परंपराओं को समर्पित इस विशेष अवसर पर  राजयपाल ले. ज. गुरमीत सिंह ( से नि) की उपस्थिति में आयोजित भव्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि इगास हमारी सांस्कृतिक अस्मिता, लोक आस्था और सामूहिक भावना का प्रतीक है।


कार्यक्रम के दौरान उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध लोक कलाकारों, गायकों और विभिन्न क्षेत्रों से आए सांस्कृतिक दलों ने पारंपरिक लोकगीत व लोकनृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। हारुल, झूमेंलो, चांचरी, थड़िया, जागर और अन्य पारंपरिक नृत्य–गायन ने कार्यक्रम को जीवंत बना दिया और पूरा परिसर लोकधुनों की गूंज से सराबोर हो उठा।



मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वयं भी कलाकारों के बीच उपस्थित होकर उनकी प्रस्तुति का आनंद लिया एवं उन्हें प्रोत्साहित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि "हमारी लोक संस्कृति और परंपराएँ हमारी सबसे बड़ी धरोहर हैं, उन्हें बचाना और आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाना हमारा सामूहिक दायित्व है।"


कार्यक्रम में शामिल सभी आमंत्रित अतिथियों, वरिष्ठ अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, प्रवासी उत्तराखंडियों, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों और प्रदेश के वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों को मुख्यमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से शुभकामनाएँ दीं और उनसे भेंट की।

इगास उत्सव के पारंपरिक क्रम में मुख्यमंत्री ने लोक मान्यताओं के अनुसार परंपरागत रूप से "भेलों" भी खेला, जिससे वहां मौजूद बुजुर्गों, युवाओं और बच्चों में विशेष उत्साह देखा गया। पूरा वातावरण पर्वतीय संस्कृति की खुशियों, लोकगीतों और लोकनृत्य से भर गया।

कार्यक्रम में सभी कलाकारों व प्रतिभागियों को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया और कहा कि उत्तराखंड सरकार लोक कलाकारों के उत्थान, लोक परंपराओं को बढ़ावा देने और 'कल्चर बेस्ड रोजगार' को प्रोत्साहित करने की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है।

इगास, बूढ़ी दीवाली और देव दीपावली के शुभ अवसर पर  मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएँ प्रेषित करते हुए कहा कि उत्तराखंड की लोक संस्कृति, परंपराएँ, वेश–भूषा और व्यंजन हमारी अनमोल धरोहर हैं और इन्हें संरक्षित करना हम सभी का दायित्व है।



मुख्यमंत्री ने कहा कि इगास लोक पर्व केवल उत्सव नहीं, बल्कि हमारी सामूहिकता, प्रकृति के प्रति आभार और सांस्कृतिक गर्व का प्रतीक है। उन्होंने लोकगीत, ढोल-दमाऊ की थाप और पारंपरिक मांडणे का उल्लेख करते हुए कहा कि जब घर-आंगन में लोक संस्कृति प्रफुल्लित होती है, तो ऐसा लगता है जैसे स्वयं देवभूमि मुस्कुरा रही हो।


मुख्यमंत्री ने कहा कि  प्रदेश में प्रवासी उत्तराखंडियों का सक्रिय योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने खुशी व्यक्त की कि प्रवासी उत्तराखंडी अब इगास पर अपने पैतृक गांवों का रुख कर रहे हैं। इस अवसर पर उन्होंने विश्वभर में बसे उत्तराखंडियों से अपील की कि वे भी अपने गांवों और परिवारों के साथ लोक पर्व मनाएं और अपनी जड़ों से जुड़े रहें।


मुख्यमंत्री ने सभी से आह्वान किया कि हम सब मिलकर न सिर्फ अपनी संस्कृति को समृद्ध करें, बल्कि “विकल्प रहित संकल्प” के साथ उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने में योगदान दें।


प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा दिए गए इस संकल्प–वाक्य को याद करते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि “तीसरा दशक उत्तराखंड का होगा” यह केवल घोषणा नहीं, बल्कि उत्तराखंड की इस पवित्र भूमि के उज्ज्वल भविष्य का संकल्प है। प्रधानमंत्री जी ने जो विश्वास उत्तराखंड पर जताया है, उसे साकार करना हम सभी का दायित्व है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दशक उत्तराखंड के समग्र विकास, रोजगार-सृजन, पर्यटन और आध्यात्मिक-पर्यटन विस्तार, प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण तथा युवा शक्ति के सशक्तिकरण का दशक होगा। हम सभी को मिलकर ‘विकल्प रहित संकल्प’ की भावना के साथ कार्य करते हुए इस विज़न को धरातल पर उतारना है, ताकि उत्तराखंड विकास के नए कीर्तिमान स्थापित करते हुए देश–दुनिया में अपने स्थान को और अधिक मजबूत कर सके।


मुख्यमंत्री ने अंत में कहा “ *इस इगास पर संकल्प लें कि न केवल अपने घरों में दीप जलाएँ, बल्कि अपने मन में भी अपनी संस्कृति के प्रति गर्व का दीप प्रज्ज्वलित रखें।”*


कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज, श्री गणेश जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री श्री भगत सिंह कोशियारी, श्री रमेश पोखरियाल निशंक, राजयसभा सांसद श्री नरेश बंसल, मुख्य सचिव एवं अन्य अधिकारी सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि व विभिन्न क्षेत्रों के लोग उपस्थित रहे |




09 नवम्बर को राज्य स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री का मिलेगा मार्गदर्शन- मुख्यमंत्री*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को बलवीर रोड स्थित भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड राज्य निर्माण की रजत जयंती के उपलक्ष्य में प्रदेशभर में रजतोत्सव समारोह आयोजित किए जा रहे हैं। प्रदेशभर में 01 नवम्बर को इगास पर्व से 11 नवम्बर 2025 तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।


 इस अवसर पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का स्मरण कर उन्हें नमन किया और कहा कि उनके प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान ही हमें नया राज्य प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि यह हम सबके लिए गर्व का विषय है कि उत्तराखण्ड 25 वर्षों की उल्लेखनीय यात्रा पूर्ण कर विकास के नए आयाम स्थापित कर रहा है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 2047 तक विकसित और आत्मनिर्भर भारत का संकल्प देशवासियों के सामने रखा है। वर्ष 2050 उत्तराखण्ड राज्य स्थापना का स्वर्ण जयंती वर्ष होगा। आने वाले इन 25 वर्षों के लिए राज्य सरकार एक नया रोडमैप बनाकर आगे बढ़ेगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने देश की सीमाओं पर बलिदान देने वाले जवानों और राज्य आंदोलन के बलिदानियों को भी नमन किया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के रजतोत्सव समारोह के अंतर्गत 03 और 04 नवम्बर को देहरादून में विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित किया जा रहा है, जिसमें 03 नवम्बर को महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु विशेष सत्र को संबोधित करेंगी, जो राज्य के लिए गौरव का विषय है। इस विशेष सत्र में राज्य को आगे ले जाने की दिशा में विचार-विमर्श होगा तथा बीते 25 वर्षों के अनुभवों पर चर्चा की जाएगी। 09 नवम्बर को राज्य स्थापना दिवस पर मुख्य समारोह में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। रजतोत्सव समारोह का केंद्रबिंदु संस्कृति, पर्यटन, युवाशक्ति, प्रवासी उत्तराखण्डी तथा राज्य आंदोलनकारी रहेंगे।



मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केवल सरकारी आयोजन नहीं, बल्कि जनभागीदारी का उत्सव है। प्रत्येक नागरिक और जनपद को इस उत्सव से जोड़ने का उन्होंने आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि रजत जयंती वर्ष केवल उत्सव नहीं, बल्कि आत्ममंथन और संकल्प का अवसर है। इसी क्रम में अगले 25 वर्षों के लिए खाका भी प्रस्तुत किया जाएगा, जिसका लक्ष्य समृद्ध, आत्मनिर्भर और सशक्त उत्तराखण्ड का निर्माण है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते वर्षों में राज्य सरकार द्वारा अनेक उल्लेखनीय कार्य किए गए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है जिसने समान नागरिक संहिता लागू की है। साथ ही भूमि कानून, धर्मांतरण विरोधी, नकल विरोधी और दंगारोधी कानून लागू कर सुशासन की दिशा में ठोस कदम उठाए गए हैं। राज्य आंदोलनकारियों को सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत और महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है, जबकि सहकारी समितियों में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण सुनिश्चित किया गया है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले चार वर्षों में 26 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां प्रदान की गई हैं। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में 3.56 लाख करोड़ रुपये के एमओयू साइन हुए और एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश की ग्राउंडिंग हो चुकी है। राज्य का बजट पहली बार एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का प्रस्तुत किया गया है। स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में हुई प्रगति का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि राज्य में 58 लाख आयुष्मान कार्ड वितरित किए गए हैं, मातृ मृत्यु अनुपात में उल्लेखनीय कमी आई है, लखपति दीदी योजना से 1 लाख 65 हजार से अधिक महिलाएं आत्मनिर्भर बनी हैं और वृद्धावस्था पेंशन को बढ़ाकर 1500 रुपये किया गया है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था का आकार 26 गुना बढ़ा है और प्रति व्यक्ति आय में 17 गुना वृद्धि हुई है। धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के पुनरोद्धार के लिए केदारनाथ पुनर्निर्माण और बद्रीनाथ धाम के मास्टर प्लान और मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत कार्य प्रगति पर हैं। दिल्ली-देहरादून एलिवेटेड रोड और ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन जैसी परियोजनाएं राज्य के विकास को नई दिशा देंगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार पलायन रोकथाम और सीमांत क्षेत्रों के विकास के लिए वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम, स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप और मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना जैसी पहलें संचालित कर रही  है।


 राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु  2 से 4 नवंबर2025 तक उत्तराखंड के दौरे पर रहेंगी।

school holiday due to president visit


2 नवंबर को राष्ट्रपति हरिद्वार में पतंजलि विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी।

3 नवंबर को राष्ट्रपति उत्तराखंड राज्य की रजत जयंती के अवसर पर देहरादून में उत्तराखंड विधानसभा को संबोधित करेंगी। उसी दिनवह नैनीताल स्थित राजभवन की स्थापना के 125 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में भी शामिल होंगी।

4 नवंबर को राष्ट्रपति कैंची धाम स्थित नीम करोली बाबा के आश्रम जायेंगी। नई दिल्ली लौटने से पहलेराष्ट्रपति नैनीताल में कुमाऊं विश्वविद्यालय के 20वें दीक्षांत समारोह में भी शामिल होंगी।

  ऋषिकेश :



 चकजोगीवाला क्षेत्र में इन दिनों गुलदार की चहलकदमी से दहशत का माहौल बना हुआ है। आबादी के नजदीक आए दिन गुलदार दिखाई देने से लोग भयभीत हैं। गुरुवार देर रात्रि गुलदार के घूमने की तस्वीरें सीसीटीवी कैमरे में कैद हुईं।

वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि एक बाइक सवार सड़क से गुजर रहा है, तभी जंगल की ओर से गुलदार सड़क की तरफ आता है। बाइक की लाइट उस पर पड़ने के बावजूद वह भागता नहीं। बाइक सवार के गुजरते ही गुलदार सड़क पर टहलने लगता है। पास में मौजूद कुत्ते भौंकने लगते हैं, जिसके बाद गुलदार पुनः जंगल की ओर लौट जाता है।स्थानीय ग्रामीणों  ने बताया कि यह इलाका बड़कोट रेंज व राजाजी टाइगर रिजर्व से सटा हुआ है। इस मार्ग पर मशरूम फैक्ट्री भी स्थित है, जहां देर रात्रि तक कर्मचारी आवागमन करते रहते हैं। गुलदार की मौजूदगी से आसपास के लोगों में भय और चिंता का माहौल है। ग्रामीणों ने वन विभाग से तत्काल गश्त बढ़ाने और पिंजरा लगाने की मांग की है।


डीएम ने अचानक बुलाई जिला चिकित्सालय की प्रगति की समीक्षा बैठक; आनन-फानन में दौड़े अधिकारी 


जिला प्रशासन द्वारा शुरू किए गए एसएनसीयू के अपग्रेड कार्यों में विलम्ब; धन का दिया हवाला; डीएम का चढा पारा; लगाई फटकार; 2 माह से संज्ञान में न लाने पर जताई कड़ी नाराजगी


चिकित्सालय सुविधा विस्तार हेतु जिला  योजना से 91 लाख धनराशि की स्वीकृति मौके पर ही


blood bank  का 75 प्रतिशत् कार्य पूर्ण शेष कार्य युद्धस्तर पर पूर्ण करने के निर्देश; 


देहरादून :

DM sawin bansal


जिलाधिकारी सविन बंसल ने ऋषिपर्णा सभागार कलेक्टेªट में जिला चिकित्सालय कोरोनेशन के निर्माण कार्यों एवं एवं विभिन्न व्यवस्थाओं, सुविधाओं की अचानक समीक्षा बैठक बुलाई। बैठक में जिला चिकित्सालय में उपलब्ध सुविधाओं, उपकरणों की स्थिति, दवाओं की उपलब्धता, चिकित्सकीय सेवाओं की गुणवत्ता तथा अस्पताल में आने वाले मरीजों की संख्या की समीक्षा की गई।

जिला प्रशासन के प्रयासों से  विगत वर्ष जिला चिकित्सालय में प्रारम्भ किए गए एसएनसीयू से अब तक 500 बच्चे स्वास्थ्य लाभ ले चुके हैं। विगत बैठक में जिलाधिकारी ने एसएनसीयू को 06 बैड से बढाकर 12 बैड करने के निर्देश दिए गए थे, जिसके विस्तारीकरण की समीक्षा करने बताया गया कि अभी विस्तारीकरण नही हो पाया, जिसका कारण जानने पर 2 माह से फंड न होना बताया गया। फंड न होने की जानकारी 2 माह से संज्ञान में न लाने पर  जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय को फटकार लगाई। एसएनसीयू विस्तारीकरण एवं अन्य महत्वपूर्ण आवश्यक सेवाओं हेतु डीएम ने मौके पर ही 91 लाख की धनराशि जारी करते हुए एक माह के भीतर एसएनसीयू विस्तारीकरण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। 

जिला प्रशासन के प्रयासों जिला चिकित्सालय में निर्माणाधीन ब्लड बैंक की कार्यप्रगति जानने पर अवगत कराया गया कि ब्लड बैंक का 75 प्रतिशत् कार्य पूर्ण हो गया है जिस पर जिलाधिकारी ने माह फरवरी  2026 तक शेष कार्य पूर्ण करने तथा ब्लड बैंक संचालन हेतु मशीन, उपकरण चिकिक्त्सक स्टॉफ, मैनपावर की व्यवस्था समयबद्ध पूर्ण करने के निर्देश दिए। 

