*वयोश्री योजना में निःशुल्क सहायक उपकरण वितरण के लिए लाभार्थी चयन हेतु लगेंगे शिविर।*
देहरादून:
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित वरिष्ठ नागरिकों हेतु वयोश्री योजनान्तर्गत (उम्र 60 वर्ष से अधिक) भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम, कानपुर एवं जनपद में समाज कल्याण विभाग के सहयोग से पहले चरण में निम्नलिखित स्थानों पर वयोश्री योजनान्तर्गत निःशुल्क सहायक उपकरण चिन्हांकन शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देशों के क्रम में शिविरों के आयोजन हेतु रोस्टर निर्धारित करते हुए नोडल अधिकारी नामित किए गए है। जिला समाज कल्याण अधिकारी दीपांकर घिल्डियाल ने बताया कि 10 सिंतबर को पार्षद कार्यालय निकट शिव मंदिर, हर्रावाला, 11 सितंबर को शिव शक्ति पंचायती मंदिर, नथुवावाला, देहरादून, 12 सितंबर को छट पार्क प्रांगण, ब्रह्मपुरी देहरादून और 13 सितंबर को सूर्या फार्मा, बद्रीपुर देहरादून में शिविर आयोजित किए जाएंगे।
चिन्हांकन शिविरों के आयोजन के पश्चात् चयनित बृद्धजनों को ‘‘सेवा पर्व’’ समारोह मे 17 सितम्बर, 2025 को स्थान लार्ड वेंकटेश्वर वैडिंग प्वाइंट, सुभाष रोड, समीप-सचिवालय देहरादून मे (समय प्रातः 11 बजे से) सहायक उपकरणों का वितरण किया जाएगा। वितरण शिविर मे वृद्धजनों को लाने एवं वापस छोडने हेतु टैक्सी/बस वाहन की व्यवस्था तथा शिविर मे सूक्ष्म जलपान, भोजन (भोजन, जलपान की व्यवस्था महिला समूह एनआरएलएम) आदि की व्यवस्था की जाएगी। शिविर मे समस्त व्यवस्थाए भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम एवं जिला समाज कल्याण अधिकारी देहरादून द्वारा जाएगी। जनपद स्तर पर जिला समाज कल्याण अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया जाता है। जिलाधिकारी ने वयोश्री शिविर की समस्त व्यवस्थायें एल्मिकों के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर अग्रिम कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है।
भारत सरकार की वयोश्री योजनान्तर्गत वृद्धजन (60 वर्ष से अधिक) को आधार कार्ड व सम्बन्धित मा० सभाषद द्वारा निर्गत मासिक आय प्रमाण पत्र रू. 15,000-00 के आधार आवश्यक सहायक उपकरणों का चिन्हांकन उक्त शिविरों में किया जाएगा। इसके बाद 17 दिसंबर, 2025 को शिविर के माध्यम से निःशुल्क सहायक उपकरणों का वितरण किया जाएगा। द्वितीय चरण में अन्य वार्डों एवं नगर पालिकाओं मे शिविरों का आयोजन प्रस्तावित है।
नौनिहाल हैं हमारे समाज के सूद; बच्चों को सुरक्षित, शिक्षा अनुकूल माहौल देना हमारी प्रतिबद्धताः डीएम
अपने डे-केयर-सेंटर बनेगें सुरक्षित आधुनिक; स्मार्ट टीवी, वाईटबोर्ड, डिजिटल बोर्ड, ज्ञानवर्घक कामिक्स, लाईब्रेरी कार्नर, बाला फर्नीचर
सुरक्षित देखभाल के साथ ही खेल एक्टिविटी संग नौनिहालों को शिक्षा से जोड़ना उद्देश्यः डीएम
डीएम का डे-केयर सेंटर निरीक्षण; बढेंगी सुविधा, जिला योजना से बजट की मौके पर ही स्वीकृति
देहरादून ;
जिलाधिकारी सविन बसंल ने आज सर्वे चैक अवस्थित डे-केयर-सेंटर का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखी।
इस दौरान उन्होंने सेंटर में उपलब्ध कराई गई सुविधाओं का जायजा लिया और बच्चों की देखभाल एवं पोषण व्यवस्था की जानकारी प्राप्त करते हुए सेंटर को हाईटैक बनाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि नौनिहाल हमारे समाज के सूद हैं और न इनको सुरक्षित एवं शिक्षा का माहौल देने के लिए प्रशासन प्रतिबद्ध है।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि शहर के बीचो-बीच बने इस डे-केयर-सेंटर को आधुनिक सुविधासम्पन्न बनाना है, जिससे शहर के कामकाजी अभिभावक महिलाएं इसका लाभ ले सके। उन्होंने सेन्टर में स्मार्ट टीवी, बच्चों हेतु ज्ञान वर्धक कामिक्स, किताब, वाईटबोर्ड, लाईब्रेरी कार्नर बाला फर्नीचर, आदि वस्तुएं रखी जाए जिससे बच्चे खेल-खेल में शिक्षा के साथ ही विभिन्न एक्टिविटी से जुड़े रहें। उन्होंने कहा कि सेंटर की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु जिला योजना से बजट की स्वीकृति। उन्होंने बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए किए आध्ुानिक डे-केयर सेंटर हेतु जो भी आवश्यकता हो उसी सूची बनाएं। विगत वर्ष 58 आगंबाड़ी केन्द्रों को होईटैक करते हुए एलपीजी, बिजली कनैक्शन, बालाफर्नीचर, डिजिटल लर्निंग सुविधा, लाईबे्ररी कार्नर, शिक्षाविद पेंटिंग सहित अपग्रेड किया गया तथा जिलें में इस वर्ष 150 आंगनबाड़ी केन्दों को अपग्रेड किया जा रहा है।