डोईवाला:
दो रात दो दिन से डोईवाला में इतनी अराजकता क्यों फैल गयी?
इतनी नौबत आई कि पुलिस को पथराव झेलना पड़ा। अपराध का यह पहला मामला नही है डोईवाला क्षेत्र में। फिर क्यों, यह भीड़ और यह माहौल डोईवाला में बना। इसके जिम्मेदार कौन है?
*वीआईपी रूट डोईवाला अब नही रहा, रेलवे स्टेशन की सौगाते भी वापिस चली गयी, तहसील भी सांग नदी पार चली गयी, रह गया सिर्फ नेतृत्वविहीन परिदृश्य।
क्षेत्र की पुलिस को सब जानकारी रहती है कब कहाँ कोई घटना कितनी संवेदनशील हो सकती है फिर भी भीड़ को एकत्र होने का समय दिया गया, फेसबुक पर बेतुके कयास लगाए गए, कमेंट किये गए उन्हें शेयर भी किया गया होगा। इस पर कोई ध्यान नही दिया।
डोईवाला का यह स्वरूप देखकर आम जनता तो डर गई है। कौन है ये लोग जो इतनी अराजकता दिख गए?पुलिस और बेलगाम सोशल मीडिया चालको पर सवाल उठना वाजिब है।
क्षेत्रीय पुलिस मौन रही , न कोई बयान पुलिस द्वारा मीडिया को जारी किया गया । यह और भी घातक तब हो गया जब अनेकानेक संगठन और नेता अपने नेतृत्व को सशक्त दिखाने हेतु धरने प्रदर्शन पर बैठ गए।
कानून की सीमा के भीतर कार्य करना और करवाना दोनो ही असफल रहे।
महिलाओं और बच्चों के प्रति संवेदनशील दून पुलिस द्वारा आज रात्रि को जारी किए गए प्रेस नोट के आधार पर--
*डोईवाला क्षेत्र में नाबालिक बच्ची की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु के प्रकरण में एसएसपी देहरादून द्वारा मृतका के परिजनों से की मुलाकात*
*प्रकरण में दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई का दिलाया विश्वास*
*पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच व गुणवत्तापूर्ण विवेचना हेतु एसपी ऋषिकेश के पर्यवेक्षण में गठित की गई विशेष टीम*
*टीम द्वारा प्रभावी साक्ष्य संकलन की कार्यवाही कर सभी भौतिक/ इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के किया जायेगा वैज्ञानिक परीक्षण*
*घटना में शामिल अभियुक्तों के विरुद्ध ठोस साक्ष्य संकलित कर उनके विरुद्ध मा० न्यायालय में भी की जायेगी प्रभावी पैरवी*
*प्रकरण में फॉरेंसिक टीम द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर जुटाए आवश्यक साक्ष्य*
*डॉक्टरो के पैनल जिसमें महिला डॉक्टर भी शामिल द्वारा किया गया मृतिका के शव का पोस्टमार्टम, प्रारंभिक जानकारी से मृतिका के साथ किसी प्रकार का सेक्सुअल एसॉल्ट/शारीरिक चोटों का होना नहीं आया प्रकाश में*
*अभियोग में नामजद अभियुक्त तथा संदिग्धों के संबंध में की जा रही साक्ष्य संकलन की कार्यवाही, साक्ष्यों के आधार पर पुलिस द्वारा तत्काल की जायेगी कार्यवाही*
*प्रकरण में लोगों को गुमराह करने,कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वाले लोग भी हुए चिन्हित, जल्द उन पर भी पुलिस एक्शन की तैयारी*
दिनांक 05-07-2025 को डोईवाला क्षेत्रान्तर्गत कुड़कावाला में स्थित एक क्रेशर में एक नाबालिक बच्ची की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु की घटना की संवेदनशीलता के दृष्टिगत एसएसपी देहरादून द्वारा आज दिनाँक 06/07/2025 को कोरोनेशन अस्पताल जाकर मृतक बच्ची के परिजनों व परिचितों से मुलाकात की गई। इस एदौरान एसएससी देहरादून द्वारा मृतका के परिजनों को विश्वास दिलाया कि घटना की निष्पक्षता से विवेचना कर घटना में शामिल दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