जिलाधिकारी ने चिकित्सालय में एसएनसीयू अपग्रेड कार्यों, दिव्यांगजन के शौचालय, जनरल ओटी हेतु स्टेपलाईजर, चिकित्सालय के पुराने भवन दीवारों की मरम्मत, फायर हाईड्रेंट, फायर अलार्म, वाटर हाईड्रेंट, जन्ममृत्यु पंजीयन हेतु कलर प्रिन्टर, आदि कार्यों के लिए 91 लाख की धनराशि जिला योजना से मौके पर ही स्वीकृत की। 

जिलाधिकारी ने कहा कि जिला चिकित्सालय में आने वाले प्रत्येक मरीज को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा मिलनी चाहिए। उन्होंने चिकित्सालय प्रबंधन को निर्देश दिए कि अस्पताल में स्वच्छता व्यवस्था, दवा वितरण प्रणाली तथा उपकरणों की कार्यशील स्थिति पर विशेष ध्यान दिया जाए। साथ ही चिकित्सालय में आने वाले मरीजों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए हेल्प डेस्क को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि चिकित्सालय में आधारभूत सुविधाओं का निरंतर रखरखाव और सुधार प्राथमिकता पर किया जाए। जिलाधिकारी ने अस्पताल प्रबंधन से कहा कि डॉक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए तथा मरीजों के प्रति संवेदनशील व्यवहार अपनाया जाए।

प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय में सुविधाओं की जानकारी देते हुए बताया कि चिकित्सालय  परिसर में संचालित ऑटोमेटेड पार्किंग से पार्किंग व्यवस्था में सुधार आया है है। उनके द्वारा जिलाधिकारी से आटोमेटेड पार्किंग निर्माण का अनुरोध किया गया, जिस पर जिलाधिकारी ने कार्यवाही के निर्देश दिए।  

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, प्रभारी अधिकारी स्वास्थ्य/उप जिलाधिकारी हरिगिरि, मुख्य चिकित्सा अधिकारी मनोज शर्मा, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय मन्नु जैन, वरिष्ठ पैथोलॉली डॉ जेपी नौटियाल, डॉ शालिनि डिमरी, पीआरओ प्रमोद पंवार, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी राजू सब्बरवाल, मैटर्न इन्दू शर्मा, सुशीला पंवार, प्रबन्धक आरती,  आदि उपस्थित रहे। 

 राज्य आंदोलनकारियों और मातृशक्ति के प्रति भावांजलि अर्पित करने का अवसर है रजत जयंती उत्सव : मुख्यमंत्री*

*मुख्यमंत्री ने हरिद्वार में आयोजित "देवभूमि रजत उत्सव 2025’’ में किया प्रतिभाग*

*कुंभ 2027 के निर्माण कार्यों में लाये गुणवत्ता, अन्यथा लापरवाही पर होगी कार्यवाही*

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मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार में आयोजित देवभूमि रजत उत्सव 2025 कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान उन्होंने राज्य निर्माण में अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले राज्य आंदोलनकारियों, मातृशक्ति को नमन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का ये रजत उत्सव एक उत्सव मात्र नहीं, बल्कि उन राज्य आंदोलनकारियों, माताओं-बहनों और युवाओं के प्रति अपनी भावांजलि अर्पित करने का पावन अवसर है जिन्होंने उत्तराखंड राज्य स्थापना के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया।


*अनेक चुनोतियों से घिरा हुआ था राज्य*


मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि वर्ष 2000 में जब उत्तराखंड अस्तित्व में आया तब ये नवजात राज्य भौगोलिक कठिनाइयों, सीमित संसाधनों समेत अनेक चुनौतियों से घिरा हुआ था, लेकिन हमारी देवभूमि की जनता में ये अटूट विश्वास था कि कुछ भी हो जाए हम इस राज्य को आगे बढ़ाकर ही दम लेंगे और आज जब 25 वर्षों बाद हम पीछे मुड़कर देखते हैं, तो ये गर्व से कह सकते हैं कि इन वर्षों में उत्तराखंड न केवल इन चुनौतियों से लड़कर आगे बढ़ा, बल्कि आज विकास के नए मानक स्थापित कर रहा है।


*गौरवशाली इतिहास का प्रतीक है रजत उत्सव*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड की पहचान केवल हमारी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता से ही नहीं, बल्कि हमारी समृद्ध संस्कृति, लोक परंपराओं और अटूट आस्था से भी है। कहा कि ये देवभूमि रजत उत्सव उसी गौरवशाली विरासत का प्रतीक है, जो हमारी सांस्कृतिक आत्मा को जीवंत बना रहा है। कहा कि यहां आयोजित प्रदर्शनी और विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से हम देश-दुनिया को ये संदेश देना चाहते हैं कि उत्तराखंड अपनी परंपराओं में रचा-बसा होने के साथ ही भविष्य की ओर भी तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।


*गांव से शहर तक, मातृशक्ति से श्रमशक्ति तक के लिए बनाई योजनाएं*


मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज हम गांवों से लेकर शहरों तक, किसानों से लेकर युवाओं तक, मातृशक्ति से लेकर श्रमशक्ति तक, व्यापारियों से लेकर कमचारियों तक प्रत्येक क्षेत्र और वर्ग के लिए कई नई योजनाएं बनाकर प्रदेश का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित कर रहे हैं। आज प्रदेश में जहां एक ओर शहरों से लेकर सुदूर सीमावर्ती व पर्वतीय गांवों तक शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, खेल, पेयजल और हवाई कनेक्टिविटी जैसे सभी प्रमुख क्षेत्रों में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने की दिशा में सार्थक प्रयास किया जा रहा है, वहीं, लोकल फॉर वोकल, मेक इन इंडिया और स्टार्टअप इंडिया जैसी पहलों के माध्यम से विकसित भारत एवं विकसित उत्तराखंड बनाने के स्वप्न को साकार करने की दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर कार्य कर रहे हैं। 


*4 वर्षो के कठोर निर्णयों को बताया जनहित के निर्णय*


इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री धामी ने चार वर्षों में लिए गए कठोर निर्णयों को जहित के निर्णय बताया। उन्होंने धर्मांतरण विरोधी, सख्त दंगारोधी कानून,  लैंड जिहाद, लव जिहाद और थूक जिहाद सहित नकल विरोधी कानून का उल्लेख किया।  इसके साथ ही समान नागरिक संहिता कानून, अवैध मदरसों पर की गई कार्यवाही सहित ऑपरेशन कालनेमि अभियान का भी बखान किया। उन्होंने भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए ‘ज़ीरो टॉलरेंस की नीति के तहत की जा रही कार्यवाही की भी बात कही। 

  

*हरिद्वार के चहुंमुखी विकास के लिए अनेक परियोजनाओं पर चल रहा कार्य*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार के चहुंमुखी विकास को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दौहराते हुए कहा कि हम हरिद्वार शहर में जहां एक ओर 186 करोड़ रुपए से सीवरेज नेटवर्क निर्माण के साथ ही पूरे शहर में 187 करोड़ रुपए से अधिक की पेयजल परियोजनाओं पर कार्य कर रहे हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृण बनाने के लिए मेडिकल कॉलेज के निर्माण के साथ ही लालढांग क्षेत्र में मॉडल डिग्री कालेज की स्थापना की और हरिद्वार में शिक्षा के प्रचार प्रसार के लिए भी हर संभव प्रयास किए हैं।