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि कामकाजी माताओं एवं महिलाओं के लिए यह अत्यंत उपयोगी है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि डे-केयर सेंटर में बच्चों के लिए सुरक्षित वातावरण, पौष्टिक आहार, खेल-कूद की सामग्री तथा प्रारंभिक शिक्षा की गतिविधियां नियमित रूप से सुनिश्चित की जाएं।
जिलाधिकारी ने साफ-सफाई एवं सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। साथ ही, प्रशिक्षित स्टाफ द्वारा बच्चों की देखभाल सुनिश्चित करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इस सुविधा से कार्यरत माताओं को अपने दायित्वों के निर्वहन में सहूलियत मिलेगी तथा बच्चों के समुचित विकास में भी मदद मिलेगी।
जिलाधिकारी ने सेन्टर में स्टाॅफ व बच्चों की संख्या कम होने का कारण पूछा जिस पर बताया गया कि यह सेंटर डे केयर के साथ ही मार्डन आंगनबाड़ी केन्द्र भी है वर्तमान में यहां अर्बन आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों की भर्ती निदेशालय स्तपर पर प्रस्तावित है स्टाॅफ मिलने से जहंा केन्द्र सुविधा बढेगी वहीं बच्चो की संख्या भी बढेगी। जिलाधिकारी ने सेन्टर में स्टाॅप बढाने हेतु निदेशक बाल विकास विभाग से पत्राचार करने की बात कही। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, सीडीपीओ डाॅ शिखा कंडवाल सहित सम्बन्ध्तिा अधिकारी कार्मिक उपस्थित रहे।
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ग्राफिक एरा हिल विश्वविद्यालय में 12 सितंबर को लगेगा मतदाता पंजीकरण शिविर
देहरादून :
उत्तराखंड उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी के निर्देशों के क्रम में देहरादून उप जिला निर्वाचन अधिकारी जय भारत सिंह ने बताया कि 12 सितंबर,2025 को प्रातः 10 बजे से ग्राफिक एरा हिल विश्वविद्यालय में मतदाता पंजीकरण शिविर आयोजित किया जाएगा। इस दौरान निर्वाचन में सबकी सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु मतदान में प्रतिभाग करने की शपथ भी ली जाएगी। उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने विश्वविद्यालय के कुलपति को परिसर में मतदाता पंजीकरण शिविर आयोजित करने हेतु संबंधित को निर्देशित करने का अनुरोध किया है।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि माह सितंबर में “Teacher: Pillar of Electoral Process’’ विषयवस्तु के साथ मतदाता पंजीकरण शिविर आयोजित किए जा रहे है। इस क्रम में 12 सितंबर को ग्राफिक एरा हिल विश्वविद्यालय, क्लेमनटाउन, देहरादून में मतदाता पंजीकरण शिविर आयोजित करने के साथ शपथ आदि जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
*रायफल फंड का उपयोग निर्धन, निर्बल, असहाय के लिए गतिमान,*
*मा0 मुख्यमंत्री के संकल्प, संचालित योजनाएं एवं उपलब्ध स्रोतों से वंचित वर्ग को करना ही है लाभान्वित।*
*रायफल क्लब फंड से आज फिर 06 असहाय, निर्बल लोगों को डीएम ने प्रदान की 1.35 लाख की आर्थिक सहायता,*
*रायफल फंड से अब तक 11.05 लाख धनराशि की आर्थिक सहायता वितरित।*
*मूलभूत आवश्यकताओं से परे, लाइसेंस है, एक लक्सरी ट्रांजेक्शन -डीएम*
*पति की अकस्मात मृत्यु के बाद आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान मीनाक्षी रतूडी के बच्चों का स्कूल से नहीं कटेगा नाम, जिला प्रशासन का मिला सहारा, जारी रहेगी बच्चों की पढ़ाई।*
*दिव्यांग जितेन्द्र के घर पर फिर जलेगी रोशनी, तो दिव्यांग अब्दुल रहमान शुरू कर पाएंगे अपना स्वरोजगार।*
*कैंसर पीड़ित शारदा देवी और बीमार दीपा देवी को इलाज के लिए भी डीएम ने स्वीकृत की आर्थिक सहायता।*
*डीएम की लाभार्थियों से अपील, आर्थिक सहायता का उपभोग नहीं, इन्वेस्ट कर जीवन बनाए खुशहाल।*
*देहरादून ;
