दिल्ली;
जानिए किस प्रकार पाकिस्तान सोशल साइट पर प्रोपेगेंडा का इस्तेमाल कर रहा है। पीआई बी ने ऐसे 07 पोस्ट को फैक्ट चेक के साथ उजागर किया है।
ऑपरेशन सिंदूर
10 मई 2025
पाकिस्तानी सशस्त्र बलों ने 08 और 09 मई 2025 की मध्य रात्रि को पूरे पश्चिमी सीमा पर ड्रोन और अन्य हथियारों का उपयोग करके कई हमले किए। पाक सैनिकों ने जम्मू और कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर कई संघर्ष विराम उल्लंघन (सीएफवी) भी किए।
ड्रोन हमलों को प्रभावी ढंग से विफल किया गया और सीएफवी को मुंहतोड़ जवाब दिया गया।
भारतीय सेना राष्ट्र की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। सभी नापाक मंसूबों का बलपूर्वक जवाब दिया जाएगा
ऑपरेशन सिंदूर पर 07 मई 2025 को प्रेस ब्रीफिंग के दौरान, भारत ने अपनी प्रतिक्रिया को केंद्रित, संयत और गैर भड़काऊ बताया था।
पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना नहीं बनाने का विशेष उल्लेख किया गया था। यह भी दोहराया गया कि भारत में सैन्य ठिकानों पर किसी भी हमले का उचित उत्तर दिया जाएगा।
पाकिस्तान ने 07-08 मई 2025 की रात ड्रोन और मिसाइलों द्वारा अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज सहित उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया। इन्हें एकीकृत काउंटर यूएएस ग्रिड और वायु रक्षा प्रणालियों द्वारा बेअसर कर दिया गया। इन हमलों के कई स्थानों से बरामद मलबे पाकिस्तानी हमलों की पुष्टि करते हैं।
आज सुबह भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में कई स्थानों पर वायु रक्षा रडार और प्रणालियों को निशाना बनाया। भारत ने भी पाकिस्तान की तरह ही उसी क्षेत्र में और उसी तीव्रता से जवाब दिया है। लाहौर में एक वायु रक्षा प्रणाली को निष्प्रभावी करने की जानकारी विश्वसनीय रूप से मिली है।
पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में मोर्टार और भारी तीव्रता की तोपों का प्रयोग करते हुए नियंत्रण रेखा के निकट अकारण गोलीबारी में तेजी से बढ़ोत्तरी की है।
पाकिस्तान द्वारा की गई गोलीबारी के कारण तीन महिलाओं और पांच बच्चों सहित सोलह निर्दोष लोगों की मृत्यु हुई है। भारत ने पाकिस्तान की ओर से मोर्टार और तोपों की अकारण गोलीबारी का उचित उत्तर दिया है।
भारतीय सशस्त्र बल पाकिस्तानी सेना द्वारा सम्मान करने की स्थिति में मामले को ओर अधिक ना बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इसी से भारत ने हवा में मार गिराई पाकिस्तान की मिसाइल!
