ऋषिकेश :
चकजोगीवाला मे जल जीवन मिशन के तहत करोड़ों रुपये खर्च कर बनाया गया ओवरहेड टैंक अब तक एक बूंद पानी भी ग्रामीणों तक नहीं पहुँचा पाया है। डेढ़ साल पहले कार्य पूरा घोषित कर दिया गया, लेकिन पेयजल संकट जस का तस बना हुआ है। इससे नाराज़ ग्रामीण प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठा रहे हैं।
निर्माण से संचालन तक विवाद ही विवाद
करीब 3 करोड़ 37 लाख रुपये की लागत से बने इस टैंक पर निर्माण के समय से ही विवाद छाए रहे। जमीन चयन को लेकर अफसरों पर मनमानी के आरोप लगे।
निर्माण के दौरान समीप से गुज़र रही पिटकुल की हाईटेंशन लाइन में करंट उतरने से बड़ा हादसा होते-होते बचा। जोखिम के चलते टैंक की ऊँचाई कम कर दी गई, जिसके कारण अब पानी हर घर तक पहुँचाना तकनीकी रूप से मुश्किल हो गया है |
कागज़ में योजना पूरी, ज़मीन पर प्यास
स्थानीय निवासी टीकाराम व्यास बताते हैं कि चार ग्राम सभा छिददरवाला बनी टकी पर निर्भर है । गर्मी में हालात और विकट हो जाते हैं।सरकार ने स्वच्छ पानी देने का वादा किया था, मगर योजना सिर्फ कागज़ में ही पूरी हुई है।
बजट अटका तो योजना भी ठप
अपर सहायक अभियंता मनोज डबराल के अनुसार, केंद्र सरकार की ओर से बजट न मिलने के कारण ठेकेदार को भुगतान नहीं हो सका है, इसी वजह से परियोजना लटकी हुई है।
चकजोगीवाला ग्राम प्रधान मोहर सिंह असवाल ने बताया कि जिला व विभागीय स्तर पर लगातार पत्राचार किया जा रहा है और जल्द समाधान की उम्मीद है।
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