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दिल्ली:

Chidanand muni maharaj with kapil mishra ,yamuna matter


 दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री श्री कपिल मिश्रा  (कानून एवं न्याय, श्रम विभाग, रोजगार विभाग, विकास, कला एवं संस्कृति, भाषा विभाग, पर्यटन), की स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी से हुई एक महत्वपूर्ण भेंटवार्ता में यमुना जी की स्वच्छता, अविरलता, निर्मलता और प्रदूषण मुक्त करने के विषय पर विस्तृत चर्चा हुई। 

इस अवसर पर स्वामी जी ने न केवल यमुना जी के महत्व पर प्रकाश डाला, बल्कि इस दिशा में एक ठोस और सशक्त कदम उठाने की आवश्यकता भी जताई।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि यमुना जी का हमारे जीवन, संस्कृति और समाज में अत्यधिक महत्वपूर्ण स्थान है। यमुना दिल्ली की शान है, और नदियाँ देश की ही नहीं धरती की जान है। यमुना जी न केवल हमारी धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि इसके संरक्षण से पूरे समाज और देश के लिए एक बड़ा लाभ हो सकता है। यमुना जी का प्रदूषण केवल जल स्रोत को ही नहीं, बल्कि हमारे समाज को भी प्रभावित कर रहा है। यही कारण है कि यमुना की स्वच्छता और अविरलता की दिशा में हम सबको मिलकर काम करना होगा।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने यमुना सहित अन्य नदियों के संरक्षण पर जोर देते हुए कहा कि नदियां हमारे जीवन का स्रोत हैं। यदि हम इनका संरक्षण नहीं करेंगे, तो आने वाली पीढ़ियों को जल संकट का सामना करना पड़ सकता है। नदियों का संरक्षण न केवल जल जीवन के लिए आवश्यक है, बल्कि यह हमारे पर्यावरण और पारिस्थितिकी तंत्र के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।

दिल्ली की भूमिका यमुना के प्रदूषण और इसके संरक्षण में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। स्वामी जी ने कहा कि दिल्ली, जो यमुना नदी के किनारे स्थित है, यदि यहाँ से प्रदूषण को कम किया जाता है, तो यह पूरे उत्तर भारत में प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। दिल्ली सरकार के मंत्रीगणों के साथ यह बातचीत सकारात्मक दिशा में एक बड़ा कदम है, और स्वामी जी ने विश्वास जताया कि इस दिशा में सशक्त रूप से कदम बढ़ाए जाएंगे।

स्वामी जी ने कहा कि इस विषय पर एक विस्तृत योजना बनाई जाएगी और अगले सप्ताह पुनः माननीय मंत्रियों के साथ एक और बैठक आयोजित की जाएगी, ताकि यमुना की स्वच्छता और संरक्षण की दिशा में ठोस कदम उठाए जा सकें। इस योजना के अंतर्गत यमुना जी के पानी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए कई उपायों पर विचार किया जाएगा।

स्वामी जी ने दिल्ली सरकार और उसके मंत्रियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस दिशा में उनके प्रयासों से निश्चित रूप से सकारात्मक बदलाव आएगा। उन्होंने समाज के प्रत्येक व्यक्ति से भी यमुना जी के संरक्षण के लिए अपनी जिम्मेदारी निभाने का आह्वान किया।

यमुना जी के संरक्षण के लिए स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और दिल्ली सरकार के मंत्रियों की यह बैठक एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल दिल्ली के पर्यावरण को बचाने के लिए, बल्कि पूरे देश की नदियों और जल स्रोतों के संरक्षण के लिए भी एक प्रेरणा बन सकती है। आने वाले दिनों में इस दिशा में और भी ठोस कदम उठाए जाएंगे, ताकि यमुना जी और अन्य नदियों को प्रदूषण से मुक्त किया जा सके।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने परमार्थ निकेतन की ओर से रंग पंचमी की अनेकानेक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि रंग पंचमी सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत और समाजिक समरसता का प्रतीक है। इस अवसर पर उन्होंने रंग पंचमी को ‘राष्ट्र पंचमी’ बनाने का आह्वान किया, ताकि यह पर्व समूचे देश में एकता, भाईचारे और सांस्कृतिक एकात्मता का संदेश दे सके।

आज छठे गुरू और महान योद्धा गुरू हरगोबिंद साहिब जी की पुण्यतिथि पर नमन करते हुए स्वामी जी ने उनके योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि गुरू हरगोबिंद साहिब जी का जीवन, उनके अदम्य साहस और देशभक्ति का प्रतीक है।

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