S-400 सुदर्शन ने हवा में मार गिराई पाकिस्तान की मिसाइल।
भारत ने यह सिस्टम रूस से 2018 में 5.43 अरब डॉलर (लगभग ₹4.65 लाख करोड़) में खरीदा था।
भारत के अलावा S-400 एयर डिफेंस सिस्टम रूस, चीन और तुर्की जैसे देशों के पास भी है।
भारत ने इसे अपनी सैन्य क्षमताओं को आधुनिक बनाने और वायु सुरक्षा में सुधार लाने के उद्देश्य से खरीदा था।
सुबह 6:30 बजे 09 मई 2025 तक पीआईबी फैक्ट चेक के बारे में मीडिया को संक्षिप्त जानकारी - दिन के दौरान मीडिया के साथ साझा की
कुछ सोशल मीडिया हैंडल्स द्वारा सामान्य रूप से और खास तौर पर पाकिस्तान में मुख्यधारा के मीडिया द्वारा समन्वित रूप से गलत सूचनाओं की बौछार की गई है, जिसका एकमात्र उद्देश्य भारतीय जनता में भय पैदा करना है। पिछले कुछ हफ्तों से प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) द्वारा इस मनोवैज्ञानिक युद्ध का सक्रिय रूप से खंडन किया जा रहा है। इसके अलावा, भारतीय मीडिया और सोशल मीडिया उपयोगकर्ता गलत सूचनाओं के झांसे में आ रहे हैं। पीआईबी की फैक्ट-चेक यूनिट ने रिकॉर्ड को सीधा किया और गलत सूचनाओं, दुष्प्रचार और सरासर झूठ का पर्दाफाश किया। 08 मई, 2025 को 2200 बजे से 0630 बजे के बीच कुल सात वीडियो की फैक्ट-चेकिंग की गई। फैक्ट-चेक किए गए वीडियो की सूची, उनके लिंक के साथ नीचे संकलित की गई है:
1. जालंधर में ड्रोन हमले का एक वीडियो लोगों में दहशत पैदा करने के लिए व्यापक रूप से प्रसारित किया जा रहा था। पीआईबी ने वीडियो की जांच की और पाया कि यह खेत में लगी आग का एक असंबंधित वीडियो था। वीडियो में शाम 7:39 बजे की टाइमलाइन थी, जबकि ड्रोन हमला बाद में शुरू हुआ। जालंधर के डीसी ने भी यही दावा किया।
2. ऑनलाइन फैलाए गए एक फ़र्जी वीडियो में पाकिस्तानी सेना द्वारा एक भारतीय चौकी को नष्ट करने का दावा किया गया था। इस वीडियो को कई फ़र्जी और असत्यापित खातों द्वारा शेयर और प्रवर्धित किया गया था। PIB ने पाया कि यह दावा पूरी तरह से झूठा है और सत्यापन के बाद पुष्टि की गई कि यह नाटक किया गया था क्योंकि भारतीय सेना में "20 राज बटालियन" नामक कोई इकाई नहीं है। वीडियो का उद्देश्य जनता को गुमराह करना और समन्वित प्रचार अभियान का हिस्सा था।
3. सोशल मीडिया पर एक पुराना वीडियो शेयर किया गया, जिसमें दावा किया गया कि पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई में भारत पर मिसाइल हमला किया है। पीआईबी ने वीडियो की तथ्य-जांच करने पर गलत सूचना का भंडाफोड़ किया। शेयर किया गया वीडियो वास्तव में वर्ष 2020 में लेबनान के बेरूत में हुए विस्फोटक हमले का था।
4. जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सेना की एक ब्रिगेड पर फिदायीन हमले के बारे में सूचना व्यापक रूप से शेयर और प्रसारित की गई। तथ्य-जांच करने पर, पीआईबी ने पुष्टि की कि किसी भी सेना छावनी पर ऐसा कोई फिदायीन या आत्मघाती हमला नहीं हुआ। झूठे दावों का उद्देश्य केवल गुमराह करना और भ्रम पैदा करना था। वीडियो को तदनुसार फ़्लैग किया गया।
पीआईबी
5. एक गोपनीय पत्र में दावा किया गया कि सेना प्रमुख (सीओएएस) जनरल वी.के. नारायण ने उत्तरी कमान के सेना अधिकारी को सैन्य तैयारियों के बारे में एक गोपनीय पत्र भेजा था। पीआईबी ने इस बात की तथ्य-जांच की और पाया कि जनरल वी.के. नारायण सीओएएस नहीं हैं और इस बात की पुष्टि की कि यह पत्र पूरी तरह से फर्जी है।
6. एक सोशल मीडिया पोस्ट में यह दावा किया गया कि भारतीय सेना ने अमृतसर और अपने ही नागरिकों पर हमला करने के लिए अंबाला एयरबेस का इस्तेमाल किया। पीआईबी ने पाया कि यह दावा पूरी तरह से निराधार है और यह एक सुनियोजित गलत सूचना अभियान का हिस्सा है।
7. एक सोशल मीडिया पोस्ट में कथित तौर पर दावा किया गया कि भारत भर के हवाई अड्डों में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। पीआईबी ने इस फर्जी कहानी का भंडाफोड़ किया और इसे ध्वजांकित किया क्योंकि सरकार की ओर से ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया था।
पीआईबी फर्जी खबरों का भंडाफोड़ करने और मिथकों को तोड़ने तथा राष्ट्र के राष्ट्रीय हित और संप्रभुता की रक्षा करने में सक्रिय रूप से संलग्न है।
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