मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को विजयदशमी की बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। विजयदशमी की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि विजयदशमी का पर्व अधर्म पर धर्म, बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जरूरत इस बात की है कि हम अपने जीवन में अहंकार से मुक्त होकर सच्चाई के रास्ते पर चलें और प्रदेश व देश की सामाजिक समरसता के लिए मिलजुल कर कार्य करें।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम सत्य, मर्यादा, न्याय, शांति, परोपकार और लोक कल्याण के लिए समर्पित थे। उनका जीवन हमें सद्मार्ग पर चलने एवं आदर्श जीवन जीने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि विजयादशमी शक्ति उपासना का उत्सव भी है। सम्पूर्ण भारत में यह पर्व परंपरागत श्रद्धा भाव एवं हर्षाेल्लास के साथ मनाया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पर्व समृद्धशाली भारतीय संस्कृति का प्रतीक है। यह पर्व हमें अपने अंदर की बुराई का नाश कर अच्छाई के पथ पर बढ़ने की भी प्रेरणा देता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विजयादशमी का पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। शक्ति की उपासना का यह पर्व, हमें जीवन की कठिनाइयों से पार पाने की प्रेरणा देता है। यह पर्व हमें विश्वास दिलाता है कि सत्य के मार्ग में कितनी भी परेशानियां और कठिनाईयां क्यों न हो, विजय सदा सत्य की होती है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का जीवन हम सभी के लिये प्रेरणा हैं। उन्होंने समाज के हर वर्ग को जोङने का काम किया।
देहरादून :
दशहरा (विजयदशमी)-2022
दशहरा , विजयदशमी ’के रूप में भी जाना जाता है, भारत में सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है जो नवरात्रि के नौ दिवसीय उत्सव के अंत और दुर्गा पूजा के चार / पांच दिवसीय उत्सव का प्रतीक है। यह दिन अच्छी और बुरी शक्तियों के बीच एक लंबी लड़ाई का द्योतक है जिसमें रामचंद्र ने रावण पर विजय प्राप्त की थी।
उस दिन को विजय दशमी (विजय का दिन) कहा जाता है। वह दिन भी है जब देवी दुर्गा महिषासुर की सेना से भिड़ गईं और उसका संहार कर दिया था।
एक टिप्पणी भेजें