ऋषिकेश :
एम्स ऋषिकेश में मरीजों को बाहर से सीडी और ग्लव्स लाने की मजबूरी का मामला सामने आने के बाद हंगामा मच गया है। स्थानीय पत्रकार उत्तम सिंह ने प्रधानमंत्री पोर्टल पर स्वास्थ्य मंत्रालय से इस मामले की जांच कर एम्स ऋषिकेश के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
देहरादून प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष शोबन सिंह कैन्तुरा ने एम्स की कार्य प्रणाली पर आक्रोश व्यक्त करते हुए धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, "यह स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का एक ज्वलंत उदाहरण है। मरीजों को उचित स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के बजाय, उन्हें बाहर से आवश्यक वस्तुएं लाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। यह निश्चित रूप से निंदनीय है।"
उत्तम सिंह ने बताया कि उनका एम्स ऋषिकेश में इलाज चल रहा है। उन्हें डॉक्टर ने सीटी स्कैन के लिए बाहर से सीडी लाने के लिए कहा गया। उन्होंने कहा, "यह कैसे संभव है कि एक सरकारी अस्पताल में मरीजों को बाहर से सीडी और ग्लव्स लाने पड़ें?"
उन्होंने प्रधानमंत्री पोर्टल पर अपनी शिकायत में स्वास्थ्य मंत्रालय से इस मामले की जांच कर एम्स ऋषिकेश के अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने का अनुरोध किया है।
शोबन सिंह कैन्तुरा ने कहा, "अगर एम्स ऋषिकेश में मरीजों को बाहर से सीडी और ग्लव्स लाने पड़ेंगे, तो इसका मतलब है कि गरीब लोग इलाज नहीं करवा पाएंगे। यह स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति सरकार की उदासीनता का प्रतीक है।"
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो प्रधान सगठन धरना प्रदर्शन करेगा।
यह मामला स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का एक ज्वलंत उदाहरण है। यह उम्मीद की जाती है कि स्वास्थ्य मंत्रालय इस मामले की जांच कर एम्स ऋषिकेश के अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करेगा।
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