•श्री बदरीनाथ धाम में शुक्रवार से श्री नर- नारायण जयंती शुरू हुई , 10 अगस्त को होगा समापन।
श्री बदरीनाथ धाम:
श्री बदरीनाथ धाम में भगवान नर- नारायण जी की जयंती आज शुक्रवार श्रावण शुक्ल पंचमी को शुरू हुई हो गयी।
आज प्रातः भगवान श्री नर-नारायण की विग्रह मूर्ति समारोह पूर्वक मंदिर परिसर से माता मूर्ति मंदिर को प्रस्थान हुई माता मूर्ति मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना संपन्न हुई।
कल शनिवार को भगवान नर-नारायण के अभिषेक एवं श्री बदरीनाथ भ्रमण के साथ ही जयंती का समापन हो जायेगा।
श्री बदरीनाथ -केदारनाथ मंदिर समिति मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि भगवान नर-नारायण जी के जन्म उत्सव के अवसर पर आज प्रातः श्री बदरीनाथ मंदिर में बाल भोग के पश्चात भगवान नर-नारायण जी की विग्रह डोली बदरीनाथ मंदिर परिसर से माता मूर्ति मंदिर माणा पहुंची जहां धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल तथा वेदपाठी रविंद्र भट्ट,माता मूर्ति मंदिर के पुजारी सुशील डिमरी ने भगवान नर-नारायण की पूजा- अर्चना की एवं अभिषेक संपन्न किया।
उसके पश्चात अपराह्न डेढ़ बजे श्री नर-नारायण जी की विग्रह मूर्तियां श्री बदरीनाथ मंदिर परिसर में वापस विराजमान हो गयी मान्यता है कि भगवान विष्णु के अवतार नर-नारायण ने श्री बदरीनाथ धाम में तपस्या की तथा सहस्रकवच दैत्य के अत्याचार से मुक्त किया।
इस अवसर पर श्री बदरीनाथ - केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी)उपाध्यक्ष किशोर पंवार, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान सहित माणा, बामणी, पांडुकेश्वर के हक-हकूकधारी तीर्थ पुरोहित तीर्थयात्री तथा अवर अभियंता गिरीश रावत,प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट, प्रशासनिक अधिकारी विवेक थपलियाल,राजेंद्र सेमवाल,लेखाकार भूपेंद्र रावत, जगमोहन बर्त्वाल, संतोष तिवारी, अमित बंदोलिया,केदार सिंह रावत,संदेश मेहता,संजय तिवारी,अनसुया नौटियाल अजय सती,दीपक सयाना, भागवत,मेहता, विकास सनवाल,यशपाल बिष्ट,कुलानन्द पंत प्रदीप पंवार,शिकन्तु लाल,पंकज कुमार विपुल मेहता,हरीश विष्ट,राहुल मैखुरी,लक्ष्मी सेमवाल, अंबरीष मेहता,मनोज राणा सतीश मैखुरी, अपर्णा बिजल्वाण मकर सिंह,लक्ष्मी जयश्री,महिपाल सिंह ने नर-नारायण जयंती समारोह सेवा कार्य में सहयोग एवं सहभागिता की।
10 अगस्त शनिवार को भगवान नर- नारायण भगवान की विग्रह मूर्तियां बदरीविशाल के जन्मस्थल लीला ढुंगी पहुंचेंगी जहां भगवान नर-नारायण का अभिषेक संपन्न होगा । इसके बाद भगवान नर-नारायण श्री बदरीनाथ धाम का भ्रमण कर श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे।
श्री बदरीनाथ भ्रमण पश्चात भगवान नर-नारायण बदरीनाथ मंदिर परिसर में वापस विराजमान हो जायेंगे। इसी के साथ ही श्री नर-नारायण जयंती का समापन हो जायेगा।
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) में वेदपाठी के चार पदों के लिए सीधी भर्ती द्वारा उत्तराखंड के मूल/स्थायी निवासियों से आवेदन पत्र आमंत्रित किये गए हैं। इच्छुक अभ्यर्थी 30 अगस्त तक आवेदन पत्र जमा कर सकते हैं।
वेदपाठी पदों के लिए आवेदक को किसी मान्यता प्राप्त संस्कृत विश्विद्यालय से वेद विषय के साथ आचार्य की उपाधि प्राप्त होना आवश्यक है। अभ्यर्थियों को पूजा-पद्धति व कर्मकांड के ज्ञान के साथ संस्कृत व हिंदी का ज्ञान भी अनिवार्य है। वेदपाठी पद का वेतनमान रु० 9300-34800 ग्रेड पे 4200 (लेवल - 06) है। वेदपाठी पद हेतु नियम व शर्तों के बारे में विस्तृत जानकारी और आवेदन पत्र बीकेटीसी की वेबसाइट www.badrinath-kedarnath.gov.in से प्राप्त किये जा सकते हैं।
बीकेटीसी में वेदपाठी के पद लंबे समय से रिक्त चले आ रहे थे। इस कारण मंदिर समिति को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। कार्मिकों के लिए सेवा नियमावली नहीं होने के कारण इन पदों पर स्थायी नियुक्ति नहीं हो पा रही थी। बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय के प्रयासों के चलते हाल ही में सेवा नियमावली को प्रदेश कैबिनेट द्वारा स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है। इससे बीकेटीसी में विभिन्न खाली पड़े पदों पर नियुक्ति की राह खुल गयी है।
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