डोईवाला श्रीमद् भागवत सप्ताह के सात दिवसीय आयोजन में गार्डन कॉलोनी शुगर मिल डोईवाला देहरादून में चतुर्थ दिवस में व्यास जी महाराज राम उपाध्याय ने बताया भगवान भक्त के वश में रहकर ही पृथ्वी पर अवतार लेते है और नाना प्रकार के रूप धारण करते है। बैकुंठ के सुख छोड़कर पृथ्वी पर भी आ जाते है। क्योंकि ,भगवान भक्तों के अधीन रहते है।
उन्होंने बताया भक्ति नौ प्रकार की होती है , उन्ही में से एक भक्ति से प्रह्लाद ने भगवान को प्रसन्न कर लिया था।
साथ ही उन्होंने वृन्दावन धाम की महिमा का वर्णन करते हुए बताया चित्रकूट और अयोध्या साकेत रूप का और वृन्दावन गौ लोक धाम का स्वरूप है।
एक प्रसंग में राधा रानी ,ठाकुर जी से कहती है जहां गोवर्धन नही है, जमुना नही है , वहां में वास नहीं करूँगी। प्रभु के द्वारा वृन्दावन को पृथ्वी पर भेजने पर ही राधा रानी पृथ्वी पर प्रकट हुई।
वृन्दावन धाम मोक्ष धाम है , जिसकी रज रज में श्री राधा रानी विराजमान है।शास्त्रों में प्रमाणित है कि राधा और कृष्ण एक ही रूप है। इसमें कोई अतिशयोक्ति नही है,केवल रसिक ही इस प्रेम को जान सकता है।
गजेंद्र मोक्ष की कथा सुनाते हुए उन्होंने कहा कि एक बार गज सरोवर पर पानी पीने गया तो ग्राह ने गजराज को पानी मे खींच लिया, कोई उसको बचा नही सका। जब उसने अंत मे हरिनाम स्मरण किया तब प्रभु उसे मुक्त कराने अवयं चले आये।
कच्छप अवतार की कथा सुनाते हुए , भगवान शिव के विष पान और नीलकंठ महादेव के नाम की व्याख्या की।
प्रभु के वामनावतार ने कैसे एक राक्षस को भक्ति भाव मे लगा कर जगत का कल्याण किया।
सूर्य वंशावली का वर्णन करते हुए उन्होंने बताया कि इस वंश में भगवान राम अवतार लेकर प्रकट होते है।
प्रभु श्री राम के अवतार लेने के अनेक कारण है।राम ही केवल प्रेम प्यारा इसी लिये भक्तों के प्रेम में पड़कर भगवान पृथ्वी पर अवतार लेते है।श्री राम के जीवन चरित्र की सूक्ष्म व्याख्या के बाद श्री कृष्णावतार के कारण का वर्णन किया। किस प्रकार प्रभु कृष्ण रूप में मथुरा में श्री वासुदेव और देवकी की संतान बनकर कंस का नाश करने के लिये आये।
कथा में श्री वामन भगवान एवम कृष्ण वासुदेव जी की झांकी ने सभी का मन मोह लिया।उपस्थित श्रद्धालुओं ने कृष्ण जन्म की बधाइयां दी झूम झूम कर नाचे और कृष्ण जन्म धूम धाम से बनाया। गोपियों ने भी भगवान के प्रकट होने पर बधाइयां दी।
कथा में डोईवाला के विधायक श्री बृज भूषण गैरोला जी , श्री विक्रम नेग ने व्यास पीठ पर विराजमान श्री राम उपाध्याय जी का सम्मान किया और कथा श्रवण किया। उपस्थित कॉलोनीवासियों और श्रद्धालुओं ने श्री कृष्ण जन्म का भरपूर आनंद उठाया।
राधे राधे
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