Halloween party ideas 2015

 महाकुम्भ से सीधा


कलाग्राम के शुभारम्भ के साथ सांस्कृतिक संगम का हुआ उद्घोष

Kala gram mahakumbh prayag raj 2025

महाकुंभ क्षेत्र, प्रयागराज (डा. रवीन्द्र अरजरिया)। कुम्भ नगरी में देश भर के कोने-कोने से आए कलाकारोंशिल्पकारों एवं कलाविदों को उनकी असाधारण प्रतिभा एवं चिरकालिक परम्पराओं को प्रदर्शित करने के लिए एक ही छत के नीचे लाने का प्रयास किया गया हैजहां प्रदर्शनदृश्य एवं साहित्यिक कलाओं के लिए एक ही स्थान पर मंच प्रदान किया गया है। आज इसी कलाग्राम का शुभारम्भ किया गया। महाकुम्भ के 45 दिनों मेंकलाग्रामगंगावतरण एवं समुद्र मंथन की कथा का वर्णन करने वाले अनुभव क्षेत्रोंमहाकुम्भ के विभिन्न पहलुओं को समाहित करने वाले प्रदर्शनी क्षेत्रोंकारीगरों के कौशलशास्त्रीय एवं लोक कलाकारों के मंत्रमुग्धकारी प्रदर्शनसात्विक व्यंजनों की सुगन्धएवं यहाँ तक कि विशेष खगोल रात्रि के माध्यम से रात्रि के आकाश का अवलोकन करने के अवसर के माध्यम से एक गहन सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करेगा। यहां बच्चोंयुवाओं के लिए सेल्फी पांइट भी बनाया गया है। 635 फीट चौड़े एवं 54 फीट ऊँचे मुख्य प्रवेश द्वार से विस्मित होने के लिए तैयार रहेंजो शिल्प कौशल का एक अद्भुत निर्माण है। 12 ज्योतिर्लिगों के आकार में तैयार अनोखे कलाग्राम का उद्देश्य भारतीय लोक कलासंस्कृति और परंपराओं को जीवंत मंच प्रदान करना है। कलाग्राम मंचचार धाम को अपनी पृष्ठभूमि के रूप में जीवन्त करता है। इसमें राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कलाकारों द्वारा निर्मित दो विशाल पट्टचित्र माँ दुर्गा एवं गणपति की कथा का वर्णन किया गया है। वही सात क्षेत्रों में हस्तशिल्प की प्रदर्शनी और ब्रिक्री हेतु आकर्षक थीम पर आंगन बनाया गया है। आस्था की धरती पर सांस्कृतिक महाकुंभ का शुभारंभ 12 जनवरी से हुआ। कलाग्राम में समूचे भारत की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलेगीइसके लिए कलाग्रामगंगा पण्डालझूसीनागावासुकी एवं अरेल में विभिन्न मंचों पर 45 दिनों के लिए 14,632 कलाकारसंगीत नाटक अकादमीक्षेत्रीय सांस्कृतिक केन्द्रों एवं सीसीआरटी द्वारा आयोजित प्रस्तुतियों मेंप्रत्येक दिन पद्म एवं एसएनए पुरस्कार विजेता दिग्गजों से लेकर उदीयमान युवा प्रतिभाओंलोक नर्तकों की रंगारंग मण्डलीभावपूर्ण शास्त्रीय शैली एवं मनोरंजक सेलिब्रिटी प्रदर्शनराष्ट्रीय नाट्य विद्यालय द्वारा मंचित नाट्य प्रदर्शन दर्शकों को मुग्ध करेंगे। कलाग्राम में कार्यक्रम पूर्वाहन 11:00 बजे से सायं 7:30 बजे तक तथा अन्य पण्डालों में सायं 4:00 बजे से रात्रि 8:00 बजे तक होगा। सांस्कृतिक महाकुंभ के तहत स्थानीय उत्पादों को बढावा देने के लिए विभिन्न क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों से आए 84 शिल्पकार एवं  14 व्यंजनकार अपने-अपने स्टाल लगाये। वही एनसीजेडसीसीप्रयागराज से 14 शिल्पकार एवं 7 व्यंजनकार अपने स्टाल लगाये। गंगा पंडाल में त्रिवेणी मार्ग पर बने गंगा पंडाल में 31 स्टार कलाकारों का जमावड़ा होगा जो अपने प्रस्तुतियों से दर्शकों को आनंदित करेंगे। मुंबईमणिपुरदिल्लीभुनेश्वरकर्नाटकमहाराष्ट्रउत्तर प्रदेशतमिलनाडुआंध्र प्रदेशपं बंगालहैदराबादकोलाकाता आदि विभिन्न राज्यों से कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देगें। इस प्रकार सांस्कृतिक विरासत के लिए महाकुम्भ नगरी में एक सशक्त मंच प्रदान किया गया।


Dr. Ravindra Arjariya
Accredited Journalist
for cont. - 

एक टिप्पणी भेजें

www.satyawani.com @ All rights reserved

www.satyawani.com @All rights reserved
Blogger द्वारा संचालित.