मित्तल परिवार ने सामूहिक आत्महत्य कर ली है।
विचारणीय प्रश्न है कि एक परिवार का कारोबार भी चौपट हो गया, खाने पीने को मोहताज़ हो गए, कर्ज़ में डूब गए, उसे भी नही उतार सके? किसी से सहायता उन्होंने मांगी या नही? या किसी ने उनकी सहायता नही की। और इस कदर परेशान हुए कि भगवान भी उन्हें रास्ता नही दिख सके, उन्हें आत्महत्या को मजबूर होना पड़ा। ये तो मरनेवाले जानते होंगे। परन्तु अत्यंत दुःखद है।
मित्तल परिवार ने सामूहिक आत्महत्य कर ली है। कुछ वर्ष देहरादून किराए पर रहे प्रवीण मित्तल की गाड़ी कल पंचकूला हरियाणा में पाई गई।
जिसमें 7 लोग तड़पते मिले।इतना उनका इलाज हो।पाता सभी ने दम तोड़ दिया। भयावह मंजर कर्ज़ के मर्ज को बयां करता है।
मरने वालों में प्रवीण , प्रवीण के माता-पिता, प्रवीण की पत्नी और 2 बेटी और एक बेटे शामिल हैं।
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है।पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
सभी सातों शवों को पंचकूला के निजी अस्पतालों के शव गृह में रखवाया गया।
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