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 *श्री बदरीनाथ -केदारनाथ धाम यात्रा 2024* 


 मानसून के बाद

श्री बदरीनाथ/ केदारनाथ धाम:  

After monsoon season 2024 shri kedarnath yatra



 श्री बदरीनाथ तथा केदारनाथ धाम यात्रा में मानसून के बाद आशातीत वृद्धि हो रही है जिससे श्री बदरीनाथ - केदारनाथ मंदिर समिति उत्साहित है।

श्री बदरीनाथ -केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया  है कि श्री बदरीनाथ धाम तथा श्री केदारनाथ धाम में बरसात के बाद अब तीर्थयात्रियों की संख्या में पर्याप्त वृद्धि हो रही है प्रत्येक  दिन पांच  हजार से अधिक  श्रद्धालु दोनों धामों में दर्शन हेतु पहुंच  रहे है।श्री बदरीनाथ धाम तथा श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग दुरस्त है कुछ एक जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं हो रही है लेकिन सड़क मार्ग सुचारू है यात्रा निरंतर चल रही है।

आज धामों  में  रूक- रूक कर बारिश हो रही है लेकिन  मौसम सामान्यतया यात्रा के अनुकूल है।   

उन्होंने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व से जहां चारधाम यात्रा पुनः तेजी से शुरू हुई है वही इस बार केदारनाथ अतिवृष्टि आपदा के दौरान मुख्यमंत्री स्वयं केदारनाथ क्षेत्र में रह कर रैस्क्यू कार्यों हेतु दिशानिर्देश देते रहे फलस्वरूप पुन: तीर्थयात्री  सुरक्षा की भावना एवं विश्वास के साथ धामों की यात्रा पर आ रहे है वहीं  मंदिर समिति तीर्थयात्रियों को सरल- सुगम दर्शन व्यवस्था हेतु प्रतिबद्ध है।



बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद  थपलियाल के अनुसार अभी तक साढ़े बीस लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने श्री बदरीनाथ धाम तथा श्री केदारनाथ धाम के दर्शन किये है। इस यात्रा वर्ष अभी तक  942077 से अधिक श्रद्धालु श्री बदरीनाथ धाम के दर्शन कर चुके है 1108471श्रद्धालु श्री केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके है सहवर्ती मंदिरों द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर तथा तृतीय केदार श्री तुंगनाथ में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शनों को आ रहे है श्री तुंगनाथ  में   चौरानब्बे हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन को पहुंच गये है।अभी तक 2052897 श्रद्धालुओं ने बदरीनाथ-केदारनाथ धाम के दर्शन कर लिए है।



बीकेटीसी  मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने जानकारी दी कि मंदिर समिति द्वारा श्री बदरीनाथ धाम सहित श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग में अतिवृष्टि के दौरान मंदिर ने तीर्थयात्रियों को यात्रा मार्गदर्शन उपलब्ध कराया। भंडारे आयोजित किये  तो विश्राम गृहों में तीर्थयात्रियों को निशुल्क आवास व्यवस्था की गयी।

श्री बदरीनाथ तथा केदारनाथ में तीर्थयात्रियों को बरसात  से बचाव के लिए दर्शन पंक्ति में रैन शैल्टर बनाये गये है तथा सर्दियों के बचाव हेतु अलाव  हेतु व्यवस्था की गयी है।,मंदिर समिति द्वारा तीर्थयात्रियों की किसी भी तरह की सहायता लिए सभी संबंधित विभागों पुलिस प्रशासन तीर्थ पुरोहितों तथा यात्रा से जुड़ी ऐजेंसियों से समन्वय स्थापित किया गया है। आगामी  श्राद्ध पक्ष तथा नवरात्रि  के दौरान भी  धामों में तीर्थयात्रियों की संख्या अधिक बढ़ने  की भी उम्मीद है।


मीडिया प्रभारी बीकेटीसी हरीश गौड़ ने अवगत कराया है कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के क्रम में पंचकेदारों में से द्वितीय केदार मद्महेश्वर धाम को विकसित किया जाएगा।


इसके साथ केदारनाथ धाम के अंतिम मोटर पड़ाव गौरीकुंड स्थित मां गौरी के मंदिर का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा।

  

       उन्होंने बताया कि शासन के धर्मस्व व संस्कृति विभाग के अनु सचिव रमेश सिंह रावत द्वारा इस संबंध में संस्कृति विभाग के निदेशक को अलग-अलग आदेश जारी किये गए हैं। आदेशों में मुख्यमंत्री की घोषणा के क्रम में मद्महेश्वर धाम के विकास और गौरीकुंड स्थित मां गौरी मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए कार्यदायी संस्था से विस्तृत परियोजना आख्या (डीपीआर) तैयार करने के निर्देश जारी किए गए हैं। आदेश में लोक निर्माण विभाग को कार्यदायी संस्था नामित करते हुए श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) से समन्वय स्थापित करते हुए डीपीआर तैयार करने को कहा गया है। 

       उधर, बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने मद्महेश्वर धाम के विकास और मां गौरी मंदिर के सौंदर्यीकरण की योजना को स्वीकृति देने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा की मद्महेश्वर धाम के विकास की योजना से वहां श्रद्धालुओं व तीर्थयात्रियों की संख्या में वृद्धि होगी। इससे क्षेत्रीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। 

Second kedar madhya maheshwar


        उल्लेखनीय है कि 3,497 मीटर की ऊंचाई पर स्थित मद्महेश्वर धाम रुद्रप्रयाग जनपद के ऊखीमठ विकास खंड में स्थित है। मद्महेश्वर पहुंचने के लिए श्रद्वालुओं को करीब 14 किमी की पैदल दूरी तय करनी पड़ती है। पंच केदारों में से द्वितीय केदार के रूप में मद्महेश्वर धाम की मान्यता है। यहां भगवन शिव के नाभि रूप की पूजा होती है। मंदिर का प्रबंधन बीकेटीसी देखती है। 

       इसी प्रकार मां गौरी का मंदिर केदारनाथ धाम के अंतिम मोटर स्टेशन गौरीकुंड में स्थित है। केदारनाथ धाम की यात्रा पर जाने वाले श्रद्वालु मां गौरी के दर्शनों के बाद अपनी यात्रा पर निकलते हैं। इसका प्रबंधन भी बीकेटीसी के पास है।


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