जनता के साथ अन्याय करने वाले निकाल रहे हैं पद यात्रा: भट्ट
देहरादून :
भाजपा ने हरीश रावत और राहुल की यात्रा को लेकर निशाना साधा कि सत्ता के सफर में जनता के साथ अन्याय करने वाले लोग पदयात्रा और न्याय यात्रा निकाल रहे हैं ।
पार्टी मुख्यालय में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए श्री भट्ट ने कहा, कांग्रेस ने अपने शासन में भ्रष्टाचार की बेल को पनपाने का काम किया है । उनके मुख्यमंत्रियों और विशेषकर हरीश रावत के कालखंड में भर्तियों में जबरदस्त धांधली की गई और युवाओं को उनके हक से मरहूम किया गया ।
उनके कार्यकाल के हजारों फर्जी नियुक्तियों पर कार्यवाही करने का काम हमारी सरकार ने किया । मुख्यमंत्री धामी ने कठोरतम नकल कानून लागू कर राज्य की नियुक्ति प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने का ऐतिहासिक काम किया । यही वजह है कि राज्य निर्माण के बाद से अब तक की रिकॉर्ड भर्तियों, पूरी ईमानदारी के साथ वर्तमान सरकार में हुई हैं ।
उन्होंने हरदा की पदयात्रा पर तंज किया कि जिनके शासन की फर्जी नियुक्तियों के मामले सबसे अधिक सामने आए हैं, अब वही रोजगार के नाम पर आंदोलन की नौटंकी कर रहे हैं।
उन्होंने हरदा द्वारा अपनी यात्रा को राहुल की भारत न्याय यात्रा से जोड़ने पर निशाना साधा कि देश को न्याय दिलाने के नाम पर यात्रा करने वालों ने लगभग 60 वर्षों तक जनता के साथ अन्याय किया है । इससे पहले भारत जोड़ो यात्रा निकाली, तो उनकी सरकारों को जनता ने ही तोड़ दिया । क्योंकि यात्रा के दौरान देश ने बखूबी देखा कि देश तोड़ने की साजिशों में लिप्त संस्थाओं, राष्ट्र विरोधी सोच को आगे बढ़ाने वाले एक्टिविस्ट और धारा 370 के समर्थन से कश्मीर को देश से तोड़ने की सोच रखने वाले नेता भारत जोड़ने के झूठे नारे दे रहे थे । हम तब भी कह रहे थे कि भारत जोड़ने के बजाय राहुल को गुटबाजी से त्रस्त कांग्रेस को जोड़ने की यात्रा निकालनी चाहिए। यही वजह है कि जनता ने तीन राज्यों के रिजल्ट में बता दिया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एकजुट भारत विकसित देश बनने की यात्रा पर अग्रसर है, लिहाजा यदि राहुल को कुछ जोड़ना ही है तो अपनी पार्टी को राष्ट्रीय भावना से जोड़े । उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, इनकी प्रदेश एवं केंद्र की सरकारों ने अपने भ्रष्टाचार को शिष्टाचार बनाकर देश के विकास को अवरूद्ध किया । राजनीति में जातिवाद, क्षेत्रवाद को मजबूत किया और देश की सुरक्षा करने वाली सेना को कमजोर रखने का काम किया । यही पार्टी है जिसकी सरकार ने आपातकाल लगाकर जनता के मौलिक अधिकारों को छीन कर उनकी स्वतंत्रता के साथ सबसे बड़ा अन्याय किया । उन्होंने कटाक्ष कर कहा, ये न्याय यात्रा भारत के लिए नही बल्कि कांग्रेस के साथ न्याय करने की यात्रा है ।
उन्होंने जनता के न्याय पर भरोसा जताते हुए कहा कि इस यात्रा के बाद एक बार फिर कांग्रेस के साथ न्याय करेगी । जिसमे वह उन्हें लोकसभा चुनावों में शेष राज्यों से भी उखाड़कर, उनके अब तक किए अन्याय का जवाब देगी ।
कांग्रेस सरकारों मे रहा नकल और नौकरी बेचने का बोलबाला: चौहान
कांग्रेस अध्यक्ष का मंदिर पर बयान स्वाभाविक और सनातन विरोधी
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कांग्रेस द्वारा रोजगार के मुद्दे पर निकाली गयी पद यात्रा और प्रदर्शन को आडंबर बताते हुए कहा कि अब पिछले 22 वर्षों मे जितना रोजगार मुहैया कराया गया उससे अधिक एक वर्ष मे धामी सरकार ने रोजगार मुहैया कराया है। उन्होंने कहा कि भर्तियों नकल हो या रिश्वत का मामला इसमे कांग्रेस का ट्रैक रिकार्ड खराब रहा है।
चौहान ने कहा कि उत्तराखंड लोक सेवा आयोग (यूकेपीएससी) के अनुसार धामी सरकार ने एक वर्ष के कार्यकाल में 6635 भर्ती की हैं, जबकि पिछले 22 वर्षों के दौरान 6869 भर्तियां ही हुई। अभी तक 3040 अभ्यर्थियों के परीक्षा परिणाम घोषित किए जा चुके हैं, जबकि 3595 अभ्यर्थियों का परीक्षा परिणाम तैयार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस यह बखूबी जानती है कि उस दौरान नौकरियों को किस तरह से बाँट दी गयी और सारे मामले मे तत्कालीन सरकार भ्रष्टाचार को सरंक्षण देती रही। धामी सरकार ने बिना काल खंड के हर भर्ती की पारदर्शिता से जांच की और एसआईटी ने भ्रष्टाचारियों को सलाखों के पीछे धकेल दिया। तब उन मामलों को दबा दिया गया जिन पर अब जांच हुई और उनमे बड़ा घोटाला सामने आया। उन्होंने कहा कि जनता ने कांग्रेस को घोटालों की वजह से सबक सिखाया और पहले रोजगार बेचने वाली कांग्रेस अब बेरोजगारों के लिए रोजगार का नाटक कर रही है।
चौहान ने कांग्रेस अध्यक्ष के राम मंदिर अयोध्या को लेकर की गयी टिप्पणी को स्वाभाविक प्रतिक्रिया और सनातन विरोधी बताया। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक अवसर मे शिरकत के लिए देश विदेश से हर श्रद्धालु प्रतीक्षारत है, लेकिन वह इसे भी सियासत से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अदालत मे हलफनामा देकर राम के अस्तित्व पर सवाल उठाने वाली कांग्रेस पहले भी मंदिर मामले मे रोड़े अटकाने मे प्रमुख रही है। हालांकि मंदिर मे आवाजाही किसी का भी अपना मत है।
चौहान ने कहा कि कांग्रेस को रोजगार के मुद्दे पर कुछ भी कहने का अधिकार नही है, क्योकि वह युवाओं के साथ छल करने मे आगे रही है। वहीं उसे सनातन का विरोध का भी अधिकार नही। अगर कांग्रेस का यही रवैया रहा तो उसे जनता की अदालत मे एक और निर्णय का सामना करना होगा और यह उसके लिए अस्तित्व का संकट होगा।
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