कहा कि हमारी सरकार धर्मनगरी  को काशी विश्वनाथ एवं उज्जैन महाकाल कॉरिडोर की भांति भव्य और दिव्य रूप देने के लिए हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरिडोर का निर्माण भी करा रहे हैं, जिसकी डीपीआर भी तैयार हो चुकी है। इसके साथ ही हरिद्वार में हेली सेवाओं के लिए हेलीपोर्ट का निर्माण करने की कार्ययोजना भी तैयार की जा रही है। कहा कि  हम हरकी पैड़ी से मां चंडी देवी तक रोपवे के निर्माण और लालढ़ांग की बरसाती नदी में पुल का निर्माण करवा रहे हैं। 



*कुंभ के कार्यों में न बरतें अनियमितता, अन्यथा होगी कार्यवाही*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि धर्मनगरी में वर्ष 2027 में आयोजित होने वाले कुंभ के लिए हम अभी से तैयारियों में जुट गए हैं। लेकिन, उनके संज्ञान में कुंभ के लिए किए जा रहे निर्माण कार्यों में कुछ अनियमितताएं बरतने शिकायत आई है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि निर्माण कार्यों में लगे अधिकारियों व कार्यदायी संस्थाएं या तो गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य करें, अन्यथा कार्यवाही के लिए तैयार रहें। क्योंकि हमारी सरकार धर्मनगरी हरिद्वार को एक विश्वस्तरीय शहर बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं।



 *एआई रोबोट ने सुनाई डिजिटल इंडिया की गाथा* 

हरिद्वार में आयोजित देवभूमि रजत उत्सव 2025 के दौरान आधुनिक तकनीक और परंपरा का संगम भी देखने को मिला, जब एक अत्याधुनिक एआई रोबोट ने मंच से “डिजिटल इंडिया” की सफलता गाथा सुनाई।


 रोबोट ने आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए बताया कि कैसे भारत आज विश्व का टेक्नोलॉजी हब बन चुका है।

कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया।

*मुख्यमंत्री ने दी विभिन्न विकास योजनाओं की वित्तीय स्वीकृति*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद अल्मोड़ा के विधानसभा क्षेत्र जागेश्वर के विकासखण्ड लमगड़ा में सर्वाेदय इण्टर कॉलेज में 04 कक्षों के निर्माण हेतु 94.30 लाख की स्वीकृति प्रदान करते हुए प्रथम किश्त के रूप में 56.58 लाख तथा जनपद बागेश्वर में नशामुक्ति केन्द्र की स्थापना हेतु 4.97 करोड़ की योजना स्वीकृत किये जाने का अनुमोदन प्रदान किया है।


मुख्यमंत्री द्वारा SPECIAL ASSISTANCE TO STATE FOR CAPITAL INVESTMENT (SASCI) 2023-24 Part-1 के अन्तर्गत जनपद हरिद्वार के यूनिटी मॉल हेतु भारत सरकार द्वारा स्वीकृत धनराशि 136 करोड़ के सापेक्ष वित्तीय वर्ष 2025-26 में द्वितीय किश्त के रूप में अवशेष 68 करोड़ की धनराशि अवमुक्त किये जाने का अनुमोदन प्रदान किया गया है।


 कार्यक्रम में हरिद्वार मेयर किरण जैसल,रुड़की मेयर अनीता अग्रवाल,जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी,,रानीपुर विधायक आदेश चौहान, पूर्व कैबिनेट मंत्री/प्रदेश उपाध्यक्ष स्वामी यतीश्वरानंद, दर्जाधारी राज्य मंत्री विनय रुहेला, राज्यमंत्री सुनील सैनी, राज्यमंत्री श्यामवीर सैनी, राज्यमंत्री शोभाराम प्रजापति, राज्यमंत्री ओमप्रकाश जमदग्नि, अजीत सिंह, ब्लॉक प्रमुख कविंद्र, भाजपा जिलाध्यक्ष हरिद्वार आशुतोष शर्मा,भाजपा जिलाध्यक्ष रुड़की डॉ मधु सिंह, शिवालिक नगर पालिका अध्यक्ष राजीव शर्मा, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल, सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान, उप जिलाधिकारी जितेंद्र कुमार, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, डीपीआरओ अतुल प्रताप सिंह, एपीडी नलिनीत घिल्डियाल, संजीव चौधरी,पूर्व विधायक संजय गुप्ता,पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन, जिला उपाध्यक्ष लव शर्मा,युवा मोर्चा अध्यक्ष विक्रम भुल्लर उपस्थित रहे 






 मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया यूनिटी मार्च वॉकथॉन का शुभारंभ, सरदार पटेल को दी श्रद्धांजलि*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को लौह पुरूष सरदार बल्लभ भाई पटेल जी की जयन्ती के अवसर पर घंटाघर में उनकी मूर्ति पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी एवं एकता पदयात्रा का शुभारंभ कर उसमें प्रतिभाग भी किया। इस अवसर पर उन्होंने स्वदेशी अपनाने और नशा मुक्त उत्तराखंड की शपथ भी दिलाई।

CM Dhami run for unity , sardar patel


 मुख्यमंत्री ने भारत के लौह पुरुष, भारत रत्न, सरदार वल्लभभाई पटेल को नमन करते हुए कहा कि उनके अदम्य साहस, दूरदर्शिता और राष्ट्र समर्पण की भावना के कारण ही आज भारत एक शक्तिशाली और एकीकृत राष्ट्र के रूप में खड़ा है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल का सम्पूर्ण जीवन देश की एकता और अखंडता को समर्पित था। उन्होंने 560 से अधिक रियासतों को एक सूत्र में पिरोकर अखंड भारत का निर्माण किया। ऐसे महापुरुष के योगदान को नमन करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 से उनकी जयंती को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया, जो उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।उन्होंने कहा कि राज्यभर में 16 नवंबर तक प्रत्येक जिले के तीन स्थानों पर वॉकथॉन कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। प्रत्येक आयोजन स्थल पर 8 से 10 किलोमीटर की पदयात्रा के साथ नशा मुक्त भारत, एक पेड़ मां के नाम तथा आत्मनिर्भर भारत जैसे जन-जागरूकता अभियानों को भी जोड़कर समाज में सकारात्मक संदेश देने का कार्य किया जा रहा है।



मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वॉकथॉन केवल एक दौड़ नहीं, बल्कि भारत की विविधता में एकता की भावना को सशक्त करने का माध्यम है। इससे युवाओं में राष्ट्र निर्माण, अनुशासन, और सेवा की भावना प्रबल होगी।उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे सरदार पटेल के आदर्शों को आत्मसात करते हुए एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करने में सक्रिय भूमिका निभाएं।



मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के लक्ष्य की दिशा में  राज्य सरकार निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने आह्वान किया कि राज्य के सभी नागरिक एकजुट होकर इस संकल्प को साकार करने में अपना योगदान दें।


इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज, श्री गणेश जोशी श्रीमती रेखा आर्या, राज्यसभा सांसद श्री नरेश बंसल, विधायक श्री खजानदास, श्रीमती सविता कपूर, अन्य जनप्रतिनिधिगण, जिलाधिकारी देहरादून श्री सविन बंसल एवं एसएसपी अजय सिंह मौजूद थे।



मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को लौह पुरूष सरदार बल्लभ भाई पटेल जी की जयन्ती के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी ।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार बल्लभ भाई पटेल जी ने अनेक रियासतों को एक सूत्र में पिरोकर अखंड भारत के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया। उनका राष्ट्रनिष्ठ दृष्टिकोण हमें विकसित भारत के निर्माण के लिए सतत प्रेरित करता रहेगा।

 

नैनीताल की सोनिया और टिहरी के जसपाल रावत ने जीती इलेक्ट्रिक कार*

*“बिल लाओ, ईनाम पाओ” से बढ़ा राजस्व और कर अनुपालन*

*उपभोक्ता जागरूकता व जनभागीदारी का प्रतीक बनी योजना*

*प्रदेश में यह योजना अभी जारी रहेगी- मुख्यमंत्री।* 



मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य स्थापना रजत जयंती समारोह का शुभारंभ करते हुए शुक्रवार को सचिवालय में ‘बिल लाओ, ईनाम पाओ’ के अंतर्गत मेगा लकी ड्रॉ निकाला। राज्य कर विभाग, उत्तराखंड द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में कुल 1888 लकी ड्रॉ विजेता चुने गए। नैनीताल जनपद की सोनिया और टिहरी जनपद के जसपाल रावत ने प्रथम विजेता के रूप में एक-एक इलेक्ट्रिक कार जीती। 

मुख्यमंत्री ने दोनों विजेताओं से फोन पर बात कर उन्हें शुभकामनाएं भी दीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘बिल लाओ, ईनाम पाओ’ योजना राज्य में जारी रहेगी। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस नवाचार ने राज्य के राजस्व संग्रहण को एक नई चेतना और ऊर्जा दी है। वर्ष 2022 में शुरू की गई इस योजना के माध्यम से जनभागीदारी को कर प्रणाली से सीधे जोड़ने का प्रयास किया गया। इस योजना के तहत 6 लाख 50 हजार बिलों के माध्यम से 263 करोड़ रुपये का लेनदेन लोगों द्वारा अपलोड किया गया। इससे व्यापारी वर्ग में कर अनुपालन की संस्कृति को बढ़ावा मिला है और राज्य की राजस्व प्राप्ति में निरंतर वृद्धि दर्ज हुई है। यह योजना आज एक ओर जहां उपभोक्ता जागरूकता का सशक्त माध्यम बन चुकी है, वहीं साझा जिम्मेदारी का प्रतीक भी बनकर उभरी है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के माध्यम से व्यवसायियों को भी सहूलियत मिली है। राज्य सरकार व्यापार तंत्र को और अधिक कुशल व पारदर्शी बनाने के लिए सतत प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में व्यापार, उद्यम और रचनात्मकता को साथ लेकर लोगों में नया विश्वास पैदा किया जा रहा है। भ्रष्टाचार मुक्त व भयमुक्त वातावरण में आज व्यापारी वर्ग पहले की तुलना में अधिक सुरक्षित महसूस कर रहा है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य में अनेक नवाचार किए जा रहे हैं। “ईज ऑफ डूइंग बिजनेस” और “वार्षिक व्यापार सुधार कार्य योजना” के माध्यम से राज्य में निवेश और उद्यमिता के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया जा रहा है। राज्य के राजस्व वृद्धि की दिशा में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। राज्य में वित्तीय प्रबंधन में नवाचार, संसाधनों के मितव्ययी उपयोग और नवाचारों के अधिकतम प्रयोग पर बल दिया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता से अपील की कि प्रत्येक खरीदारी पर बिल अवश्य मांगें और लेनदेन को पारदर्शी बनाकर राज्य के विकास में सक्रिय भागीदारी निभाएं।


मेगा लकी ड्रॉ में 2 विजेताओं ने इलेक्ट्रिक कार, 16 विजेताओं ने कार, 20 विजेताओं ने ई-स्कूटर, 50 विजेताओं ने मोटरसाइकिल, 100 विजेताओं ने लैपटॉप, 200 विजेताओं ने स्मार्ट टीवी, 500 विजेताओं ने टैब, तथा 1000 विजेताओं ने माइक्रोवेव एवं अन्य पुरस्कार जीते।


इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, सचिव वित्त श्री दिलीप जावलकर, आयुक्त राज्य कर श्रीमती सोनिका, अपर सचिव श्री नवनीत पांडेय, अपर सचिव श्री मनमोहन मैनाली, उद्योग व्यापार समूह से श्री पंकज गुप्ता, श्री राजीव अग्रवाल, श्री सुनील मैसन, चार्टर्ड एकाउंटेंट श्री रवि माहेश्वरी, श्री संजीव गोयल, टैक्स बार एसोसिएशन से श्री सुमित ग्रोवर, श्री योगेश चोपड़ा एवं राज्य कर विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस की रजत जयंती वर्ष को पूरे प्रदेश में धूमधाम से मनाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस अवसर पर विभिन्न विभाग अपने स्तर से विशेष कार्यक्रम और जनकल्याणकारी पहलें भी कर रहे हैं। जिनमें जनजागरूकता अभियान एवं शिविरों का आयोजन प्रमुख रूप से शामिल है। राज्य सरकार का लक्ष्य रजत जयंती समारोह को जनभागीदारी से सार्थक बनाना है। 



इसी क्रम में साईबर कोषागार, देहरादून में दिनांक 3 नवंबर 2025 से दिनांक 9 नवंबर 2025 तक पेंशन जागरूकता शिविर के आयोजन किए जा रहे हैं। दिनांक 3 नवंबर को पेंशन स्वीकृति पारिवारिक पेशन प्रारम्भ करने में आने वाली व्यावहारिक कठिनाईयों एवं परेशानियों को दूर करने हेतु जागरूक अभियान चलाया जाएगा। वहीं 4 नवंबर को पेंशनरों के जीवन प्रमाण पत्र को डिजिटल माध्यम से जमा करवाने के सम्बन्ध में जानकारी / जागरूकता /प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।


दिनांक 5 नवंबर को पेंशनरों को आयकर सम्बन्धी जानकारी प्रदान करना एवं दिनांक 6 नवंबर को पेंशनरों को राज्य स्वास्थ्य योजना एवं चिकित्सा प्रतिपूर्ति से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारियों प्रदान किया जाना / स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से पेंशनरों हेतु निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाएगा।  दिनांक 7 नवंबर को पुलिस विभाग एवं बैंकों के सहयोग से कार्मिको/पेशनरों को साईबर धोखाधडी से बचाव हेतु जागरूकता कार्यक्रम/पेशनरों हेतु पेंशन हेल्पलाइन नम्बर जारी किया जाएगा। 


साईबर कोषागार, देहरादून में 8 नवंबर को 80 वर्ष से अधिक आयु वाले पेंशनरों / पारिवारिक पेंशनरों के जीवन प्रमाण-पत्र जमा करने की "Door step" सुविधा प्रदान किये जाने के सम्बन्ध में चर्चा आयोजित होगी एवं दिनांक 9 नवंबर को जनपद स्तर पर कार्यरत विभिन्न आहरण वितरण अधिकारियों के साथ बैठक कर विभिन्न देयकों एवं पेंशन प्रपत्रों में पायी जाने वाली कमियों/ त्रुटियों के सम्बन्ध में चर्चा एवं समाधान किया जाएगा। 



राज्य स्थापना की रजत जयन्ती पर कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग के तत्वाधान में कौशल एव रोजगार महोत्सव, 2025 का आयोजन दिनाक 6 नवम्बर, 2025 को जनपद देहरादून के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (युवक), निरंजनपुर, माजरा में किया जाना प्रस्तावित है। जिसमें प्रदेश भर से हजारों युवा प्रतिभाग करेंगे। इस महोत्सव में सैक्टोरियल पंडाल एवं विभागीय प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा। 



