श्री राम हमारे देश की संस्कृति का आधार है, भारत भूमि के श्वास है,उनका स्मरण मात्र ही हमारे सभी तापों को नष्ट कर देता है. अयोध्या की पवन भूमि पर जन्मे मर्यादा पुरुषोतम श्री राम के जन्मदिवस को रामनवमी के रूप में देश भर में अनंत काल से मनाया जाता रहा है और मनाया जाता रहेगा. उनके विग्रह को भूमि पर स्थान मिले या नहीं मिले, हमारे दिलों में उनका सर्वोत्तम सर्वोच्च स्थान सदा बना रहेगा.
ऐसे करें रामनवमी का पूजन, न भूलें हनुमान जी को
राम नवमी के दिन स्नान कर उत्तर दिशा में मंडप बनाकर राम दरबार की मूर्ति, प्रतिमा या चित्र स्थापित करें। हनुमान जी को विराजमान करें। इस दिन भगवान राम का मय पंचायतन करना चाहिए। इस मंडप में विराजमान सीता, राम, लक्ष्मण, हनुमान जी का विविध उपचारों (जल, पुष्प, गंगाजल, वस्त्र, अक्षत, कुमकुम) आदि से पूजन करना चाहिए। पूजन के बाद आरती का आयोजन करना चाहिए।
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