मकर संक्रांति हिन्दू धर्म का प्रमुख पर्व है. ज्योतिष के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है. सूर्य के एक राशि से दूसरी में प्रवेश करने को संक्रांति कहते हैं.
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को मकर संक्राति एवं उत्तरायणी पर्व की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर जारी अपने शुभकामना संदेश में मुख्यमंत्री ने इस पर्व पर सभी प्रदेशवासियों के लिए सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना की है। उन्होंने कहा कि यह त्यौहार जीवन में सकारात्मक सोच के साथ सदैव कर्म के पथ पर आगे बढ़ने की भी प्रेरणा देता है। यह पावन पर्व माँगलिक कार्यों के शुभारम्भ से भी जुड़ा है। मुख्यमंत्री ने कामना की है कि भगवान सूर्य की आराधना का यह पर्व हम सबके जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करे।
सनातन धर्म में मकर संक्रांति को बहुत महत्व दिया जाता है. सूर्य जब मकर राशि में प्रवेश करते हैं तब मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है.
इस साल मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी 2024 को मनाया जा रहा है. मकर राशि में सूर्य के प्रवेश के साथ ही शादी, गृह प्रवेश, घर बनाना, घर खरीदना और मुंडन आदि जैसे हर प्रत्येक शुभ कार्य शुरू कर दिए जाते हैं. मकर संक्रांति के दिन दान दक्षिणा और स्नान आदि का भी बेहद महत्व बताया गया है. मकर संक्रांति के दिन तिल से बनी चीजों का दान किया जाता है.
मकर संक्रांति के दिन भूलकर न करें ये काम --
इस दिन बिना स्नान किए भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए. मान्यता है कि इस दिन गंगा या किसी नदी में जाकर स्नान करना चाहिए.
. किसी को खाली हाथ ना लौटाएं
मकर संक्रांति के दिन अगर कोई भी आपके घर पर भिखारी, साधु या बुजुर्ग आए तो उसे खाली हाथ नहीं लौटाना चाहिए.
आचार्य पवन पाराशर
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