माँ दुर्गा का आठवां रूप है महागौरी
या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः। ।
नवरात्रि के इसी आठवें दिन अष्टमी पूजी जाती है. इस दिन लोग अपने घरों में कन्याओं को भोजन के लिए बुलाते हैं. उन्हें हलवा-पूड़ी और चना खिलाते हैं. इसके साथ ही कंजकों को खाने के बाद तोहफे और पैर छूकर विदा करते हैं।
इसके साथ ही कंजकों को खाने के बाद अनेक प्रकार के उपहार देकर और पैर छूकर विदा करते हैं।
मां महागौरी का रूप
बैल पर सवार चार भुजाओं वाली मां का नाम है महागौरी. इनके एक हाथ में त्रिशूल और दूसरे में डमरू होता है. दाहिना हाथ अभय मुद्रा और बायां हाथ वर-मुद्रा में होता है.
गले में सफेद पुष्पों की माला और सफेद साड़ी ही मां महागौरी का श्रृंगार है.
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