कल रविवार 17 नवंबर को बंद होंगे श्री बदरीनाथ धाम के कपाट
श्री बदरीनाथ धाम: 16 नवंबर
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट के कपाट बंद होने की प्रक्रिया के चौथे दिन आज शनिवार पूर्वाह्न को माता लक्ष्मी मंदिर में कढ़ाई भोग लगाया गया तथा मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना पश्चात श्री बदरीनाथ गर्भगृह में विराजमान होने की प्रार्थना की गयी।कल रविवार रात 9 बजकर 07 मिनट पर श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे इस अवसर हेतु मंदिर को भब्य रूप से फूलों से सजाया जा रहा है आज 7 हजार से अधिक तीर्थयात्री अभी तक दर्शन को पहुंचे है।
पंचपूजा के चौथे दिन आज शनिवार की पंचपूजा में दोपहर को रावल अमरनाथ नंबूदरी तथाधर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल वेदपाठी रविंद्र भट्ट,अमित बंदोलिया एवं लक्ष्मी मंदिर पुजारी सुधीर डिमरी, अरविंद डिमरी ने माता लक्ष्मी मंदिर में कढ़ाई भोग लगाया तथा पूजा अर्चना संपन्न की। माता लक्ष्मी से श्री बदरीनाथ मंदिर आने हेतु प्रार्थना की गयी।
इस अवसर पर बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार, सदस्यगण सहित मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल एवं मंदिर समिति अधिकारी, डिमरी पंचायत प्रतिनिधि माता लक्ष्मी कढ़ाई भोग पूजा में शामिल हुए।
उल्लेखनीय है कि पंच पूजा के तीसरे दिन बीते कल शुक्रवार से वेद उपनिषद की पूजा के बाद ग्रंथों को बंद किया गया तथा वेद ऋचाओं का वाचन शीतकाल हेतु रूक गया। जबकि पंचपूजा के पहले दिन बुधवार 13 नवंबर को श्री गणेश मंदिर के कपाट बंद हुए। दूसरे दिन 14 नवंबर बृहस्पतिवार को श्री आदि केदारेश्वर मंदिर के कपाट बंद हुए।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़ ने बताया है कि श्री बदरीनाथ धाम से बीकेटीसी कार्यालय को जोशीमठ स्थिति श्री नृसिंह मंदिर कार्यालय हेतु शीतकाल के लिए स्थांतरित कर दिया गया है।पूजा प्रभारी केदार सिंह रावत सहित मोहन प्रसाद मैखुरी,अमित पंवार, कन्हैया लाल, सहित कर्मचारी कार्यालय सामग्री के साथ जोशीमठ पहुंचे।
चौथे दिन की पंचपूजा में बीकेटीसी सदस्य कृपाराम सेमवाल, भास्कर डिमरी, नंदा देवी,रणजीत सिंह राणा, अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी, बदरीनाथ प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान,नायब रावल सूर्यराग नंबूदरी,ईओ नगर पंचायत सुनील पुरोहित थाना प्रभारी नवनीत भंडारी,प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट प्रशासनिक अधिकारी विवेक थपलियाल, राजेंद्र सेमवाल जगमोहन बर्त्वाल संतोष तिवारी लेखाकार भूपेंद्र रावत
संदेश मेहता, डा. हरीश गौड़ संजय तिवारी, प्रबंधक अजय सती,अनसुया नौटियाल दिनकर मिश्र, बल्लभ सेमवाल,सत्येन्द्र चौहान दिनेश भट्ट योगंबर नेगी, राजेश नंबूदरी, अमित डिमरी हरीश जोशी नरेंद्र नेगी, राहुल मैखुरी आदि मौजूद रहे
श्री बदरीनाथ धाम कपाट बंद होने का कार्यक्रम इस तरह रहेगा।
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट कल रविवार 17 नवंबर को रात 9 बजकर 07 मिनट पर शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे।
श्री बदरीनाथ - केदारनाथ मंदिर समिति मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़ ने बताया कि शीतकाल हेतु भगवान बदरीविशाल के कपाट बंद होने की प्रक्रिया में रावल अमरनाथ नंबूदरी स्त्री भेष धारणकर माता लक्ष्मी को श्री बदरीनाथ मंदिर गर्भगृह में विराजमान करेंगे इससे कुछ ही समय पहले श्री उद्धव जी एवं श्री कुबेर जी मंदिर परिसर में आ जायेंगे। इसके बाद रात सवा आठ बजे से कपाट बंद की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी तथा घृत कंबल औढाने के बाद निर्धारित समय रात 9 बजकर 07 मिनट पर श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे।तथा 18 नवंबर प्रात:को योग बदरी पांडुकेश्वर को प्रस्थान करेंगे।
श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि कल ब्रह्ममुहुर्त 4 बजे मंदिर खुलेगा।पूर्व की भांति साढ़े चार बजे से अभिषेक पूजा होगी तथा दिन का भोग पूर्ववत दिन में लगेगा।तथा मंदिर में दर्शन होते रहेंगे दिन में मंदिर बंद नही रहेगा।
शाम को 6 बजकर 45 मिनट पर शायंकालीन पूजा शुरू होगी उसके 60 मिनट पश्चात अर्थात 7 बजकर 45 मिनट पर रावल माता लक्ष्मी जी को मंदिर परिसर स्थित लक्ष्मी मंदिर से श्री बदरीनाथ मंदिर में प्रवेश करायेंगे । शाम 8 बजकर 10 मिनट पर शयन आरती होगी तथा इसके बाद कपाट बंद की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी।
9 बजे रात्रि तक भगवान बदरीविशाल को माणा महिला मंडल की ओर से तैयार किया गया घृत कंबल औढाया जायेगा।
इसके बाद ठीक 9 बजकर 07 मिनट पर शुभ मुहूर्त में भगवान बदरीविशाल के कपाट शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे।
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