सैक्टोरियल पण्डाल में उद्योग विभाग, तकनीकी शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग, पर्यटन विभाग, कृषि एवं कृषक कल्याण विभाग, उद्यान विभाग तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा अपने-अपने क्षेत्र के अन्तर्गत संचालित कार्यक्रमों के विवरण का प्रस्तुतिकरण किया जायेगा। सैक्टीरियल पण्डालो में विभाग से सम्बन्धित विशेष उपलब्धियों के बारे में युवाओं को बताया जाएगा। साथ ही इन पंडालों में अपने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों / संस्थाओं को भी बुलाया जायेगा। जो युवाओं को जागरूक एवं प्रेरित करने का काम करेंगे।


विभागीय प्रदर्शिनी कार्यक्रम स्थल में राज्य सरकार के समस्त विभाग अपने विषय को ध्यान में रखते हुए विभागीय योजनाओं से सम्बन्धित प्रदर्शनी लगायेंगे, जिससे युवाओं को राज्य सरकार द्वारा संचालित रोजगार / स्वराजगार एवं लघु अवधि प्रशिक्षण कार्यक्रमो को जानने का अवसर मिलेगा।



देहरादून :

PM Modi in rajat utsav dehradun


देवभूमि उत्तराखंड की रजत जयंती समारोह में  प्रधानमंत्री के प्रस्तावित भ्रमण कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर है।


 गढ़वाल आयुक्त श्री विनय शंकर पांडे एवं सूचना महानिदेशक श्री वंशीधर तिवारी ने बृहस्पतिवार, देर साम को एफआरआई में आयोजित होने वाले मुख्य कार्यक्रम की तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और सभी व्यवस्थाओं को समयबद्व तरीके से चाक चौबंद करने के निर्देश दिए। इस दौरान गढ़वाल आयुक्त एवं सूचना महानिदेशक ने मुख्य पंडाल, स्टेज डिजाइन एवं लेआउट को लेकर इंजीनियर्स के साथ विस्तार से चर्चा की। साथ ही वीआईपी, वीवीआईपी और कार्यक्रम में प्रतिभाग करने के लिए आम जनता हेतु बैठने की उचित व्यवस्था, पार्किंग, प्रवेश एवं निकासी आदि व्यवस्थाएं का भी जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान अपर निदेशक सूचना आशीष त्रिपाठी, सहायक निदेशक बद्री चंद नेगी, व्यवस्था अधिकारी रामपाल रावत सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।


 

उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर देवभूमि रजत उत्सव का भव्य आयोजन 31 अक्टूबर 2025 को हरिद्वार में किया जाएगा। यह ऐतिहासिक पर्व न केवल उत्तराखंड की 25 वर्ष की विकास यात्रा का उत्सव है, बल्कि राज्य की संस्कृति, साहित्य, तकनीकी प्रगति और लोक परंपराओं का अद्भुत संगम भी प्रस्तुत करेगा।

rajat utsav inaugurated in haridwar CM Dhami


कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी द्वारा सायंकाल किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डिजिटल प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे, जिसमें उत्तराखंड की प्रगति, विरासत, पर्यटन, तकनीकी नवाचार और विकास यात्रा को आधुनिक डिजिटल माध्यमों के जरिये प्रदर्शित किया जाएगा।


प्रमुख कार्यक्रम


दोपहर सत्र

कवि सम्मेलन: सुप्रसिद्ध कवि श्री दुष्यंत एवं उनकी टीम द्वारा काव्य पाठ

समूह नृत्य प्रतियोगिता: स्कूल छात्रों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ एवं युवा प्रतिभाओं का प्रदर्शन


सायंकालीन सत्र

उद्घाटन समारोह एवं डिजिटल प्रदर्शनी का अनावरण – मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी  द्वारा

गिटार शो: स्ट्रिंग्स म्यूज़िक केयर द्वारा विशेष प्रस्तुति


यह वही समूह है जिसने 28 सितंबर 2025 को हरिद्वार में 226 कलाकारों के साथ “Most Number of People Reciting Hanuman Chalisa While Displaying Performing Arts” के लिए High Range World Records में स्थान प्राप्त किया था।


लोक-सांस्कृतिक संध्या

प्रसिद्ध लोकगायक श्री नरेंद्र सिंह नेगी की गरिमामयी प्रस्तुति

लोकप्रिय लोकगायिका श्रीमती श्वेता महरा का विशेष कार्यक्रम


*राज्य के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय देवभूमि रजत उत्सव कार्यक्रम का मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने दीप जलाकर एवं शंखनाद के साथ शुभारंम्भ किया।


*मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में प्रगति के पथ पर अग्रसर हो रहा उत्तराखण्ड।*


*राज्य ने 25 वर्षों मे कई उच्च मुकाम किये हैं हासिल।*


*देवभूमि रजत उत्सव के अवसर पर जनपद के राज्य आन्दोलनकारियों को किया गया सम्मानित।*


*कार्यक्रम में डिजिटल प्रदर्शनी का मुख्य अतिथि द्वारा किया गया शुभारंभ।*


*मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद नरेश बंसल का जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने पुष्पगुच्छ भेंट कर किया स्वागत।*



 आज उत्तराखण्ड राज्य के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग की ओर से रोड़ीबेलवाला पार्किंग स्थल में आयोजित तीन दिवसीय देवभूमि रजत उत्सव कार्यक्रम का शुभारम्भ राज्यसभा संासद नरेश बंसल ने दीप जलाकर एवं शंखनाद ध्वनि के साथ किया गया। 


कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राज्य सांसद ने कहा कि राज्य आंदोलनकरियों के संघर्ष एवं बलिदान से हि उत्तराखण्ड राज्य हमें प्राप्त हुआ है तथा आज बडे हर्ष का विषय है कि उत्तराखण्ड राज्य अपने 25 वर्ष 09 नवम्बर को पूर्ण कर रहा है तथा इन 25 वर्षों में राज्य ने कई कई उच्च मुकाम हासिंल किए है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में प्रदेश निरन्तर विकास के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि जिस समय उत्तराखण्ड राज्य का गठन हुआ था उस समय समित संसाधनों में राज्य का कार्य शुरू किया गया था तथा आज प्रदेश भारत के अग्रीणीय राज्यों में सामिल हो गया है। उन्होंने कहा कि राज्य के गठन के बाद प्रेदश में शिक्षा, सड़क, स्वास्थ्य, रोजगार के क्षेत्र में उच्च मुकाम हासिल किया है। उन्होंने कहा है कि स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए 08 मेडिकल कॉलेज खोले गये है, तथा सभी सड़को को ऑलवेदर रोड़ से जोड़ा गया है तथा ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाईन परि योजना का कार्य किया जा रहा है। जिससे प्रदेश में पर्यटन को बढ़ाव मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में विगत चार वर्षों में 25 हजार से अधिक बेरोजगार युवाओं को नौकरियां उपलब्ध करायी गयी है। हिमालयी राज्यों में वित्तीय प्रबन्धन में राज्य ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है कैपिटल इनकम में प्रतिव्यक्ति आय में वृद्वि हुई ह,ै अपराध तथा भ्रटाचार के विरूद्व सरकार जीरों टोरेन्स की नीति पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य देश का पहला राज्य है जिसने यूसीसी लागू करने तथा नकल विरोधी एवं भू-कानून को लागू किया है।