घटना के संबंध में परिजनों द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर कोतवाली डोईवाला पर संबंधित धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया है।
पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जांच तथा गुणवत्तापूर्ण विवेचना हेतु एसएसपी देहरादून के निर्देशों पर एसपी ऋषिकेश के पर्यवेक्षण में तथा क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया है, जिसमें स्थानीय पुलिस के साथ AHTU, एसओजी तथा फील्ड यूनिट प्रभारियों को रखा गया है, जिनके द्वारा संपूर्ण घटनाक्रम के सभी पहलुओं की विस्तृत एवं गुणवत्तापरक विवेचना करते हुए घटना में सम्मिलित सभी अभियुक्तों के विरुद्ध प्रभावी साक्ष्य संकलन की कार्रवाई की जाएगी साथ ही घटना के समय पीड़िता के साथ मौजूद अन्य बालिकाओं की स्वतंत्र काउंसलर के माध्यम से काउंसलिंग कर उनसे घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी एकत्र की जाएगी व घटना से जुड़े सभी भौतिक/ इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों व प्राप्त जानकारियों का वैज्ञानिक परीक्षण/ विश्लेषण करते हुए घटना में शामिल/प्रकाश में आये अभियुक्तों के विरुद्ध मा० न्यायालय में अभियोग की प्रभावी पैरवी सुनिश्चित की जायेगी।
घटना में पुलिस द्वारा घटनास्थल को सील किया गया है तथा फॉरेंसिक टीम द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए घटनास्थल की फोटोग्राफी/ वीडियोग्राफी कर आवश्यक साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की गई है।
पुलिस द्वारा डॉक्टर के पैनल जिसमें महिला डॉक्टर भी शामिल से मृतिका के शव के पोस्टमार्टम की कार्रवाई करवाई गई। पोस्टमार्टम से जानकारी करने पर पता लगा मृतिका के साथ किसी प्रकार का सेक्सुअल असॉल्ट/शारीरिक चोटों के होने की बात प्रकाश में नहीं आयी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी प्राप्त नहीं हुई है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद प्रकरण में अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
उक्त पूरे प्रकरण में पुलिस द्वारा लोगों को गुमराह करने कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वाले लोगों को भी चिन्हित किया गया है जल्द उन पर भी पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई करेगी।
ज्ञात हो कि केशव बस्ती की बालिका के साथ हुई इस घटना से ये तो अवश्य पता चल गया है कि केशव बस्ती में कबाड़ियों की सक्रियता इतनी बढ़ गयी है कि नाबालिग लड़कियों को भी कबाड़ चुनने में लगा दिया। बालश्रम की धज्जियां उड़ाई गयी।
वैसे ही डोईवाला में होनेवाले लगभग 80 प्रतिशत आपराध नशाखोरी, हत्या, बलात्कार, यौन शोषण, चोरी आदि के मामले में केशवबस्ति का नाम जुड़ा है।बाहर के अनेकानेक राज्यों उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार इत्यादि से भारी संख्या में लोगों का आवागमन जारो रहता है। मजदूरी करनेवाले भी दिन में मजदूरी रात को अन्य धंधों में लिप्त है। यहां पर नियम व्यव्स्था लागू किये बगैर इस प्रकार की पुनरावृत्ति को रोका नही जा सकेगा।
रही बात बच्ची को न्याय दिलाने कि तो यह उत्तराखंड की मित्र पुलिस का कर्तव्य है कि वह
अभियुक्तों को तात्कालिक कार्रवाई के माध्यम से गिरफ्तार कर, उन्हें कड़ी सजा दिलवाएं।
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