मुख्यपृष्ठ धर्मक्षेत्रे नवम नवरात्रि : माँ सिद्धिदात्री अज्ञानता को नष्ट करती है, साधक के निर्वाण चक्र को जाग्रत करती है नवम नवरात्रि : माँ सिद्धिदात्री अज्ञानता को नष्ट करती है, साधक के निर्वाण चक्र को जाग्रत करती है अक्तूबर 23, 2023 A+ A- Print Email नौंवे दिन यानि नवमी तिथि को मां के सिद्धीदात्री का पूजन और आराधना की जाती है। मां का यह स्वरूप सभी प्रकार की सिद्धियों को प्रदान करने वाला है।भगवती सिद्धिदात्री का ध्यान, स्तोत्र व कवच का पाठ करने से 'निर्वाण चक्र' जाग्रत हो जाता है। वन्दे वांछित मनोरथार्थ चन्द्रार्घकृत शेखराम।कमलस्थितां चतुर्भुजा सिद्धीदात्री यशस्वनीम॥स्वर्णावर्णा निर्वाणचक्रस्थितां नवम दुर्गा त्रिनेत्राम।शख, चक्र, गदा, पदम, धरां सिद्धीदात्री भजेम॥पटाम्बर,परिधानां मृदुहास्या नानालंकार भूषिताम।मंजीर, हार, केयूर, किंकिणि रत्नकुण्डल मण्डिताम॥प्रफुल्ल वदना पल्लवाधरां कातं कपोला पीनपयोधराम।कमनीयां लावण्यां श्रीणकटि निम्ननाभि नितम्बनीम॥ धर्मक्षेत्रे Tweet Share Share Share Share Share
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