मा0 मुख्यमंत्री की प्ररेणा से जिलाधिकारी सविन बंसल जनपद में असहाय, अक्षम और निर्धन लोगों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए निरंतर काम कर रहे है। गरीब, असहाय और जरूरतमंदों को सरकार की योजनाओं के साथ ही जिले स्तर पर उपलब्ध संशाधनों से आर्थिक सहायता प्रदान कर उनकी विशेष जरूरतों को पूरा करने का हर संभव प्रयास कर रहे है।
जिलाधिकारी के प्रयासों से जनपद में सक्रिय राइफल क्लब फंड से मंगलवार को 06 असहाय, अक्षम और जरूरतंद लोगों को 1.35 लाख की आर्थिक सहायता चेक प्रदान किए गए। पति की अकस्मात मृत्यु के बाद धर्मपुर निवासी मीनाक्षी रतूड़ी के सामने अपने बच्चों की फीस जमा करने का आर्थिक संकट खडा हो गया था। फीस जमा न होने पर स्कूल बच्चों का नाम काट रहा था। आर्थिक और मानसिक तौर पर परेशान मीनाक्षी का मामला संज्ञान में आने पर डीएम ने असहाय महिला को राइफल क्लब से 25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान कर सहारा दिया। वहीं विजय कॉलोनी निवासी कैंसर पीडित शारदा देवी और आडीपीएल ऋषिकेश निवासी दीपा देवी को इलाज के लिए 25-25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की। आंखों की रोशनी खो चुके डालनवाल निवासी इजाजुद्दीन को उनकी बेटी की शादी के लिए 25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता चेक प्रदान किया। आर्थिक तंगी के चलते बिजली का बिल जमा न करने पर बडोवाला आरकेडिया ग्रांट निवासी दिव्यांग जितेन्द्र के घर पर बिजली कनेक्शन काट दिया था। दिव्यांग जितेन्द्र बिजली का बिल जमा नहीं कर पा रहा था। बिजली का पुराना बकाया बिल भुगतान के लिए दिव्यांग 25 हजार की आर्थिक सहायता पाकर दिव्यांग जितेंद्र के आंसू छलक उठे। वहीं क्लेमनटाउन निवासी दिव्यांग अब्दुल रहमान को स्वरोजगार के लिए सिलाई मशीन खरीदने के लिए 10 हजार की आर्थिक सहायता प्रदान की। आर्थिक सहायता मिलने पर सभी लाभार्थियों ने जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि हमारा प्रयास गरीब, असहाय और अक्षम लोगों समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का है। गरीब और असहाय लोगों की समस्या का हम पूर्ण निवारण तो नहीं कर सकते है, परंतु आर्थिक सहयोग प्रदान कर उनकी समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है। मा0 मुख्यमंत्री के निर्देशों पर समाज के वंचित वर्ग के लोगों को चिन्हित कर उनको सरकार की योजनाओं और विभिन्न स्रोतों से उपलब्ध फंड से आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। कहा कि जिले में राइफल क्लब फंड से आज फिर 06 असहाय, गरीब एवं निर्बल लोगों को सहयोग राशि प्रदान की गई है। जिलाधिकारी ने कहा कि राइफल क्लब मूलभूत सुविधाओं से हटकर एक लक्सरी ट्रॉजेक्शन है। इसका उपयोग सीएसआर गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। डीएम ने समाज में असहाय लोगों को चिन्हित करने के लिए ग्राउंड स्टाफ एवं इसमें काम कर रहे अधिकारियों की भी प्रशंसा की। इस मौके पर उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।
जिलाधिकारी सविन बसंल ने प्रथम बार जिले में राइफल फंड का उपयोग किया जिससे जिले में अब तक इस फंड से धनराशि रू0 11.05 लाख की सहायता पत्रों लोगों को वितरित की गई है। इससे पूर्व इस फंड से झुग्गी बस्ती प्रेमनगर में बालवाडी मरम्मत हेतु दिव्यांग महिला को धनराशि रू0 1,30000, ग्राम फनार तहसील त्यूनी निवासी गरीब बिधवा महिला नीतू दुर्गादेवी के विद्युत बिल की धनराशि रू0 18000, अनाथ अदिति के पिता द्वारा लिए गए बैंक ऋण रू0 50000, भगत सिंह कॉलोनी निवासी शमीमा को स्वरोजगार हेतु धनराशि रू0 30,000, सरस्वती शिशु मंदिर प्रबन्धक समिति भोगपुर जहां दूर-दूर से बच्चें पढने आते हैं, को बच्चों के परिवहन हेतु वाहन के लिए धनराशि रू0 5,73950 की सहायता प्रदान की गई।
ज्ञातब्य है कि राइफल क्लब वर्ष 1959 से संचालित है जिसमें नये शस्त्र लाइसेंस, लाइसेंस पंजीकरण, नवीनीकरण, शस्त्र लाइसेंस सीमा विस्तार, गन लाइसेंस की टीएल/एनओसी, शस्त्र विक्रय अनुमति, शस्त्र लाइसेंस श्रेणी परिवर्तन, शस्त्र क्रय करने की समयावधि बढ़ाने आदि के लिए राइफल फंड में अनुदान लिया जाता है।
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