उन्होंने कहा कि आज उत्तराखण्ड प्रदेश के हर क्षेत्र में बेहत्तर ढ़ग से कार्य करते हुए विकास के आयाम की ऊचाई को छू रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री ने कहा कि तिसरा दशक उत्तराखण्ड का होगा। उन्होंने कहा कि राज्य में 4 प्रतिशत गरीबी कम हुई है तथा राज्य में पलायन भी रिवर्स हुआ है। उन्होंने कहा कि खनन नीति में केंद्र ने राज्य की प्रशंसा की तथा 100 करोड़ रूपये का पुरस्कार भी प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विजन है कि 2047 तक भारत विकसित राष्ट्र में शामिल होगा तथा हर गाँव खुशहाल एवं विकसित हो इस विजन को साकार करने के लिए सभी को अपना सकारात्मक योगदान के सहयोग की आवश्यकता है 

इस अवसर पर राज्य सभा संसद द्वारा डिजिटल प्रर्दशनी का शुभारंभ किया तथा राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं के लगाये गये प्रर्दशनी स्टॉलों का भा अवलोकन किया।


इस अवसर पर मुख्य अतिथियों द्वारा उत्तराखण्ड राज्य के आंदोलन में शामिल हुए आंदोलनकारियों को भी सम्मानित किया गया। जिसमें जगत सिंह रावत, जसवंत सिंह बिष्ट, भोपाल सिंह बिष्ट, अंजू उपरेती, बीना नौटियाल, आशु बत्तर्वाल, भगवान जोशी, सुरेन्द्र सैनी, मदन गौड़, आंनद सैनी, साकेत वशिष्ठ, भीम सिंह रावत, रोहित तथा विषणुदत्त सेमवाल आदि सामिल है। 


देवभूमि रजत उत्सव के अवसर पर विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं द्वारा चित्रकला प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें जीपीएस 41, पीबीम्यू इंटर कॉलेज तथा गुरूकुल कांगड़ी के छात्र-छात्राओं द्वारा चित्रकला प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया।


देवभूमि रजत उत्सव कार्यक्रम में मेयर किरन जैसल, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, जिलाध्यक्ष भाजपा आशुतोष शर्मा, विधयाक आदेश चौहान, नगर पालिकाध्यक्ष राजीव शर्मा, आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पाण्डे, डीजी सूचना एवं अपर सचिव मुख्यमंत्री बंशीधर तिवारी, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल, एसपी क्राइम जितेंद्र मेहरा,दर्जा राज्यमंत्री श्यामवीर सैनी, शोभाराम प्रजापति सहित बीजेपी जिला उपाध्यक्ष लव शर्मा, महामंत्री हीरा सिंह बिष्ट, अरविंद कुशवाहा, सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान, उप जिलाधिकारी जितेंद्र कुमार, जिला विकास अधिकारी वेदप्रकाश, एपीडी नलनीत घिल्डियाल सहित जनसमूह एवं विभिन्न स्कूलों के छात्र –छात्राएं  मौजूद रहे।


 मुख्यमंत्री ने सरदार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित कर प्रदेशवासियों को दी राष्ट्रीय एकता दिवस की शुभकामना।*





मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए प्रदेशवासियों को राष्ट्रीय एकता दिवस की शुभकामनाएं दी हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल को नमन करते हुए कहा कि देश की एकता और अखंडता की रक्षा में उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा। 

 


मुख्यमंत्री ने कहा कि एकीकृत भारत के निर्माण में सरदार पटेल की कूटनीति व दूरदर्शिता का महत्वपूर्ण योगदान है। सरदार पटेल ने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति, दूरदर्शिता और अटूट समर्पण के माध्यम से अखण्ड भारत का सपना पूरा किया तथा भारत को सशक्त राष्ट्र बनाने का महान कार्य किया।



मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल ने हमें ऐसा भारत दिया जिसमें विविधता के बावजूद एकता की भावना है। उनके इस अतुलनीय योगदान के लिये देश का प्रत्येक नागरिक उनका ऋणी रहेगा। युवा पीढ़ी को सरदार पटेल के आदर्शों से प्रेरणा लेकर देश के सर्वांगीण विकास के लिए अपना योगदान देना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अवसर हमें अपने को राष्ट्र की सेवा के लिये समर्पित करने की भी प्रेरणा देता है।



मुख्यमंत्री ने कहा कि 2025 सरदार बल्लभ भाई पटेल की 150वीं जन्म जयंती वर्ष है। यह एक ऐसा अवसर है जो देश के लिये गर्व और प्रेरणा देने वाला है। सरदार पटेल का ‘‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’’ का संदेश आज भी प्रासंगिक है।

*सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर चित्र प्रदर्शनी आयोजित, एकता गीत लॉन्च*

- कार्यक्रम में केंद्रीय सरकार की 11 साल की उपलब्धियों को किया गया शामिल


हल्द्वानी : 


देश के पहले उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती मनाने की तैयारियां पूरी हो गई है। केंद्रीय संचार ब्यूरो नैनीताल ने सेंट लॉरेंस सीनियर सेकेंडरी स्कूल हल्द्वानी में गुरुवार को सरदार वल्लभ भाई पटेल  के जीवन पर आधारित 2 दिवसीय चित्र प्रदर्शनी और जागरुकता अभियान की शुरुआत की। मुख्य अतिथि हल्द्वानी महापौर गजराज सिंह, कर्नल एसके जोशी, शिक्षाविद सुनील जोशी ने फीता काटकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।


सीबीसी नैनीताल की कलाकार शर्मिष्ठा बिष्ट का गाया और आनंद बिष्ट द्वारा संगीतबद्ध गीत ‘एकता का दीप जलायें हम सभी’ को भी लॉन्च किया गया।

कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ दीपा जोशी ने बताया कि कार्यक्रम में केंद्रीय सरकार की पिछले 11 साल की उपलब्धियों को भी शामिल किया गया है।


महापौर ने अपने भाषण में नशे के खिलाफ एकता दिखाने की अपील की। कारगिल युद्ध लड़ चुके सेवानिवृत कर्नल एसके जोशी ने बच्चों को याद दिलाया कि देश की एकता को बनाये रखना अब उनकी ज़िम्मेदारी है।


कार्यक्रम के दौरान देशभक्ति नृत्य और चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। 

 नृत्य प्रतियोगिता में कृष्ण राणा ने प्रथम, आराध्या रावत ने द्वितीय, और वंशिका बिश्नोई ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

चित्रकला प्रतियोगिता में श्रद्धा कश्मीरा ने प्रथम, प्राची ने द्वितीय, और संस्कृति पांडे को तृतीय स्थान मिला।

पर्वतीय उत्थान कला समिति ने रोचक सांस्कृतिक कार्यक्रमों पेश किए।


*स्वयं सहायता समूह की प्रदर्शनी*


कार्यक्रम में श्री जी स्वयं सहायता समूह, पूर्णिमा स्वयं सहायता समूह, और अर्जित स्वयं सहायता समूह ने प्रदर्शनी लगाई गई। जिसमें ज्वार, मक्का, राजमा सहित स्थानीय दालों एवं उत्पादों को दिखाया गया। इसके अलावा हाथ से बनाये स्वेटर, जूट के बैग आदि की बिक्री से लगभग ₹5000 एकत्र किए गए।


