राज्य की बालिकाओं एवं महिलाओं को सामाजिक सरोकारों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से श्रीमति रेखा आर्या, केबिनेट मंत्री , महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग, उत्तराखण्ड एवं डॉ० गीता खन्ना, अध्यक्ष, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग, उत्तराखण्ड ने निदेशालय, महिला कल्याण के अंतर्गत संचालित संस्थाओं की 35 बालिकाओं एवं महिलाओं के साथ पी०वी०आर० सिनेमा, सेंट्रियो मॉल, देहरादून में हिन्दी फिल्म 'द केरला स्टोरी' देखी।
श्रीमति रेखा आर्या , केबिनेट मंत्री द्वारा अपने अनुभवों को बालिकाओं एवं महिलाओं के साथ साझा करते हुए कहा कि यह एक फिल्म मात्र नही है, बल्कि वर्तमान में स्थानीय, राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर पर होने वाली घातक घटनाओं का स्वरूप है, जिसे संवेदनशील तरीके से दिखाये जाने का फिल्म एक सशक्त माध्यम है। आज बालिकाओं एवं महिलाओं के साथ इस फिल्म को देखने का मेरा एक ही उद्देश्य था कि ऐसी स्थिति में समाज मे बेटियों एवं महिलाओं को बहुत ही सावधानी बरतने की आवश्यकता है। एैसे मुद्दे पर यदि वह समय रहते जागरूक हो जायेंगी तो वह अपने और इस समाज को सुरक्षित कर आदर्श राष्ट्र के निर्माण करने मे अपना सहयोग दे सकती हैं। आज इस युग में जहां भारत में 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस साइंस ओर वैज्ञानिकों की उपलब्धियों के लिये मनाया जाता है वहां हमें बालिकाओं एवं महिलाओं को प्रोद्योगिकी के क्षेत्र में प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है, जबकि उक्त घटनाओं के कारण आज हम बेटियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हो रहे हैं। मेरी यही अभिलाषा है कि किशोरियां एवं महिलाएं अपने को मानसिक रूप से मजबूत करें एवं समाज विराधी घटनाओं से सर्तक रहें। उनके द्वारा इस अवसर पर प्रतिभागियों को स्वास्थ्य किट का भी वितरण किया गया। डॉ० गीता खन्ना, मा० अध्यक्ष, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग, उत्तराखण्ड, के द्वारा 35 बालिकाओं एवं महिलाओं के साथ 'द केरला स्टोरी' जैसी सशक्त फिल्म देख कर फिल्म के निर्माता निर्देशक एवं कलाकारों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा गया कि धर्मांतरण एवं आतंकवाद बहुत ही गंभीर विषय है प्रत्येक देशवासी विशेषकर बच्चों एवं बालिकाओं को इस विषय पर जागरूक करने की अत्यंत आवश्यकता है।
एक टिप्पणी भेजें