श्रमिकों को इलाज के लिए देहरादून जाना पड़ता है
लालतप्पड :
श्रमिको के लिये बनी ईएसआई योजना का लाभ पाना किस चुनौती से कम नही है |जहा ऐसा ही एक मामला लालतप्पड औद्योगिक क्षेत्र में काम करने वाले दस हजार से अधिक श्रमिकों को कैशलेस इलाज की सुविधा नहीं मिल रही है। लालतप्पड़ औघोगिक क्षेत्र में कोई नजदीकी अस्पताल ईएसआई योजना के पैनल में शामिल नहीं है |जिसके कारण श्रमिकों को इलाज के लिए भटकना पड़ता है।
समाजिक कार्यकर्त्ता गजपाल सिंह रावत ने बताया कि लालतप्पड में 10,000 से अधिक श्रमिक ईएसआई योजना से जुड़े हुये हैं। योजना के तहत श्रमिकों को कैशलेस इलाज की सुविधा मिलनी चाहिए थी |
लेकिन लालतप्पड क्षेत्र में कोई नजदीकी अस्पताल पैनल में शामिल नहीं है। श्रमिकों को इलाज के लिए देहरादून जाना पड़ता है |जो कि काफी दूर और खर्चीला भी है।
गजपाल रावत ने कहा कि श्रमिकों को हर महीने 100 रुपये से 200 रुपये जमा करते हैं | जहा कंपनी भी उतना ही योगदान देती है।लेकिन जब उन्हें इलाज की आवश्यकता होती है, तो उन्हें भटकना पड़ता है।
उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि वह जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करे और लालतप्पड में नजदीकी अस्पतालों को ईएसआई योजना के पैनल में शामिल करे।
यह मुद्दा श्रमिकों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है। सरकार को इस मामले पर ध्यान देना चाहिए और जल्द से जल्द समाधान निकालना चाहिये।
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