Halloween party ideas 2015

देहरादून:




अखिल भारतीय देवभूमि ब्राह्मण जन सेवा समिति द्वारा प्रकाश पैराडाइज़ ट्रांसपोर्ट नगर रोड देहरादून में 
होली मिलन एवं कवि सम्मलेन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का आरम्भ  समिति के अध्यक्ष अरुण कुमार शर्मा व अतिथियों ने दीप प्रज्वलन व परशुराम जी की आराधना कर किया।
समिति अध्यक्ष अरुण शर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा भारत विविधता में एकता का देश है वर्ष को विभिन्न ऋतु समाज को अलग अलग संदेश दे प्रेम,समर्पण व  भाईचारे का संदेश देती है।आज चारो ओर वसन्त की बहार है प्रकृति ने सम्पूर्ण वातावरण प्रेम व उल्लास के रंग बिखरे हुए है। 
प्राचीन काल के संस्कृत साहित्य में होली के अनेक रूपों का विस्तृत वर्णन है। श्रीमद्भागवत महापुराण में रसों के समूह महारास का वर्णन है। अन्य रचनाओं में 'रंग' नामक उत्सव का वर्णन है  ऋतुसंहार में पूरा एक सर्ग ही 'वसन्तोत्सव' को अर्पित है। भारवि, माघ और अन्य कई संस्कृत कवियों ने वसन्त की खूब चर्चा की है। चंद बरदाई द्वारा रचित हिंदी के पहले महाकाव्य पृथ्वीराज रासो में होली का वर्णन है। भक्तिकाल और रीतिकाल के हिन्दी साहित्य में होली और फाल्गुन माह का विशिष्ट महत्व रहा है।  भक्तिकालीन में सूरदास, रहीम, रसखान, पद्माकर, जायसी, मीराबाई, कबीर और रीतिकालीन बिहारी, केशव, घनानंद आदि अनेक कवियों को यह विषय प्रिय रहा है। राधा कृष्ण के बीच खेली गई प्रेम और छेड़छाड़ से भरी होली के माध्यम से सगुण साकार भक्तिमय प्रेम और निर्गुण निराकार भक्तिमय प्रेम का वर्णन हुआ है।
ब्राह्मण समाज ने सदैव अपने संस्कारो,सभ्यता ,संस्कृति  व प्रकृति की रक्षा कर एक सभ्य समाज की स्थापना में अपना योगदान दिया है होली के पावन पर्व भी आज ब्राह्मण समाज कवि सम्मलेन के माध्यम से होली मिलन कर साहित्य व संस्कृति की रक्षा का प्रयास कर रहा है।
कार्यक्रम में  विख्यात कवि ,श्री जय कुमार भारद्वाज"अरुण",श्री श्रीकांत श्री,श्री राकेश जैन जी,श्रीमती महिमा श्री,श्री वीरेंद्र डंगवाल"पार्थ" जी ने हास्य व्यंग्य व सामाजिक संदेश की कविताओं से होली के अवसर पर एक अनूठा रंग बिखेरा । कार्यक्रम का संचालन श्रीकांत श्री जी ने किया व अध्यक्षता श्री रामनरेश शर्मा जी ने की।
 इनके साथ साथ कार्यक्रम में श्री लालचंद शर्मा जी,श्री रविन्द्र आनंद,श्री प्रदीप जोशी जी ने भी कार्यक्रम को संबोधित कर  होली की शुभकामनाएं दी।
समिति के माध्यम से समिति संरक्षक ,श्री लालचन्द शर्मा जी,श्री महेश चंद्र शर्मा,श्री पवन शर्मा,केंद्रीय अध्यक्ष अरुण कुमार शर्मा,उत्तराखंडः प्रदेश अध्यक्ष विजय जोशी,महासचिव डॉ अजय वशिष्ठ,जिला देहरादून अध्यक्ष अनुराग गौड महासचिव संजय मिश्रा,देहरादून महानगर  महासचिव देवाशीष गौड ने उपस्थित साहित्य जगत के अनमोल रत्नों व गीत और कविता पाठ करने वाले अतिथियों को अंगवस्त्र व प्रतीक चिन्ह के रूप में रामचरित्र मानस भेंट कर उनका स्वागत व सम्मान किया।

 कार्यक्रम में उपस्थित सभी स्वजनों के मस्तक पर तिलक किया गया।

कार्यक्रम में अरुण कुमार शर्मा,डॉ अजय वशिष्ठ,अनुराग गौड़, विजय  जोशी,,रुचि शर्मा,रजत शर्मा,रेणु शर्मा ,सुरेश शर्मा,अनिता शर्मा,रघुनंदन शर्मा,प्रवीण नवानी,देवाशीष,कमलेश शर्मा,अनिता शर्मा,राजगीता शर्मा,ऋतु गोयल,सोमदत्त शर्मा,विक्रम शर्मा,अरुण शर्मा,प्रदीप जोशी,विपिन,पारस, रमेश मिश्रा,अनुराग गौड़,आदित्य,संजय गर्ग,बालेश गुप्ता,फतेहचंद
,रविन्द्र आनंद,,मन्नू उपाध्यय,राजीव जायसवाल,राजेश शर्मा,पंडित सुबासचंद्र सतपति,संजय गर्ग,,उमेश कौशिक,अंजू शर्मा,सत्या मिश्रा,विकास,मन्नू,वसुधा,पूजा,भूमि शर्मा,अमृता शर्मा,उमेश कौशिक,साक्षी शर्मा,अंजू शर्मा,रमेश मिश्रा,राजीव जायसवाल,संजय शर्मा,अक्षय शर्मा,मेघा शर्मा,विनोद कुमारu  शर्मा,शशि शर्मा,जोएल गंगाधरन,रेखा कौशिक,
संजय गर्ग,कल्याण चक्रवर्ती,डॉ अजय वशिष्ठ,एस के शर्मा,संजय मिश्रा,अग्रज शर्मा,कुमार पीयूष,राजू सभरवाल,अनिल आनंद,,कमलेश अग्रवाल,ए के तयाल, प्यारेलाल जगूड़ी,राजेश शर्मा,सत्य प्रकाश गोयल,हरिराम गुप्ता,डॉ शेलेन्द्र कौशिक,उमा कोठारी,,ललित शर्मा,आशीष गौड, बालेश गुप्ता,मयंक शर्मा,रोहित गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

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