ऋषिकेश:
वीरभद्र कॉलोनी काली मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन श्री गिरिराज गोवर्धन श्री कृष्ण जी के महिमा का सुंदर वर्णन व्यास जी महाराज श्री राम उपाध्याय वृंदावन जी ने अपने श्री मुख से किया।
उन्होंने कहा कि ब्रज की रज की ऐसी कृपा है जिसे माथे से लगा लेने पर मुक्ति की भी मुक्ति होती है । ऐसा ही गिरिराज जी महाराज की परिक्रमा का फल भी होता है।
श्रोमद्भगवत सप्ताह के पांचवें दिन आज रुक्मिणी विवाह होगा । वृंदावन से पधारे व्यास श्री राम उपाध्याय, संकीर्तन पर भजनीक श्री दीपक उपाध्याय, श्री रामा , श्री मोतीराम शर्मा और भव्या ने मधुर भजनों से श्रद्धालुगणो के साथ मिलकर श्री नारायण का गुणगान किया।
इस अवसर पर जजमान परिवार, एवम क्षेत्र के निवासियों ने श्री राधा रानी और श्री बांके बिहारी के भजनों का रसास्वादन भी किया।
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