दिनांक 31 दिसंबर 2024 को आईएसबीटी ऋषिकेश में शीतलहर से बचाव के दृष्टिगत कंबल वितरण के दौरान शैलेंद्र सिंह नेगी नगर आयुक्त नगर निगम ऋषिकेश को एक व्यक्ति मिला जो अत्यधिक दीनहीन स्थिति में था । अन्य जरूरतमंद की भाँति उसे भी कंबल वितरित किया गया । ।
इसी दौरान नगर निगम के स्टाफ श्री सुनील गौड़ की नजर उसके दाहिने हाथ पर पड़ी जो सूजन से अत्यधिक मोटा हो गया था। नगर निगम स्टाफ द्वारा नगर आयुक्त के संज्ञान में लाया गया कि जिस व्यक्ति को कंबल दिया गया उसका एक हाथ बहुत अधिक सूजा हुआ है ।
नगर आयुक्त पुनः उस व्यक्ति के पास गए और उससे बातचीत की, तो पता चला कि उस व्यक्ति का नाम रामस्वरूप भद्री है जो पुरोला उत्तरकाशी का निवासी है।
दिनांक 24 दिसंबर 2024 को मजदूरी करते समय गीता भवन स्वर्ग आश्रम में उसके हाथ में लकड़ी की बल्ली गिर गई थी जिस कारण उसका दाहिना हाथ अत्यधिक चोटिल हो गया था।
उसने निर्मल अस्पताल ऋषिकेश में प्रारंभिक इलाज कराया किंतु पैसा ना होने के कारण उसको सरकारी अस्पताल भेजा गया जहां से उसको एम्स रेफर किया गया किंतु उसके पास धनराशि और कोई भी दस्तावेज न होने के कारण वह एम्स नहीं आया और आईएसबीटी ऋषिकेश में ही रहने लगा।
उसकी इस स्थिति को देखकर नगर आयुक्त नगर निगम ऋषिकेश द्वारा उस व्यक्ति को नगर निगम के वाहन से एम्स के ट्रॉमा इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। साथ ही उसके परिवार जनों से भी बात की गई किंतु उसके परिवार और उसके मध्य .मनमुटाव होने के कारण उन्होंने सहयोग करने से साफ इनकार कर दिया । फिलहाल उसका इलाज एम्स में चल रहा है। उसके किसी रिश्तेदार से उसके आधार तथा अन्य पत्रजात.लेकर आयुष्मान कार्ड बनाने की कार्रवाई भी की जा रही है ।
उसके पास कपड़े न होने के कारण शैलेंद्र सिंह नेगी नगर आयुक्त नगर निगम ऋषिकेश द्वारा नगर निगम की ओर से उसको एक जैकेट और ट्रैकसूट लोअर भी भेंट किया गया।
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