डोईवाला:
अखिल विश्व गायत्री परिवार शान्ति कुंज हरिद्वार के संस्थापक युग ऋषि, वेद मूर्ति तपोनिष्ठ पं० श्रीराम शर्मा आचार्य जी को उनके कई जन्मों के मार्गदर्शक सत्ता हिमालय वासी ऋषि ने उन्हें इस युग की समस्त समस्याओं के निराकरण व भारतीय संस्कृति की पुर्नस्थापना हेतु एक अखण्ड दीपक जलाने व उसके सम्मुख कठोर गायत्री साधना करने का निर्देश दिया था, उसी के अनुसार उनके द्वारा वर्ष 1926 को वंसत पंचमी पर एक अखण्ड ज्योति को प्रज्वलित कर उसके सम्मुख अखण्ड तप करना आरम्भ किया, तथा गायत्री और यज्ञ को जन-जन के लिए सुलभ बनाया, जिसके परिणाम स्वरुप आज गायत्री और यज्ञ का विस्तार मत्स्यावतार की तरह हो रहा है। इसका उद्देश्य युग की समस्त समस्याओं का निराकरण व धरती पर स्वर्ग जैसा वातावरण स्थापित करना है। वही अखण्ड ज्योति शान्तिकुंज मे आज भी प्रज्वलित है जिसके संरक्षण में विगत ५8 वर्षो से नियमित गायत्री जन व यज्ञ किया जा रहा है। इसी अण्ड ज्योति के वर्ष 2026 में पूर्ण होने के उपलक्ष में विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में जन्म शताब्दि मनाने व समस्त विश्व के लोगो को निमंत्रण देने के उद्देश्य से यह दिव्य ज्योति कलश यात्रा अपने देश के अलावा विदेशों मे भी भ्रमण कर रही है। यह भी अद्भुत संयोग है कि उसी वर्ष गायश्री परिवार को अपने प्यार व स्नेह से विस्तार देने वाली स्नेह सलिला माता भगवती देवी जी की भी जन्म शताब्दि है जिसे एक साथ भव्य व दिव्य रुप से मनाने का गायत्री परिजनों ने विचार किया है । उत्तराखण्ड प्रान्त के गायत्री परिजनो द्वारा
दिनांक 11 दिसम्बर से निकाली गयी यह दिव्य ज्योति कलश यात्रा
दिनाँक 11 अक्टूबर,2025 को लछेश्वर महादेव मंदिर , लच्छीवाला और 12 अक्टूबर 2025 को एक पड़ाव था जिसमे भक्तों ने दीपदान के द्वारा अखंड ज्योति का स्वागत किया और श्रीराम आचार्या जी के उपदेशों का श्रवण किया।
श्री गायत्री परिवार के सदस्यों ने भक्ति गीतों और मन्त्रो के उच्चारण द्वारा माँ गायत्री की उपासना की विधि भक्तों को बताते हुए उनकी महिमा का वर्णन किया।
इस अवसर पर गायत्री परिवार डोईवाला, भानियावाला ,भोगपुर से भी सदस्यों ने प्रतिभाग किया।
श्री दिनेश चंद्र मैखुरी (उत्तराखंड उपजोन प्रभारी) ,श्री राकेश कुमार ( व्यवस्थापक गायत्री शक्तिपीठ भोगपुर) ,श्री राम प्रताप मिश्रा (उप व्यवस्थापक ) ,श्री राधे श्याम सेमवाल ( जिला समन्वयक ) ,श्री राघवेंद्र सिंह गौड़ ( प्रज्ञा मंडल प्रभारी डोईवाला) ,श्री दिनेश चंद्र दुबे ,श्री भगवती प्रसाद भद्री, कविता जी, लछेश्वर महादेव मंदिर समिति अध्यक्ष देवराज सावन पत्नी सहित, गीता सावन, शिवानी, अजय थापा, राजन थापा और लच्छीवाला से गायत्री परिवार के सदस्य उपस्थित रहे। श्रीराम आर्य ने भक्ति गीतों की प्रस्तुति भी दी।
यात्रा का उद्देश्य-
स्वस्थ शरीर
• स्वच्छ मन
• सभ्य समाज
आधार-
व्यक्ति निर्माण परिवार निर्माण • समाज निर्माण
क्रान्तियां
बौद्धिक क्रान्ति नैतिक क्रान्ति सामाजिक क्रान्ति
इक्कीसव सर्दी उज्जवल भविष्य
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