दावतों और होर्डिंग्स का दौर शुरू
ऋषिकेश :
उत्तराखंड में पंचायत चुनाव की आधिकारिक घोषणा भले ही न हुई हो, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में संभावित प्रत्याशियों की हलचल तेज हो गई है। ऋषिकेश के ग्रामीण इलाकों में 16 पंचायतों में बैठकों का दौर शुरू हो चुका है, जहां मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए रिश्तेदारी निकाली जा रही है और दावतों का आयोजन किया जा रहा है।
क्षेत्र में बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाए गए हैं, जिससे यह साफ संकेत मिल रहा है कि प्रत्याशी चुनाव की तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। हालांकि, इन चुनावी तैयारियों के बीच क्षेत्र के अहम मुद्दे पूरी तरह से गायब नजर आ रहे हैं।
गौरतलब है कि पंचायत चुनाव में पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के लिए मतदान होना है, लेकिन अब तक सीटों के आरक्षण की घोषणा नहीं हुई है। इसके बावजूद संभावित प्रत्याशी चुनाव प्रचार में बढ़-चढ़कर खर्च कर रहे हैं।
ग्रामीण मतदाता भी इन गतिविधियों को लेकर चर्चा कर रहे हैं कि आखिर जब अभी चुनाव की तारीख घोषित नहीं हुई है, तो प्रत्याशी इतने उत्साहित क्यों हैं? चुनावी तैयारियों में हो रहे इस बड़े खर्च को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या प्रत्याशी चुनाव जीतने के बाद वाकई जनता की सेवा करेंगे या फिर यह सब सत्ता हासिल करने की रणनीति मात्र है?
अब देखना यह होगा कि पंचायत चुनाव की आधिकारिक घोषणा कब होती है और क्या चुनाव प्रचार में जनता के असल मुद्दों को भी जगह मिलेगी या फिर यह सिर्फ व्यक्तिगत संबंधों और दावतों तक ही सीमित रहेगा।oo
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