रुद्रप्रयाग:
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग के गौरीकुंड क्षेत्र में बड़ा हादसा हुआ है। रविवार को सुबह-सुबह केदारनाथ रूट पर हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। हेलिकॉप्टर में कुल सात लोग सवार थे। पांचों की मौत हो गई है।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमों को मौके के लिए रवाना किया गया है।
जानकारी के अनुसार, रविवार सुबह आर्यन कंपनी का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। गौरीकुंड क्षेत्र में यह हादसा हुआ है। घटना सुबह 5.30 बजे की बताई जा रही है। हेलिकॉप्टर के क्रैश
होने की वजह खराब मौसम बताई जा रही है।
हेलीकॉप्टर में सवार व्यक्तियों का विवरण
1.कैप्टेन राजबीर सिंह चौहान -पायलट (जयपुर)
2.विक्रम रावत बीकेटीसी निवासी रासी ऊखीमठ
3.विनोद देवी निवासी उत्तरप्रदेश उम्र 66
4.तृष्टि सिंह उत्तरप्रदेश उम्र 19 वर्ष
5.राजकुमार सुरेश जायसवाल निवासी गुजरात उम्र 41 वर्ष
6.श्रद्धा राजकुमार राजकुमार जायसवाल निवासी महाराष्ट्र
7.काशी निवासी महाराष्ट्र बालिका उम्र 02 वर्ष
उत्तराखंड में फिर हेलीकॉप्टर हादसा सामने आया है |गुप्तकाशी से केदारनाथ धाम जा रहा आर्यन एविएशन का हेलीकॉप्टर गौरीकुंड-सोनप्रयाग के जंगलो में क्रैश हो गया । वहीं घटना में पांच लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है |सूचना के बाद रेस्क्यू टीम मौके के लिए रवाना हो गई है|
आज सुबह करीब 5:17 बजे आर्यन कंपनी का हेलीकॉप्टर गुप्तकाशी हेलीपैड से श्रद्धालुओं के लेजाकर केदारनाथ धाम जा रहा था |₹बताया जा रहा है कि रास्ते में मौसम खराब होने के कारण हेलीकॉप्टर ने अन्य स्थान पर लैंडिंग करने की कोशिश की |लेकिन खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया ।
जनपद रुद्रप्रयाग में हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। एसडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन एवं अन्य रेस्क्यू दल राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे हैं।
बाबा केदार से सभी यात्रियों के सकुशल होने की कामना करता हूँ।
सीएम धामी
*हेलीकॉप्टर संचालन को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी के सख्त निर्देश – राज्य में बनेगी सख्त एसओपी*
राज्य में हाल में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने हेलीकॉप्टर संचालन को लेकर कड़े निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हेली सेवाओं के संचालन के लिए सख्त एसओपी (Standard Operating Procedure) तैयार की जाए, जिसमें हेलीकॉप्टर की तकनीकी स्थिति की पूर्ण जांच और उड़ान से पूर्व मौसम की सटीक जानकारी लेना अनिवार्य किया जाए।
मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देशित किया है कि तकनीकी विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया जाए, जो हेली संचालन की सभी तकनीकी व सुरक्षा पहलुओं की गहन समीक्षा कर एसओपी तैयार करेगी। यह समिति यह सुनिश्चित करेगी कि हेली सेवाओं का संचालन पूरी तरह से सुरक्षित, पारदर्शी और निर्धारित मानकों के अनुसार हो।
इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए हैं कि राज्य में पूर्व में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं की जांच के लिए गठित उच्च स्तरीय समिति पूर्व में हुई हेली दुर्घटनाओं के साथ ही आज के हेली क्रेश की भी हर पहलू की गहनता से जांच कर अपनी रिपोर्ट देगी। यह समिति प्रत्येक घटना के कारणों की गहराई से जांच करेगी और दोषी व्यक्तियों या संस्थाओं की पहचान कर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की संस्तुति करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हेली सेवाओं का महत्व तीर्थाटन, आपदा प्रबंधन और आपातकालीन सेवाओं के लिए अत्यधिक है, इसलिए इनमें सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।
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