आज से ही नहीं बल्कि प्राचीन काल से पर्यावरण का बहुत महत्व रहा है, क्योंकि प्रकृति का संरक्षण करना मतलब उसका पूजन करने के समान होता है। हमारे देश में पर्वत, नदी, वायु, आग, ग्रह नक्षत्र, पेड़ पौधे यह सभी कहीं ना कहीं मानव के साथ जुड़े हुए हैं। लेकिन बढ़ते विकास के कारण इसे लगातार नुकसान पहुंच रहा है। आज के समय में पर्यावरण असंतुलित हो गया है। बढ़ती आबादी, औद्योगीकरण, प्राकृतिक संसाधनों के अंधाधुंध इस्तेमाल से आज विश्व का तापमान चिंतित स्तर पर बढ़ रहा है।
पर्यावरण संरक्षण हेतु तथा पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में आज दिनाँक 05 जून 2023 को SDRF वाहिनी मुख्यालय जॉलीग्रांट में श्री मणिकांत मिश्रा, सेनानायक SDRF के दिशानिर्देशानुसार SDRF के अधिकारियों व कार्मिकों द्वारा पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देकर प्रकृति संरक्षण का संदेश दिया गया।
वर्तमान में SDRF द्वारा चारधाम यात्रा, श्री हेमकुण्ड साहिब यात्रा, पूर्णागिरि मेला इत्यादि में श्रद्धालुओं की सुरक्षित यात्रा हेतु संवेदनशील स्थानों पर नियुक्त रहकर महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया जा रहा है। चारधाम यात्रा जैसी महत्वपूर्ण ड्यूटी के साथ ही SDRF द्वारा पर्यावरण संरक्षण हेतु भी प्रभावी प्रयास किये जा रहे है। राज्य भर में व्यवस्थापित SDRF टीमों द्वारा आज व्यापक स्तर पर पौधारोपण तथा स्वच्छता अभियान चलाए गए।
SDRF अधिकारियों व कार्मिकों द्वारा वाहिनी में पौधारोपण के उपरांत स्वच्छता अभियान चलाया गया जिसके माध्यम से वाहिनी परिसर से लेकर भुइयां मंदिर तक सड़क किनारे फैले हुए कचरे जैसे पॉलिथीन, प्लास्टिक बोतल, सिंगल यूज़ ग्लास इत्यादि को एकत्र कर उचित प्रकार से उसका निस्तारण भी किया साथ ही संकल्प लिया कि हम सभी मिलकर पर्यावरण की सुरक्षा व संरक्षण करेंगे।
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