कार्यक्रम का संचालन केंद्रीय संचार ब्यूरो  की श्रद्धा गुरूरानी ने किया। कार्यक्रम की नोडल अधिकारी शोभा चारक ने बताया कि कार्यक्रम का समापन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित करने के साथ किया जाएगा।


कार्यक्रम में क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी नीरज भट्ट, क्षेत्रीय प्रचार सहायक दीपक शर्मा, सीबीसी के गोपेश बिष्ट, दीवान सिंह, सेंट लॉरेंस स्कूल की प्रधानाचार्य अनिता जोशी शामिल रहे।


 देहरादून:



 जिला पंचायत देहरादून की प्रथम बैठक जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुखविंदर कौर की अध्यक्षता में जिला पंचायत देहरादून में संपन्न हुई जिसमें सांसद प्रतिनिधि होने के नाते सभी विभागों के लिए प्रस्ताव रखे गए तथा चर्चा की गई जिसमें लोक निर्माण विभाग के लिए लाल तप्पड़ फन वैली के निकट सड़क निर्माण एवं आंतरिक सड़कों तथा देवीय आपदा में हुए नुकसान से सुरक्षा दीवार पुसता निर्माण के कार्यों पर चर्चा की गई सिंचाई विभाग दून कैनाल द्वारा डोईवाला विधानसभा के अंतर्गत सिंचाई विभाग द्वारा अपना क्षेत्र चिह्नित किया जाए तथा  महादेव खाला रानीपोखरी पानी की निकासी पर भी चर्चा की गई मारखंम ग्रांट बुल्लावाला में जो जंगल (वन विभाग)की तरफ से पानी आता है उसकी सुरक्षा व्यवस्था के बारे में चर्चा की गई तथा नलकूप खंड से डीडी हाठ लालतप्पड़ में जो नहर की पटरी है ,उसको पक्का करवाने एवं लोगों द्वारा जो अतिक्रमण कर  नहर की पटरी बंद कर दी गई है उसको हटाने के लिए चर्चा की गई लघु सिंचाई विभाग में जो पूर्व में बनी नहरी क्षतिग्रस्त हैं उनका पुनः निर्माण किया जाए तथा वन विभाग में जंगली जानवरों के नुकसान से सुरक्षा दीवार तथा जंगल के पानी से जो कटाव सुसवा नदी में जाखन नदी में सॉन्ग नदी में आसपास हुआ है उसके लिए सुरक्षा दीवार का कार्य किया जाए .


टोंकिया ग्रामों को राजस्व ग्राम में सम्मिलित किया जाए तथा पीएम आवास योजना पात्र व्यक्तियों को मिलनी चाहिए इसके लिए चर्चा की गई स्वास्थ्य केंद्र शेरगढ़ में सौंदर्य करण किया जाए वह वहां पर डॉक्टरों की टीम उपलब्ध हो तथा दिव्यांग बच्चों के सर्टिफिकेट बनाने की की प्रक्रिया को सरल किया जाए .

पेयजल विभाग द्वारा  जिला पंचायत के हल्द्वानी गांव में पेयजल समस्या का निस्तारण किया जाए व क्षेत्र में जो भी पेयजल के टैंक है उनकी सफाई उन पर रंग रोगन का कार्य किया जाए और टेकौ को सुचारू रूप से चलने के लिए वहां पर व्यवस्था की जाए.

 विद्युत विभाग में जो लाइनों के शिफ्टिंग का कार्य है तथा क्षतिग्रस्त पोल बदलने एवं कई जगह पर ट्रांसफॉर्म बदलने है उन पर भी चर्चा की गई बाल विकास विभाग में जो जो आंगनवाड़ी केंद्र अभी नहीं बने हैं .

उनका पक्का निर्माण किया जाए समाज कल्याण में पेंशन हेतु आय प्रमाण पत्र को सरलता दी जाए तथा सभी विभागों के लिए चर्चा की गई तथा राशन कार्डों की केवाईसी 30 नवंबर तक करने के लिए बताया गया  व क्षेत्र में मृतक पशुओं के निस्तारण हेतु उचित व्यवस्था कराए जाने हेतु प्रस्ताव दिया गया .



 - पारदर्शिता, लोककल्याण और उत्तरदायी प्रशासन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जी.पी.एफ. अदालत का सफल आयोजन


-लगभग 45,000 अभिदाताओं से संबंधित मामलों के त्वरित एवं प्रभावी निस्तारण पर केंद्रित पहल

शिकायतों के मौके पर समाधान हेतु सहायता काउंटर स्थापित, अभिदाताओं को प्रमाणपत्र वितरण



देहरादून : 




महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी), उत्तराखंड, देहरादून के कार्यालय गुरुवार को कौलागढ़ स्थित ऑडिट भवन में सामान्य भविष्य निधि (जी.पी.एफ.) अदालत का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य जनकल्याण, पारदर्शिता एवं उत्तरदायी प्रशासन को प्रोत्साहित करना तथा जी.पी.एफ. से संबंधित शिकायतों का त्वरित एवं प्रभावी निस्तारण सुनिश्चित करना था। महालेखाकार कार्यालय राज्य के लगभग 45,000 अभिदाताओं के जी.पी.एफ. अभिलेखों का संधारण करता है, और उनके हितों से संबंधित समस्याओं के समाधान हेतु यह अदालत आयोजित की गई।


अदालत का उद्घाटन मो० परवेज़ आलम, महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी), उत्तराखंड द्वारा किया गया। अपने उद्बोधन में उन्होंने बताया कि यह पहल महालेखाकार कार्यालय, कर्मचारियों तथा प्रशासन के बीच एक साझा मंच प्रदान करती है, जहाँ सामान्य भविष्य निधि से संबंधित विषयों का संयुक्त रूप से समाधान किया जा सके। उन्होंने कहा कि सामान्य भविष्य निधि केवल एक वित्तीय साधन नहीं, बल्कि सरकारी कर्मचारियों के लिए विश्वास एवं सुरक्षा का प्रतीक है, और यह अदालत उनके कठिन परिश्रम से अर्जित बचत से संबंधित मामलों के समाधान में संवेदनशीलता, सटीकता एवं दक्षता सुनिश्चित करने की दिशा में एक सक्रिय कदम है।


इस अवसर पर लगभग 300 आहरण एवं संवितरण अधिकारी (डीडीओ), 200 अभिदाता, तथा वित्त विभाग, निदेशालय कोषागार, कोषागार देहरादून एवं साइबर कोषागार के अधिकारी उपस्थित रहे। शिकायतों के प्रभावी निराकरण हेतु विभिन्न सहायता काउंटर स्थापित किए गए, जहाँ अधिकांश समस्याओं का समाधान मौके पर ही किया गया तथा शेष मामलों में आवश्यक कार्यवाही तत्काल प्रारंभ की गई।


समाधान प्रमाणपत्र मौके पर ही मो० परवेज़ आलम, महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) तथा श्री लोकेश दताल, वरिष्ठ उप-महालेखाकार द्वारा संबंधित अभिदाताओं को प्रदान किए गए, जिससे शिकायतों के त्वरित एवं प्रभावी निस्तारण के प्रति कार्यालय की प्रतिबद्धता परिलक्षित हुई।


महालेखाकार महोदय ने कार्यक्रम के सफल आयोजन में सहयोग देने वाले सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के प्रयासों की सराहना की तथा विश्वास व्यक्त किया कि इस प्रकार की पहलें भविष्य में भी तंत्र में विश्वास, दक्षता एवं पारदर्शिता को और सुदृढ़ करेंगी।

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